अमेरिकी मुद्रास्फीति का बिटकॉइन को झटका, 18 महीने के निचले स्तर पर ला पटका
सबसे बड़ी और सबसे लोकप्रिय क्रिप्टोकरेंसी 9% की गिरावट के साथ 25,586 डॉलर पर आ गई है. दिसंबर 2020 के बाद से यह सबसे कम आंकड़ा है.
क्रिप्टोकरेंसी मार्केट (Cryptocurrency Market) आज इस साल के सबसे निचले स्तर पर आ गया है. कल दर्ज किए गए 1.10 ट्रिलियन डॉलर से ग्लोबल मार्केट कैपिटल घटकर 1.02 ट्रिलियन डॉलर हो गया है. इस साल ग्लोबल क्रिप्टोकरेंसी मार्केट कैप में लगभग 1 ट्रिलियन डॉलर की गिरावट आई है, जबकि लगभग हर कॉइन की वैल्यू अब आधी या उससे भी कम हो गई है.
कयास लगाए जा रहे हैं कि दुनियाभर में मुद्रास्फीति की बढ़ती आशंकाओं के चलते ऐसा हुआ है. सबसे ज्यादा नुकसान बिटकॉइन (Bitcoin) को हुआ है. सबसे बड़ी और सबसे लोकप्रिय क्रिप्टोकरेंसी 9% की गिरावट के साथ 25,586 डॉलर पर आ गई है. दिसंबर 2020 के बाद से यह सबसे कम आंकड़ा है.
बिटकॉइन एशिया ट्रेडिंग में लगभग 18 महीनों के सबसे निचले स्तर पर आ गिरा. क्योंकि शुक्रवार को अमेरिकी मुद्रास्फीति (US inflation) के चलते इसे तगड़ा झटका लगा.
शुक्रवार के आंकड़ों से पता चलता है कि अमेरिकी मुद्रास्फीति मई में 40 साल के उच्च स्तर पर पहुंचने के बाद व्यापारी फेडरल रिजर्व की अधिक आक्रामक गति के लिए दांव लगा रहे हैं. इसने क्रिप्टोकरेंसी और इक्विटी सहित जोखिम वाली संपत्तियों में बिकवाली (Selloff) शुरू कर दी.
वहीं, कुछ ऐसा ही हाल एथेरियम (Ethereum) का है. यह 14 महीनों में अपने सबसे निचले स्तर पर गिर गया है. वर्तमान में एथेरियम लगभग 1350 डॉलर पर कारोबार कर रहा है. सोलाना (Solana) में लगभग 30% की गिरावट आई है और यह 29 डॉलर के आसपास ट्रेड कर रहा है.
विशेषज्ञों का कहना है कि क्रिप्टोकरंसी की कीमतों में गिरावट निवेशकों की जोखिम लेने की क्षमता में गिरावट का संकेत देती है. वे स्पष्ट रूप से जोखिम भरी संपत्तियों से सावधान हैं. अपनी सभी अनिश्चितताओं और अस्थिरताओं के साथ, क्रिप्टो को निवेश के उद्देश्य से सबसे अस्थिर साधनों में से एक माना जाता है.