FY23 में MSME सेक्टर के लिए क्रेडिट ग्रोथ हुई मजबूत, जानें क्या कहते हैं आंकड़े
जून 2022 महीने के लिए क्षेत्र-वार क्रेडिट डेटा संकेत देता है कि प्रत्येक क्षेत्र में वृद्धिशील ऋण में पर्याप्त सुधार हुआ है.
सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम (MSMEs) क्षेत्र की क्रेडिट ग्रोथ चालू वित्त वर्ष 2022-23 में 52800 करोड़ रुपये विस्तारित हुई है. पिछले वर्ष की समान अवधि के दौरान इस सेक्टर (Micro, Small and Medium Enterprises) ने क्रेडिट ग्रोथ में 61000 करोड़ रुपये की गिरावट देखी थी. यह बात SBI Research की साप्ताहिक रिपोर्ट ‘Ecowrap’ में सामने आई है.
ओवरऑल क्रेडिट ग्रोथ ने पिछले वित्त वर्ष की तुलना में और अधिक ट्रैक्शन हासिल किया है और जुलाई के मध्य तक 14 प्रतिशत की तीन साल की उच्च वृद्धि दर्ज की है. रिपोर्ट में कहा गया है कि इस अवधि के दौरान रिटेल लोन में 1.34 लाख करोड़ रुपये का विस्तार हुआ, जो पिछले साल 26500 करोड़ रुपये था.
वृद्धिशील ऋण में पर्याप्त सुधार
जून 2022 महीने के लिए क्षेत्र-वार क्रेडिट डेटा संकेत देता है कि प्रत्येक क्षेत्र में वृद्धिशील ऋण में पर्याप्त सुधार हुआ है. इसके अलावा 16 जुलाई, 2022 को समाप्त पखवाड़े के लिए कुल जमा में 8.4 प्रतिशत की वृद्धि हुई, जबकि पिछले वर्ष 10.7 प्रतिशत की वृद्धि हुई थी. पखवाड़े के दौरान जमा में 1.51 लाख करोड़ रुपये और क्रेडिट में 1.0 लाख करोड़ रुपये की गिरावट आई.
जमा में गिरावट का संभावित कारण
रिपोर्ट में कहा गया है कि जमा में गिरावट हर वैकल्पिक पखवाड़े में ट्रेंड के कारण है, जो रिकरिंग खपत उद्देश्यों के लिए हर महीने के पहले पखवाड़े में सैलरी विदड्रॉअल के कारण हो सकता है. आगे कहा गया कि बैंकिंग सेक्टर आउटलुक उभरती हुई भू-राजनीतिक स्थिति और वैश्विक कमोडिटी कीमतों व लॉजिस्टिक्स पर इसके प्रभाव पर निर्भर करता है. SBI रिसर्च का कहना है कि वित्त वर्ष 2022-23 में हम उम्मीद करते हैं कि इंट्रेस्ट रेट रिवर्सल के बावजूद जमा और क्रेडिट दोनों दोहरे अंकों में बढ़ते रहेंगे.
Edited by Ritika Singh