अकेले रह रहे बुजुर्गों की देखभाल का जिम्मा उठा रहा यह स्टार्टअप, घर पर दे रहा 360 डिग्री हेल्थकेयर सॉल्युशंस
कैसा हो अगर कोई आपके पीछे आपके मां-बाप की देखभाल के लिए मौजूद हो, किसी भी मेडिकल इमर्जेन्सी में उनकी मदद करने के लिए उपलब्ध रहे.
देश में न जाने कितने लोग ऐसे हैं, जिन्हें पढ़ाई, रोजगार या कारोबार के सिलसिले में अपने घर-परिवार से दूर दूसरे शहर में जाना पड़ता है. ऐसी स्थिति में केवल घर और शहर ही नहीं छूटता, बल्कि मां-बाप भी पीछे छूट जाते हैं और साथ आ जाती है, उनकी चिंता...यह चिंता तब और बढ़ जाती है जब मां-बाप 60 की उम्र को पार कर जाते हैं और उनके साथ उनकी मदद व देखभाल के लिए कोई नहीं होता...ऐसी स्थिति में सबसे बड़ी टेंशन रहती है कि किसी मेडिकल इमर्जेन्सी में वे चिकित्सा सेवाएं कैसे एक्सेस कर सकेंगे, उनकी देखभाल या मदद कौन करेगा...
ऐसे में कैसा हो अगर कोई आपके पीछे आपके मां-बाप की देखभाल के लिए मौजूद हो, किसी भी मेडिकल इमर्जेन्सी में उनकी मदद करने के लिए उपलब्ध रहे. एकाकी बुजुर्गों से जुड़े इसी इश्यू को हल कर रहा है दिल्ली का वेस्टा एल्डर केयर स्टार्टअप (Vesta Elder Care).
वेस्टा एल्डर केयर स्टार्टअप की शुरुआत साल 2016 में राहुल मिश्रा (Rahul Misra) ने की थी. यह एक हेल्थ टेक ब्रांड है. वेस्टा एल्डर केयर, देश में बुजुर्गों की मदद और देखभाल के लिए हाइली ट्रेन्ड केयरगिवर्स उपलब्ध कराता है. केयरगिवर्स यानी वे लोग जो बुजुर्गों की देखभाल के लिए उनके घर भेजे जाते हैं. राहुल मिश्रा का मकसद हर तरह के होम हेल्थ केयर सॉल्युशंस को एक ही जगह पर उपलब्ध कराना है. वेस्टा, घर पर ही पेशेंट केयर स्टाफ, नर्स, फुल फ्लेज्ड ICU सेटअप आदि उपलब्ध करा देता है. स्टार्टअप, केयरगिवर्स, नर्स, डायटीशियन कंसल्टेशन, क्वालिटी मेडिकल इक्विपमेंट, आईसीयू सेटअप, लैब टेस्ट्स, डॉक्टर कंसल्टेशन, फिजियोथेरेपी आदि की पेशकश करता है. इन सर्विसेज को केवल एक फोन कॉल से अवेल किया जा सकता है.
कहां-कहां दे रहा सेवाएं
वेस्टा एल्डर केयर का मुख्य ऑफिस दिल्ली में है और यह पूरे दिल्ली/NCR में अपनी सेवाएं देता है. स्टार्टअप कई अन्य शहरों में भी विस्तार की योजना बना रहा है. इसने पंजाब में अपने ऑपरेशंस शुरू कर दिए हैं. स्टार्टअप को एक यूके बेस्ड इन्वेस्टर से नवंबर 2021 में सीड फंडिंग प्राप्त हुई. अब वेस्टा एल्डरकेयर फ्यूचर एक्सपेंशंस और ग्रोथ की दिशा में काम कर रहा है.
कैसे आया आइडिया
राहुल ने YourStory Hindi के साथ बातचीत में बताया कि उन्हें वेस्टा एल्डर केयर को शुरू करने का आइडिया तब आया, जब उन्होंने अपनी मां की देखभाल में कुछ दिक्कतों का सामना किया. दरअसल उनके दोनों बच्चे बाहर पढ़ते थे और राहुल बिजनेस के सिलसिले में भारत से बाहर काफी ट्रैवल करते रहते हैं. ऐसे में उनकी 75 वर्षीय मां, जो कुछ सर्जरीज से भी गुजर चुकी हैं, की देखभाल अच्छे से कर पाना थोड़ा मुश्किल हो रहा था. जब राहुल ने भारत में होम हेल्थकेयर को देखा तो यह महसूस किया कि केवल नर्स और मेड ही घर पर उपलब्ध हो पाते हैं. ऐसा कोई सेगमेंट नहीं था, जो बुजुर्गों को मेडिकल की बेसिक नॉलेज के साथ उनकी दैनिक जरूरत के लिए जैसे कि रात के टाइम में सपोर्ट उपलब्ध करा सके. हां, नर्स मौजूद हैं लेकिन वह इस काम के लिए ओवर क्वालिफाइड हैं. वहीं वृद्धाश्रम की मदद लेना आज भी भारत में गलत माना जाता है.
