सलाम! कोविड-19 मरीजों को हॉस्पिटल पहुँचाने के लिये मुंबई पुलिस का ये कांस्टेबल बना एंबुलेंस ड्राइवर
मुंबई में एक पुलिस कांस्टेबल ने मारुति ओमनी को एम्बुलेंस में बदल दिया ताकि वह COVID-19 रोगियों को अस्पताल ले जा सके।
तेजेश सोनवणे नाम का ये कांस्टेबल वर्तमान में कफ परेड पुलिस थाने में तैनात हैं। तेजेश ने कार को 'COVID एम्बुलेंस' में बदल दिया और इतना ही नहीं वह मरीजों को मुफ्त में अस्पतालों तक पहुंचाते हैं और इसके लिए पेट्रोल के पैसे का भुगतान भी खुद ही करते हैं।
टाइम्स ऑफ इंडिया की एक रिपोर्ट के अनुसार, मुंबई पुलिस ने उनके निस्वार्थ प्रयासों के लिए कांस्टेबल की प्रशंसा की है। मुंबई पुलिस ने कैप्शन के साथ पुलिसकर्मी का एक वीडियो पोस्ट किया है,
'हेल्थकेयर वर्कर्स सभी गेटअप में आते हैं। कुछ लोग एप्रन पहनते हैं जबकि अन्य कफ परेड थाने के पुलिस कांस्टेबल तेजेश सोनवणे की तरह खाकी पहनते हैं। वह अपनी मॉडीफाइड 'ओमनी-एम्बुलेंस' में चिकित्सा सहायता के लिए जरूरतमंदों को मुफ्त में अस्पताल पहुँचा रहे हैं।'
रिपोर्ट में तेजेश के हवाले से कहा गया है,
"मैंने अपने दोस्त से उसकी कार के लिए कहा था और उसे बताया कि मैं इसे एम्बुलेंस में बदलना चाहता हूं। यह एक समय है जब COVID-19 किसी को भी रोक सकता है और मैं तेज सेवा प्रदान करना चाहता था क्योंकि मैं किसी को भी पीड़ित नहीं देखना चाहता। एंबुलेंस एक आदर्श विचार था। मेरा इरादा इस महत्वपूर्ण मोड़ पर चिकित्सा आपात स्थिति में मदद प्रदान करना है।"
तेजेश ने 4 जून को सेवा शुरू की थी और तब से वह 18 मरीजों को विभिन्न अस्पतालों में ले जाने में सफल रहे हैं। पुलिस कांस्टेबल तेजेश ने कार को मॉडीफाई करने के लिये अपनी जेब से पैसे खर्च किए हैं।
तेजेश ने कहा, "कार को मॉडीफाई करने की जरूरत थी। मैंने दो विभाजन किए और दो अलग-अलग क्षेत्र - एक COVID रोगियों के लिए और दूसरा मरीज के रिश्तेदारों के लिए।"
कांस्टेबल तेजेश ने आगे बताया,
"इसके बाद, पीछे मुड़कर नहीं देखा और मैंने कई रोगियों को अस्पताल पहुँचाया। कोई भी एम्बुलेंस को कॉल कर सकता है और यह समय पर वहां पहुंच जाएगी। एम्बुलेंस के लिए अधिकांश कॉल पिछड़े वर्ग के लोगों से आते हैं।"
तेजेश पीपीई किट पहनते हैं और मरीजों की मदद के लिए शहर भर में कार चलाते हैं। वाकई मुंबई पुलिस के कांस्टेबल तेजेश सोनवणे ने मुसिबत के समय इंसानियत की मिसाल पेश की है। हमारी तरफ से तहे दिल से इस कोरोना योद्धा को सलाम।
Edited by रविकांत पारीक