ईरान में फंसे भारतीय ने विडियो के जरिए सरकार से लगाई गुहार, कहा- अगर कुछ हुआ तो भारतीय एंबेसी होगी जिम्मेदार
चीन के बाद ईरान दूसरा ऐसा देश है जो कोरोना वायरस (COVID-19) से सबसे अधिक प्रभावित है। ईरान में 6000 से अधिक भारतीय फंसे हुए हैं। इनमें अधिकतर स्टूडेंट्स और तीर्थयात्री हैं। गुरुवार को केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि अगले तीन दिनों में तीन विमान ईरान भेजकर वहां फंसे भारतीयों को वापस भारत लाया जाएगा।
इसी बीच सोशल मीडिया पर एक विडियो वायरल हो रहा है। इस विडियो में ईरान में फंसा एक भारतीय छात्र भारत सरकार से उसे और उसके परिवार को भारत वापस लाने की गुहार लगा रहा है। यह विडियो भाग्यश्री नाम की एक ट्विटर यूजर ने पोस्ट किया है।
विडियो के साथ में भाग्यश्री ने लिखा,
'मेरा दोस्त केवन शाह ईरान में फंसा है। ईरान कोरोना वायरस से सबसे अधिक प्रभावित होने वाला दूसरा देश है।'
उन्होंने विदेश मंत्री एस. जयशंकर को टैग करते हुए लिखा,
'विदेश मंत्रालय या किसी और अथॉरिटी तक पहुंचने की जरूरत है जो मदद कर सके।'
साथ में प्रधानमंत्री कार्यालय और अमित शाह को भी टैग किया। देखें ट्वीट...
विडियो में साफ देखा जा सकता है कि केवन काफी परेशान और गुस्से में है। विडियो में केवन कहता है,
'मैं पिछले 20 दिन से तेहरान में फंसा हुआ हूं। मेरे मम्मी और पापा सीनियर सिटिजन हैं और दोनों की उम्र 60 से अधिक है लेकिन हमें यहां से नहीं निकाला जा रहा है। तेहरान में भारतीय एंबेसी और यहां के अधिकारी हमारी कोई मदद नहीं कर रहे हैं।'
वह आगे कहता है,
'हमारे पास खाने के लिए पैसे नहीं हैं। यहां सब नॉनवेज है और हम केवल फल खाकर जिंदा हैं।'
आखिर में वह पीएम मोदी, अमित शाह और एस. जयशंकर से मदद की गुहार लगाते हुए कहता है कि अगर उसे कुछ भी होता है तो तेहरान स्थित भारतीय एंबेसी उसकी जिम्मेदार होगी। मालूम हो, चीन के बाद ईरान ही कोरोना वायरस की सबसे अधिक चपेट में है। इस वायरस के कारण ईरान में 75 नई मौतों की बात सामने आई है। फिलहाल ईरान में इस वायरस से मरने वालों की संख्या बढ़कर 429 हो गई है।
वहीं अगर भारत की बात करें तो अभी तक भारत में कोरोना से संक्रमित व्यक्तियों की संख्या 73 पर पहुंच गई है। इसे देखते हुए देश की राजधानी दिल्ली में 31 मार्च कर कॉलेज, स्कूल और सिनेमाघरों को बंद कर दिया गया है। इसके अलावा किसी भी केंद्रीय मंत्री के विदेश जाने पर भी रोक लगा दी गई है। कोरोना को फैलने से रोकने के लिए सरकार ने कुछ कैटिगरी को छोड़कर सभी मौजूदा विदेशी वीजा पर 15 अप्रैल तक प्रतिबंध लगा दिया है। इसके अलावा एक नई एडवाइजरी जारी की है।