सिक्योरिटी फोर्स के जवान ने चलती ट्रेन में चढ़ने का प्रयास कर रही बच्ची की बचाई जान
मुंबई के महालक्ष्मी रेलवे स्टेशन पर घटी ये घटना...
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक पिछले हफ्ते शुक्रवार को मुंबई के महालक्ष्मी रेलवे स्टेशन पर एक महिला अपने पति और बेटी के साथ ट्रेन पर चढ़ने का प्रयास कर रही थी, लेकिन इतने में ट्रेन चल पड़ी और उसकी बेटी नीचे ही रह गई।
प्लेटफॉर्म पर गिरने के बाद छोटी बच्ची ट्रेन के नीचे जाने लगी, लेकिन इसी बीच प्लेटफॉर्म पर खड़े सचिन जो उसके पीछे ही चल रहे थे, उसे जल्दी से पकड़कर बाहर खींचा। इसके बाद वहां थोड़ी देर के लिए अफरातफरी का माहौल हो गया।
महाराष्ट्र सिक्यॉरिटी फोर्स के एक जवान ने रेलवे स्टेशन पर एक बच्ची को चलती ट्रेन के नीचे आने से बचा लिया। रेलमंत्री पीयूष गोयल ने घटना की सीसीटीवी फुटेज ट्विटर पर साझा करते हुए बहादुर पुलिस जवान सचिन पोल की तारीफ की। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक पिछले हफ्ते शुक्रवार को मुंबई के महालक्ष्मी रेलवे स्टेशन पर एक महिला अपने पति और बेटी के साथ ट्रेन पर चढ़ने का प्रयास कर रही थी, लेकिन इतने में ट्रेन चल पड़ी और उसकी बेटी नीचे ही रह गई। वह अपने पति के साथ ट्रेन पर चढ़ गई लेकिन बेटी को नहीं चढ़ा पाई। इसी दौरान बेटी का पैर फिसला और वह प्लेटफॉर्म पर ही गिर पड़ी।
प्लेटफॉर्म पर गिरने के बाद छोटी बच्ची ट्रेन के नीचे जाने लगी, लेकिन इसी बीच प्लेटफॉर्म पर खड़े सचिन जो उसके पीछे ही चल रहे थे, उसे जल्दी से पकड़कर बाहर खींचा। इसके बाद वहां थोड़ी देर के लिए अफरातफरी का माहौल हो गया। आवाज सुनकर ट्रेन में बैठे यात्रियों ने ट्रेन की चेन खींची। ट्रेन रुकने के बाद मां नीचे उतरकर आई। उसे यकीन नहीं हुआ कि उसकी बेटी सकुशल बच गई है। हालांकि उसे थोड़ी सी खरोंच जरूर आई, लेकिन वह ट्रेन के नीचे जाने से बच गई। सचिन को भी हल्की सी चोटें आईं। सचिन को डिपार्टमेंट की तरफ से इस बहादुरी के लिए दस हजार रुपये का पुरस्कार भी मिला।
पीयूष गोयल ने कहा, 'हम सभी को महाराष्ट्र सिक्योरिटी फोर्स के जवान सचिन पर गर्वा है। उसने बहादुरी का परिचय देते हुए एक छोटी सी बच्ची की जान बचाई।' मुंबई मिरर के मुताबिक इस घटना के बाद स्टेशन पर ही बच्ची और सचिन को प्राथमिक उपचार दिया गया। पश्चिमी रेलवे के प्रिंसिपल चीफ सिक्योरिटी कमिश्नर एके सिंह ने बताया, 'सुरक्षाकर्मी और बच्ची को हल्की चोटें आईं, लेकिन हैरानी की बात रही की बच्ची बच गई। ट्रेन की स्पीड को देखकर लग नहीं रहा था कि वह बचेगी।'
बच्ची के पिता मोहम्मद दीशान अपनी पत्नी के साथ भिवंडी के रहने वाले हैं। वे अपनी बेटी और पत्नी के साथ हाजी अली दरगाह पर गए थे और वहां से वापस अपने घर जा रहे थे। हालांकि मुंबई में ऐसा पहली बार नहीं हुआ है। इसके पहले इसी साल फरवरी में मुंबई सेंट्रल रेलवे स्टेशन पर एक महिला ट्रेन पर चढ़ने के प्रयास में बोगी के बीच गिर गई थी। आरपीएफ जवानों ने उसे बचाया था। इसी तरह अप्रैल में एक महिला ट्रेन के नीचे जाने से बची थी। उसे यात्रियों और रेलवे सुरक्षा बल के जवानों ने बचाया था।
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