यहां सरकारी राशन की दुकानों पर मिलेंगे कॉन्डम और सैनिटरी पैड, यह है वजह
अब उत्तर प्रदेश में सरकारी राशन की दुकानों से सैनिटरी पैड्स और कॉन्डम भी खरीदे जा सकेंगे। जनसंख्या के लिहाज से देश के सबसे बड़े राज्य उत्तर प्रदेश के खाद्य रसद विभाग ने इसकी अनुमति दे दी है। मालूम हो, उत्तर प्रदेश में 80,000 के करीब सरकारी राशन की दुकानें हैं।
अगर आप किसी सरकारी राशन की दुकान पर गेंहू या चावल लेने के लिए खड़े हों और उसी दुकान से कोई आपको कॉन्डम या सैनिटरी पैड ले जाता दिखे तो चौंकिएगा मत। अब उत्तर प्रदेश में सरकारी राशन की दुकानों से सैनिटरी पैड्स और कॉन्डम भी खरीदे जा सकेंगे। जनसंख्या के लिहाज से देश के सबसे बड़े राज्य उत्तर प्रदेश के खाद्य रसद विभाग ने इसकी अनुमति दे दी है। मालूम हो, उत्तर प्रदेश में 80,000 के करीब सरकारी राशन की दुकानें हैं।
राज्य के खाद्य आयुक्त मनीष चौहान ने बताया कि लोगों के बीच जागरूकता पैदा करने के लिए अब राशन की दुकानों पर कॉन्डम और सैनिटरी पैड्स मिलेंगे। इसके लिए शासन ने अनुमति दे दी है। राशन की दुकानों पर केवल कॉन्डम और सैनिटरी पैड्स ही नहीं बल्कि इनके अलावा और भी कई चीजें सरकारी राशन की दुकानों पर बेची जाएंगी। इनमें साबुन, ओआरएस घोल, पेन, शैंपू और कॉपी शामिल हैं।
राशन लेने आए लोग दुकान से इन सभी चीजों को भी खरीद सकेंगे। सूबे के दुकानदार लाभ कम होने का हवाला देकर एक लंबे समय से इसकी मांग कर रहे थे। इसी कारण सरकार ने इसकी अनुमति दी है।
राज्य के सरकारी राशन दुकानदारों का कहना है कि गेंहू और चावल से मिलने वाले कमीशन से उनके घर का खर्च निकालना मुश्किल होता जा रहा है और इसी वजह से दुकानदार बाकी सामान बेचे जाने की मांग कर रहे थे। उनका कहना है कि सार्वजनिक वितरण प्राणाली में एपीएल आदि योजनाओं के बंद होने के बाद अन्त्योदय और खाद्य सुरक्षा का काम बचा है। ऐसे में हमारा लाभांश भी कम हो गया है।
सभी मंडल आयुक्तों और जिलाधिकारियों को भेजे गए एक आदेश में मनीष चौहान ने कहा कि सभी सरकारी राशन की दुकानों पर उसी कंपनी की वस्तुएं बिकनी चाहिए जो FSSAI के मानकों पर खरा उतरती हों।