कोविड-19 : इंदौर में 5,000 पाकिस्तानी शरणार्थियों को भी लगाया जाएगा टीका
सिंधी हिन्दू समुदाय के पाकिस्तानी शरणार्थियों के प्रतिनिधियों ने प्रशासन से हाल ही में मांग की थी कि महामारी से बचाव के लिए उन्हें भी टीका लगाया जाए।
"गौरतलब है कि इंदौर, राज्य में कोविड-19 से सबसे ज्यादा प्रभावित जिला है। अधिकारियों ने बताया कि अब तक जिले में महामारी के कुल 1.52 लाख मरीज मिले हैं। इनमें से 1,370 लोगों की इलाज के दौरान मौत हो चुकी है।"
इंदौर: 13 जून (भाषा) जिला प्रशासन ने इंदौर में रह रहे करीब 5,000 पाकिस्तानी शरणार्थियों को भी कोविड-19 रोधी टीका लगाने का फैसला किया है। स्वास्थ्य विभाग के एक आला अधिकारी ने रविवार को यह जानकारी दी।
जिला टीकाकरण अधिकारी डॉक्टर प्रवीण जड़िया ने "पीटीआई-भाषा" को बताया,
"सिंधी हिन्दू समुदाय के पाकिस्तानी शरणार्थियों के प्रतिनिधियों ने प्रशासन से हाल ही में मांग की थी कि महामारी से बचाव के लिए उन्हें भी टीका लगाया जाए। उन्होंने बताया, "प्रदेश सरकार की मंजूरी के बाद यह मांग मान ली गई है। पाकिस्तानी शरणार्थी शहर के टीकाकरण केंद्रों पर पहचान पत्र के रूप में अपना पासपोर्ट दिखाकर कोविड-19 रोधी टीका लगवा सकेंगे।"
जड़िया ने एक अनुमान के हवाले से बताया कि इंदौर में करीब 5,000 पाकिस्तानी शरणार्थी रहते हैं और इनमें से ज्यादातर लोग शहर के सिंधी कॉलोनी क्षेत्र में बसे हैं।
उन्होंने कहा,
"हम मानवता के आधार पर सभी वयस्कों को कोविड-19 रोधी टीका लगा रहे हैं। पिछले महीने हमने किसी काम से इंदौर आए नीदरलैंड के एक नागरिक को भी टीका लगाया था।"
गौरतलब है कि इंदौर, राज्य में कोविड-19 से सबसे ज्यादा प्रभावित जिला है। अधिकारियों ने बताया कि अब तक जिले में महामारी के कुल 1.52 लाख मरीज मिले हैं। इनमें से 1,370 लोगों की इलाज के दौरान मौत हो चुकी है।
उन्होंने बताया कि करीब 35 लाख की आबादी वाले जिले में अब तक 13.53 लाख लोगों को कोविड-19 रोधी टीके की पहली खुराक दी जा चुकी है। इनमें शामिल 2.35 लाख लोगों को इस टीके की दोनों खुराकें दी जा चुकी हैं।
(साभार : PTI)