शिलांग में सुबह छह बजे से शाम सात बजे तक कर्फ्यू में छूट, गुवाहाटी में भी हटा कर्फ़्यू
नागरिकता कानून के विरोध में जारी प्रदर्शन के बीच शिलांग में मंगलवार को कर्फ्यू में 13 घंटे की छूट दी गई है, हालांकि यहां अब भी मोबाइल इंटरनेट सेवा निलंबित रहेगी। ईस्ट खासी हिल्स जिला प्रशासन ने बताया कि लुमडियेन्गजरी पुलिस थाना क्षेत्र और सदर पुलिस थाना क्षेत्रों में कर्फ्यू में सुबह छह बजे से ढील दी गई है।
यहां बैंक और मुख्य बाजार खुले हुए हैं और वाहन सड़कों पर चल रहे हैं। विद्यालयों में सालाना परीक्षा परिणाम जारी होने के बाद ज्यादातर संस्थानों में शीतकालीन छुट्टियां हो गई हैं।
गृह विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि
"मोबाइल इंटरनेट सेवा सोमवार को शाम पांच बजे से 48 घंटों के लिए बंद है। वहीं मोबाइल संदेश सेवा में छूट दी गई है और प्रत्येक नंबर से पांच संदेश भेजे जा सकते हैं, जिसमें ओटीपी सेवा भी शामिल है।अधिकारी ने बताया कि सोमवार से हिंसा की कोई खबर नहीं है।"
सभी सामाजिक संगठनों और दबाव बनाने वाले समूहों की शीर्ष इकाई मेघालय सामाजिक परिसंघ (सीओएमएसओ) ने राज्य सरकार द्वारा इनर लाइन परमिट के कार्यान्वयन की मांग करने वाला प्रस्ताव पारित करने का स्वागत किया है।
बहरहाल, सीओएमएसओ के सदस्य संशोधित नागरिकता कानून के विरोध में धरना दे कर शांतिपूर्ण प्रदर्शन कर रहे हैं। इसी बीच मेघालय के नवनियुक्त राज्यपाल आर एन रवि मंगलवार को राज भवन में शपथ लेंगे।
राष्ट्रपति भवन ने सोमवार को एक बयान में कहा कि
"नागालैंड के राज्यपाल रवि को सोमवार को मेघालय का भी अतिरिक्त प्रभार दिया गया है।"
इसी के साथ ही संशोधित नागरिकता कानून के खिलाफ विरोध प्रदर्शनों के मद्देनजर 11 दिसम्बर से गुवाहाटी में लगा कर्फ्यू आज मंगलवार को हटा लिया गया। अधिकारियों ने बताया कि शहर में दुकानें और व्यवसायिक प्रतिष्ठान खुले हैं। बस, कार और दोपहिया वाहन सड़कों पर नजर आ रहे हैं। कानून एवं व्यवस्था की समीक्षा के लिए मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल द्वारा सोमवार को बुलाई गई एक बैठक में गुवाहाटी से कर्फ्यू हटाने का निर्णय लिया गया।
आधिकारिक बयान के अनुसार,
‘‘ गुवाहाटी में मंगलवार को सुबह छह बजे से पूरी तरह कर्फ्यू हटाने का निर्णय लिया गया है।’’
बयान में हालांकि मोबाइल इंटरनेट सेवाएं बहाल करने के बारे में कोई जिक्र नहीं है। उन्होंने बताया कि डिब्रूगढ़ में मंगलवार को सुबह छह बजे से 14 घंटे तक कर्फ्यू में ढील दी जाएगी।
असम में संशोधित नागरिकता कानून के खिलाफ हुए प्रदर्शन के हिंसक रूप लेने के बाद प्रदर्शनकारियों ने तीन रेलवे स्टेशन, एक पोस्ट ऑफिस, एक बैंक, एक बस टर्मिनस, कई दुकानें, वाहनों और कई अन्य सार्वजनिक सम्पत्तियों को आग लगा दी थी या उनमें तोड़-फोड़ की थी। प्रदर्शनों में बुधवार तक पांच लोग अपनी जान गंवा चुके थे।