एक विजिटिंग कार्ड ने बदल दी कामवाली बाई की जिंदगी, जगह-जगह से काम के लिए आ रहे फोन
काम छूटने को लेकर परेशान थी कामवाली बाई, विजिटिंग कार्ड से एक झटके में यूं बदली जिंदगी
पुणे की गीता काले एक विजिटिंग कार्ड के कारण रातोंरात इंटरनेट सेंसेशन बन गईं और उनके पास देश-विदेश से काम के लिए फोन आने लगे हैं। जी हां, यह खबर किसी फिल्मी कहानी से कम नहीं है। इसमें इमोशन है, ड्रामा है और क्लाइमेक्स भी है।
आपकी एक छोटी सी पहल किसी की जिंदगी बदल सकती है। कभी-कभी तो यह बदलाव बहुत बड़ा होता है। पुणे के घरों में झाड़ू और पोछे का काम करने वाली गीता काले के साथ भी ऐसा ही हुआ है। वह एक विजिटिंग कार्ड के कारण रातोंरात इंटरनेट सेंसेशन बन गईं और उनके पास देश-विदेश से काम के लिए फोन आने लगे हैं। जी हां, यह खबर किसी फिल्मी स्टोरी से कम नहीं है। इसमें इमोशन है, ड्रामा है और क्लाइमेक्स भी है।
यह है पूरा मामला
दरअसल पुणे के बावधन इलाके में रहने और काम करने वाली गीता काले लोगों के घरों में खाना बनाने और झाड़ू-पोछे का काम करती हैं। वह जिन घरों में काम करती हैं, उनमें एक धनश्री शिंदे का घर भी शामिल है। धनश्री शिंदे मार्केटिंग के पेशे में हैं। एक दिन जब धनश्री घर लौटीं तो उन्होंने देखा कि उनकी मेड गीता काले बहुत दुखी नजर आ रही थीं। पूछने पर गीता ने बताया कि उनके कुछ काम छूट गए हैं और इसकी वजह से अब उन्हें पैसों की कमी के कारण काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
गीता की बात सुनकर धनश्री ने उनकी मदद करने के बारे में सोचा। एक मार्केटिंग पेशे में होने के कारण उन्होंने दिमाग लगाया और गीता काले के नाम से विजिटिंग कार्ड का डिजाइन बना दिया। 24 घंटे से कम के समय में धनश्री ने 100 विजिटिंग कार्ड छपवा दिए। इसके बाद उन कार्ड्स को अलग-अलग सोसायटी में सोसायटी के वॉचमैन की मदद से बांटा गया। साथ ही धनश्री ने भी अपने सोशल अकाउंट से कार्ड को शेयर किया।
सोशल मीडिया पर पोस्ट होते ही यह कार्ड बहुत वायरल हो गया। इसके बाद से गीता काले के पास काम के लिए फोन पर फोन आ रहे हैं। फोन इतने कि कई बार तो उन्होंने परेशान होकर फोन बंद तक कर दिया। गीता काले पुणे और आसपास के इलाके में काफी चर्चा का विषय बनी हुई है। उनके पास अलग-अलग रेडियो स्टेशन और टीवी चैनल ने संपर्क किया है। आप भी देखें गीता का ये फेमस कार्ड...
विजिटिंग कार्ड पर कई बातें लिखी हैं। इस पर अलग-अलग कामों के पैसे जैसे झाड़ू-पोछा, कपड़े धोना और रोटी बनाने के बारे में लिखा है। साथ ही बाकी काम जैसे, साफ-सफाई करना और सब्जी काटना जैसे काम करने के लिए चार्जेज भी दिए गए हैं। इस पूरी कहानी को अस्मिता जावड़ेकर ने अपने फेसबुक अकाउंट पर लोगों के साथ शेयर किया।
लोग इस कहानी को काफी पसंद कर रहे हैं और पोस्ट होने के बाद से अभी तक यह लगभग 500 से अधिक बार शेयर हो चुकी है। धनश्री की एक छोटी सी मदद ने गीता काले की जिंदगी बदलकर रख दी। अगर आपको भी किसी की मदद करने का मौका मिले तो जरूर कीजिएगा। क्या पता अगली गीता काले आपके आसपास से वायरल हो जाए।