कोरोनावायरस : आंध्र प्रदेश में कोविड-19 से दो लोगों की मौत, नेपाल बॉर्डर पर पृथक-वास में भेजे गए सात नेपाली नागरिक
अमरावती, आंध्र प्रदेश में कोरोना वायरस संक्रमण के कारण दो और लोगों की मौत हो जाने से राज्य में इस घातक वायरस से मरने वालों की संख्या बढ़कर तीन हो गई है।
सरकार ने सोमवार को बताया कि राज्य में रविवार रात से संक्रमण के 14 नए मामले सामने आए हैं और इसके साथ ही राज्य में संक्रमित कुल लोगों की संख्या बढ़कर 266 हो गई।
चिकित्सकीय एवं स्वास्थ्य विभाग ने एक बुलिटेन जारी करके कहा कि राज्य में कोविड-19 से मरने वालों की संख्या बढ़कर तीन हो गई है।
पिछले कुछ दिनों में पांच मरीज उपचार के बाद स्वस्थ हुए हैं और उन्हें अस्पताल से छुट्टी दे दी गई है।
राज्य में कोरोना वायरस से संक्रमित 258 लोगों का इलाज अभी चल रहा है।
चिकित्सकीय एवं स्वास्थ्य विभाग ने सोमवार को जारी ताजा बुलिटेन में कहा कि मक्का से लौटने के बाद एक अप्रैल को कोरोना वायरस से संक्रमित पाए गए अनंतपुरम निवासी 64 वर्षीय व्यक्ति की चार अप्रैल को अस्पताल में मौत हो गई।
मछलीपटनम में 55 वर्षीय एक अन्य व्यक्ति की चार अप्रैल को कोरोना वायरस के कारण मौत हो गई। वह व्यक्ति देश में ही संक्रमित हुआ था। वह पिछले महीने ओडिशा से ट्रेन से आया था। उसे दो अप्रैल को अस्पताल में भर्ती कराया गया था।
राज्य के नोडल अधिकारी अर्जा श्रीकांत ने सोमवार को एक बयान में कहा कि मछलीपटनम निवासी व्यक्ति अस्थमा और ब्रोंकाइटिस का मरीज था।
राज्य में कुरनूल जिले में सर्वाधिक 56 लोग संक्रमित हैं। इसके बाद एसपीएस नेल्लूर में 34 लोग संक्रमित हैं।
नेपाल बॉर्डर पर पृथक-वास में भेजे गए सात नेपाली नागरिक
वाराणसी से करीब 400 किलोमीटर साइकिल चलाकर नेपाल सीमा पर पहुंचे सात नेपाली नागरिकों को भारतीय क्षेत्र में पृथक-वास में भेजा गया है।
पुलिस अधीक्षक विपिन मिश्र ने बताया कि रविवार को दो नेपाली युवक वाराणसी से साइकिल चलाकर नेपाल जाने के लिए भारत-नेपाल के सीमावर्ती इलाके रूपईडीहा पहुंचे थे। वे दोनों वाराणसी में एक होटल में वेटर का काम करते थे। होटल बंद होने पर दोनों अपने घर नेपाल लौट रहे थे।
उन्होंने बताया कि रविवार को ही दो नेपाली अन्य साधनों के जरिए गुजरात के सूरत से आए थे। सोमवार दोपहर लखनऊ से इलाज कराकर लौटे एक बच्चे सहित तीन नेपाली नागरिक भी रूपईडीहा सीमा पर पहुंचे हैं।
मिश्र ने बताया कि दो दिन पूर्व दोनों देशों के सीमावर्ती जनपदों के अधिकारियों के बीच हुई वार्ता के अनुसार दोनों देशों के नागरिकों को जहां हैं वहीं पृथक-वास में भेजे जाने पर सहमति बनी थी।
उन्होंने बताया कि नेपाली लोगों की स्वास्थ्य जांच कराई गयी है तथा उनके भोजन आदि की व्यवस्था कर नानपारा के गुरूगुट्टा पृथक केन्द्र में रखा गया है। उन्हें पृथक-वास की 14 दिन की अवधि पूरी होने के बाद नेपाल भेजा जाएगा।