उन्हें अहसास हुआ कि बुजुर्गों की देखभाल के लिए घर पर ही चिकित्सा आदि सुविधाएं मुहैया होना कितना जरूरी है. उन्होंने यह भी महसूस किया कि भारत में एल्डर केयर का कॉन्सेप्ट इतना लोकप्रिय नहीं है, जितना कि विदेशों में. इसे देखते हुए राहुल को ख्याल आया कि बुजुर्गों के स्वास्थ्य की देखभाल और उनकी मदद के लिए स्पेशलिस्ट एल्डर केयर कंपैनियन्स को उपलब्ध कराया जा सकता है. फिर उन्होंने खुद का एल्डर केयर वेंचर शुरू करने का सोचा जहां ट्रेन्ड केयरगिवर्स, बुजुर्गों की देखभाल करें. इस तरह वेस्टा एल्डर केयर की शुरुआत हुई.
वेस्टा के प्लेटफॉर्म से व्यक्ति जेनुइन हेल्थकेयर प्रोवाइडर से कनेक्ट रहता है. राहुल का आइडिया एक ही जगह पर ज्यादा से ज्यादा हेल्थ केयर बेनिफिट्स मुहैया कराना था. वेस्टा एल्डर केयर की सर्विसेज, देखभाल की केवल एक ही फॉर्म तक सीमित नहीं हैं, बल्कि घर पर जरूरी हेल्थकेयर को उपलब्ध कराने के लिए हर संभव विकल्प की पेशकश की जा रही है.
ऐप हो चुका है लॉन्च
स्टार्टअप ने अगस्त 2022 में अपना ऐप लॉन्च किया था. वेस्टा एल्डर केयर के ऐप को फ्री में एंड्रॉयड और आईओएस के लिए डाउनलोड किया जा सकता है, वो भी बिना किसी रजिस्ट्रेशन फीस के. स्टार्टअप का दावा है कि वह इस एक्सटेंसिव ऐप के साथ पहला है, कोई दूसरी कंपनी इस डोमेन में नहीं है. वेस्टा एल्डर केयर में प्राइमरी केयर गिवर और उसके परिवार के अन्य सदस्य, व्यक्ति के स्वास्थ्य से जुड़े विभिन्न पहलुओं को मोबाइल ऐप की मदद से मॉनीटर कर सकते हैं. ऐप में स्टार्टअप द्वारा पेशकश की जाने वालीं सभी सर्विसेज, स्टाफ डेटाबेस, कई विकल्प व इक्विपमेंट उपलब्ध हैं.
केयरगिवर्स कितने भरोसेमंद
वेस्टा एल्डर केयर के केयर गिवर्स कितने भरोसेमंद हैं और उन्हें सीनियर सिटीजन के साथ रखना कितना सुरक्षित है, इस सवाल के जवाब में राहुल ने कहा कि उनका स्टार्टअप अपने केयर गिवर्स का पुलिस वेरिफिकेशन करता है, उनकी क्वालिफिकेशंस को वेरिफाई किया जाता है, एजुकेशनल बैकग्राउंड देखा जाता है, घर के पते को वेरिफाई किया जाता है, पेपरवर्क होता है, आदि कदम उठाए जाते हैं. कुल मिलाकर केयर गिवर्स के सिलेक्शन और ट्रेनिंग को लेकर एक पूरी प्रॉसेस को फॉलो किया जाता है. वहीं केयरगिवर ऐप भी है, जिसमें उनकी फुल केवाईसी होती है और फोटो समेत अन्य पर्सनल डिटेल्स व सर्टिफिकेट्स आदि की डिटेल्स रहती हैं.
अपनी पसंद का केयरगिवर कर सकते हैंं सिलेक्ट
महिला क्लाइंट्स को महिला केयरगिवर और पुरुष क्लाइंट्स को पुरुष केयरगिवर उपलब्ध कराए जाते हैं. क्लाइंट की जरूरत के आधार पर कुछ केयरगिवर्स प्रोफाइल सिलेक्ट की जाती हैं और उन्हें क्लाइंट के साथ साझा किया जाता है ताकि वे चुनाव कर सकें कि किस केयरगिवर को चाहते हैं. केयरगिवर्स के पास भी विकल्प रहता है कि वह किस ड्यूटी को स्वीकार करना चाहते हैं. वह अपनी सहूलियत से ड्यूटी को एक्सेप्ट और रिजेक्ट कर सकते हैं. उनके पास मौजूद ऐप पर ड्यूटी फ्लैश होती है. केयरगिवर के ऐप में जियोलोकेशन है.
केयरगिवर्स, इंडिपेंडेंट कॉन्ट्रैक्टर्स हैं. कुछ ऐसे हैं जिन्होंने नर्सिंग के डिप्लोमा किए हुए हैं या फिर होम हेल्थकेयर का सर्टिफिकेट प्राप्त है. इसके अलावा वेस्टा भी उन्हें ट्रेनिंग देता है, नियम व प्रावधान बताता है, सीनियर सिटीजन से कैसे डील करनी है, उनके परिवार वालों से कैसे डील करनी है, यह भी सिखाया जाता है.वेस्टा एल्डर केयर की कोर टीम 25 लोगों की है.
