Brands
Discover
Events
Newsletter
More

Follow Us

twitterfacebookinstagramyoutube
ADVERTISEMENT
Advertise with us

CryptoMarketCrash: 24 घंटे में निवेशकों के करीब 150 अरब डॉलर डूबे

8 महीने पहले क्रिप्टोकरेंसी का मार्केट साइज 24 लाख करोड़ रुपये था. वहीं, इन 8 महीनों में निवेशकों को 15.65 लाख करोड़ रुपये का नुकसान झेलना पड़ा है. निवेशकों को हुए इस नुकसान की तुलना अगर एक देश की GDP से की जाए तो वह देश है — ब्राजील (15 लाख करोड़ रुपये).

दुनियाभर के क्रिप्टो मार्केट में हाहाकार मचा हुआ है. क्रिप्टेकरेंसी के भाव दिन-ब-दिन गिरते जा रहे हैं. दुनिया की सबसे बड़ी और सबसे लोकप्रिय क्रिप्टोकरेंसी बिटक्वाइन (BitCoin) की हालत तो सबसे ज्यादा खराब है. इसके भाव रिकॉर्ड स्तर से करीब तिहाई ही रह गए हैं. बिटक्वाइन के भाव 22 हजार डॉलर के नीचे फिसल गए हैं और मंगलवार को तो एक बार यह 21 हजार के भी नीचे गोता लगा चुका था. महज एक दिन में ही बिटक्वाइन में निवेशकों की पूंजी करीब 14 फीसदी साफ हो चुकी है. इसके अलावा दूसरी क्रिप्टोकरेंसीज के भी हाल बेहाल है.

बिटक्वाइन, एथेरियम समेत ज्यादातर क्रिप्टोकरेंसीज की क़ीमतों में 20 फ़ीसदी तक की गिरावट देखने को मिली है. इस गिरावट के चलते 24 घंटे में निवेशकों के करीब 150 अरब डॉलर डूब गए.

अगर हम बिटक्वाइन की कीमतों में गिरावट को देखें तो, इसके भाव में रिकॉर्ड ऊंचाई से 70 फीसदी की गिरावट हुई है. बिटक्वाइन का भाव नवंबर, 2021 में 53 लाख रुपये था. जो कि गिरकर जनवरी, 2022 में 27 लाख रुपये पहुंच गया. फिर अप्रैल महीने में इसने तेजी देखने की कोशिश की. अप्रैल में इसकी कीमत 32 लाख रुपये थी. इसके बाद मई महीने में इसमें फिर गिरावट आई. मई में यह 24 लाख रुपये था. और अब जून में लगातार हो रही गिरावट के चलते यह 17 लाख रुपये पर कारोबार कर रहा है.

वहीं, अगर क्रिप्टो मार्केट साइज के वर्तमान हालात को देखें तो, यह पिछले 6 महीने में 3 लाख करोड़ डॉलर से घटकर क्रिप्टो मार्केट 900 अरब डॉलर पर आ पहुंचा है.

8 महीने पहले क्रिप्टोकरेंसी का मार्केट साइज 24 लाख करोड़ रुपये था. वहीं, इन 8 महीनों में निवेशकों को 15.65 लाख करोड़ रुपये का नुकसान झेलना पड़ा है. निवेशकों को हुए इस नुकसान की तुलना अगर एक देश की GDP से की जाए तो वह देश है — ब्राजील (15 लाख करोड़ रुपये).

मंगलवार को क्रिप्टो बाजार में आई गिरावट के बीच सिर्फ टेथर क्वाइन ही ऐसी करेंसी थी, जो बीते कुछ दिनों से बढ़त में दिखाई दे रही थी, लेकिन यह बढ़त भी ज्यादा दिन न चल सकी. यह भी लाल निशान पर पहुंच गई. इसकी कीमत में 0.38 फीसदी या 0.32 रुपये की कमी आई और इसका दाम कम होकर 83.53 रुपये पर पहुंच गया. इसके अलावा बाजार में कारोबार करने वाली टॉप-10 डिजिटल करेंसी गिरावट में कारोबार करती हुईं नजर आईं.  

टॉप क्रिप्टोकरेंसी में गिने जाने वाले बिनांस क्वाइन का दाम 4.67 फीसदी या 929 रुपये कम होकर 18,965 रुपये पर आ गया, जबकि डॉजक्वाइन की कीमत में 0.65 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई और यह 4.85 रुपये की रह गई. वहीं पोल्काडॉट के दाम में 7 फीसदी, लाइटक्वाइन में 3 फीसदी, तो वहीं शीबा इनु का भाव 4.30 फीसदी की बढ़त देखने को मिली है.

गौरतलब हो कि पिछले साल नवंबर 2021 में एक बिटक्वाइन की कीमत 69 हजार डॉलर हो गई थी जो इसका रिकॉर्ड ऊंचा भाव है. हालांकि इसकी मजबूती कायम नहीं रह सकी. और अब तो लगता है जैसे इसे किसी की नज़र लग गई हो.