CRPF जवानों ने घायल व्यक्ति को कंधे पर लादकर पहुंचाया अस्पताल
इंसान की जिंदगी से ज्यादा शायद कुछ भी महत्वपूर्ण नहीं होता है। अगर आप किसी की जान बचा पाएं तो उससे बढ़कर क्या होगा। अर्दसैनिक बलों के जवान देश में घुसपैठियों और नक्सलियों से देश को बचाते ही हैं साथ ही मौका मिलने पर आम जनजीवन की मदद के लिए भी खड़े हो जाते हैं। छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले में सीआरपीएफ के कुछ जवानों ने एक आदिवासी ग्रामीण की जान बचाई है।
सीआरपीएफ के कोबरा जवान रायपुर से 350 किलोमीटर दूर नियमित पट्रोलिंग कर रहे थे तभी उन्होंने देखा कि एक घर के पास काफी भीड़ एकत्रित है। जब वे पास में गए तो पतता चला कि एक अंडू नाम का एक लड़का ट्रैक्टर से गिर गया है और उसे काफी गंभीर चोट लगी हैं। लेकिन कोई साधन न होने की वजह से उसे अस्पताल नहीं पहुंचाया जा सका।
सीआरपीएफ के प्रवक्ता कमांडेंट बीसी पात्रा ने न्यू इंडियन एक्सप्रेस से बीतचीत में कहा, 'यह बुदकिचेरू की बात है जो कि काफी सुदूर में स्थित आदिवासी गांव है। जब सीआरपीएफ के जवानों ने उस घायल लड़के को देखा तो तुरंत वे ऐक्शन में आए और उसे अपने कंधों पर लादकर 5 किलोमीटर दूर स्थित बेस कैंप तक पहुंचाया। वहां पर उसे प्राथमिक उपचार दिया गया।'
अंडू को घने जंगल और ऊबड़ खाबड़ रास्तों से होते हुए बेस कैंप त पहुंचाया गया। तपती धूप में पैदल चलना एक चुनौती भरा काम था लेकिन सीआरपीएफ के जवानों की जितनी प्रशंसा की जाए कम है। बेस कैंप में प्राथमिक चिकित्सा देने के बाद घायल अंडू को एंबुलेंस के जरिए बीजापुर जिला अस्पताल पहुंचाया गया। अधिकारी ने कहा, 'कोबरा बटालियन 204 ने इस सराहनीय काम को अंजाम किया।' अब अंडू की हालत खतरे से बाहर है और उसके स्वास्थ्य में काफी तेजी से सुधार हो रहा है। इंसानियत के लिए सीआरपीएफ जवानों की ये कोशिश काबिले तारीफ है।