न्यूयॉर्क में एक बाघ के कोविड-19 पॉजिटिव पाये जाने के बाद केन्द्रीय चिड़ियाघर प्राधिकरण ने भारत में चिड़ियाघरों को हाई अलर्ट पर रहने की सलाह दी
अमेरिका के कृषि विभाग की राष्ट्रीय पशु चिकित्सा सेवा प्रयोगशाला ने 5 अप्रैल, 2020 को जारी वक्तव्य में इस बात की पुष्टि की है कि ब्रोंक्स चिड़ियाघर, न्यूयार्क के एक बाघ सार्स-कोव-2 (कोविड-19) से संक्रमित है।
इस तथ्य का संज्ञान लेते हुए पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्रालय के अन्तर्गत केन्द्रीय चिड़ियाघर प्राधिकरण ने देश के सभी चिड़ियाघरों को हाई अलर्ट पर रहने, किसी असामान्य व्यवहार/लक्षणों को ध्यान में रखते हुए सीसीटीवी की मदद से जानवरों की चौबीसों घंटे निगरानी करने, पीपीई (व्यक्तिगत सुरक्षा उपकरण) या अन्य सुरक्षा उपाय के बगैर चिड़ियाघर कर्मियों को जानवरों के नजदीक जाने, बीमार जानवरों को क्वारंटाइन/अलग-अलग रखने तथा जानवरों को भोजन देते समय कम से कम संपर्क करने की सलाह दी है।
एडवाइजरी में आगे कहा गया है कि मांसाहारी स्तनधारियों जैसे बिल्ली, नेवला और प्राइमेट्स की सावधानीपूर्वक निगरानी की जानी चाहिए। संदिग्ध मामलों के नमूनों को 15 दिनों की अवधि में कोविड-19 परीक्षण के लिए निर्दिष्ट पशु स्वास्थ्य संस्थानों में भेजे जाने चाहिए।
इसके साथ ही राष्ट्रीय/आईसीएमआर दिशा-निर्देश के अनुरूप अत्याधिक जोखिम वाले इस वायरस के जैव-रोकथाम और सुरक्षा उपायों का पालन किया जाना चाहिए।
- राष्ट्रीय उच्च सुरक्षा पशु रोग संस्थान (एनआईएचएसएडी), भोपाल।
- राष्ट्रीय अश्व अनुसंधान केन्द्र (एनआरसीई), हिसार, हरियाणा।
- पशु रोग अनुसंधान और निदान केन्द्र (सीएडीआरएडी), भारतीय पशु चिकित्सा अनुसंधान संस्थान, (आईवीआरआई) इज्जतनगर, बरेली, उत्तर प्रदेश।
केन्द्रीय चिड़ियाघर प्राधिकरण ने चिड़ियाघरों के सभी कर्मियों को सलाह दी है कि वे कोविड-19 के संदर्भ में सरकार द्वारा समय-समय पर जारी सुरक्षा और कीटाणुशोधन प्रोटोकॉल का कड़ाई से पालन करें।
इसके अलावा सभी चिड़ियाघरों को सलाह दी जाती है कि वे जन-स्वास्थ्य के लिए निर्दिष्ट नोडल एजेंसियों के साथ ताल-मेल बनाए रखें और नोडल एजेंसी के अनुरोध पर स्क्रीनिंग, परीक्षण, निगरानी और निदान के लिए नमूनों की अनुमति दें।