प्राइसिंग मॉडल
राहुल का कहना है कि वेस्टा एल्डर केयर की सर्विसेज की प्राइसिंग, सिलेक्ट की गई सर्विस पर निर्भर करती है. प्राइसिंग पूरी तरह कस्टमाइजेबल है और स्टैंडर्ड रेट पर बेस्ड है. इन-ऐप परचेस पॉलिसी पारदर्शी है और सभी स्वीकृत पेमेंट मोड्स ऑनलाइन हैं.
कस्टमर केयर टीम 24 घंटे, सातों दिन उपलब्ध
वेस्टा एल्डर केयर की कस्टमर केयर टीम 24 घंटे, सातों दिन उपलब्ध रहती है. क्लीनिकल टीम, इमरजेन्सी में मरीजों के साथ डील करने के लिए पूरी तरह सक्षम है. अगर कभी कोई प्रतिकूल या पैनिक सिचुएशन क्रिएट होती है तो स्टार्टअप के विभिन्न लोकेशंस/एरिया जैसे गुरुग्राम, नोएडा, दिल्ली में सुपरवाइजर मौजूद हैं, एक सॉर्टेड ऑपरेशंस टीम है. वेस्टा ने दिल्ली-गुरुग्राम को 10 सेक्टर में बांटा हुआ है. केयरगिवर ऐप, कस्टमर ऐप दोनों में एक बटन है, जिससे वेस्टा की हॉटलाइन/हेल्पलाइन को कभी भी एक्सेस किया जा सकता है.
कोविड के बाद बदला है माइंडसेट
राहुल कहते हैं कि कोविड के बाद, लोगों का माइंडसेट बदला है और घर पर हेल्थकेयर डिलीवरी की स्वीकार्यता में बढ़ोतरी हुई है. मार्केट स्टडी दर्शाती है कि ऑनलाइन इंटरैक्शंस बढ़े हैं, डॉक्टर के लिए अपॉइंटमेंट की बुकिंग से लेकर डॉक्टर से कंसल्टेशन तक सब कुछ, ऑनलाइन ही हो रहा है. इस मांग से भंारत का हेल्थकेयर सेक्टर रफ्तार पकड़ रहा है.
आगे का क्या है प्लान
वेस्टा आने वाले दिनों में उत्तर भारत में और विस्तार करना चाहता है. 8-10 शहरों में विस्तार करने का प्लान है. इसके तहत पंजाब, राजस्थान, उत्तर प्रदेश को पूरा कवर किया जाएगा और बाद में पूरे भारत में सर्विसेज मुहैया कराई जाएंगी. स्टार्टअप के कई क्लाइंट एनआरआई भी हैं, जिनके माता-पिता भारत में रहते हैं. इसके अलावा यह भी कोशिश है कि अब सीनियर सिटीजन की पूरी मेडिकल फाइल ऐप पर मौजूद हो ताकि उसे कहीं से भी परिजन मॉनीटर कर सकें. डॉक्टर का पर्चा, डॉक्टर ने क्या बोला, केयरगिवर पहुंचा या नहीं, ये सभी जानकारी देख सकते हैं. इसके अलावा स्टार्टअप दूसरी उम्र के लोगों के लिए भी होम हेल्थकेयर सर्विसेज मुहैया कराने के बारे में सोच रहा है.
कितना क्वालिफाइड हैं राहुल
राहुल मिश्रा ने यूके के सोमरसेट में स्थित मिलफील्ड स्कूल से जीसीएसई और ए-लेवल्स किया है. उसके बाद उन्होंने लंदन की सिटी यूनिवर्सिटी से बैंकिंग एंड इंटरनेशनल फाइनेंस में बीएससी ऑनर्स किया. वह लंदन स्कूल ऑफ इकनॉमिक्स से एमबीए एसेंशियल्स जैसे कई एग्जीक्यूटिव प्रोग्राम्स कंप्लीट किए हैं. उन्होंने लंदन स्कूल ऑफ इकनॉमिक्स से ही साल 2020 में रियल एस्टेट व फाइनेंस में सर्टिफिकेट प्रोग्राम कंप्लीट किया. राहुल फिटनेस को लेकर भी काफी जुनूनी हैं और इसी के चलते उन्होंने टाइटलीस्ट परफॉरमेंस इंस्टीट्यूट से लेवल 1 फिटनेस इंस्ट्रक्टर क्वालीफाई किया. वह गोल्फ खेलने के भी शौकीन हैं. राहुल रियल एस्टेट, शिपिंग व चार्टरिंग, इंपोर्ट-एक्सपोर्ट, फाइनेंस और एजुकेशन में भी ऑर्गेनाइजेशंस को मैनेज कर रहे हैं.