स्टार्टअप को बढ़ावा देने के लिए राजस्थान में बनेगा 500 करोड़ रुपये का बैंक
स्टार्टअप, प्रौद्योगिकी से संबंधित लोगों, बैंकों, वित्तीय एजेंसियों और सरकारी विभागों के दो दिवसीय कार्यक्रम राजस्थान डिजिफेस्ट 2017 के अंतिम सत्र को संबोधित करते हुए सीएम वसुंधरा राजे ने 500 करोड़ रुपये के कोष बनाने की घोषणा की
राजे ने कहा कि हम इस तरह का कोष बनाने वाले पहला राज्य हैं। स्टार्टअप हमारे दिल के बेहद करीब हैं और इसीलिये हम 500 करोड़ रुपये का यह कोष बनाने जा रहे हैं।
यहां पर स्टार्टअप न केवल सरकारी सहायता प्राप्त कर सकते हैं बल्कि अपने कारोबार को बढ़ाने के लिए कई वेंचर कैपिटलिस्ट से भी मिलकर आगे की रणनीति बनाई।
राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने राज्य में स्टार्टअप के प्रोत्साहन के लिए 500 करोड़ रुपये का एक कोष बनाने की घोषणा की। उन्होंने इस मौके पर जयपुर से कोटा की उड़ान की भी शुरुआत की। स्टार्टअप, प्रौद्योगिकी से संबंधित लोगों, बैंकों, वित्तीय एजेंसियों और सरकारी विभागों के दो दिवसीय कार्यक्रम राजस्थान डिजिफेस्ट 2017 के अंतिम सत्र को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा, हम इस तरह का कोष बनाने वाले पहला राज्य हैं। स्टार्टअप हमारे दिल के बेहद करीब हैं और इसीलिये हम 500 करोड़ रुपये का यह कोष बनाने जा रहे हैं।
डिजीफेस्ट स्टार्टअप योजना के प्रचार-प्रसार के लिए 17 और 18 अगस्त को कोटा में राजस्थान डिजीफेस्ट स्टार्टअप हैकथॉन का आयोजन किया गया था। राज्य के सूचना प्रौद्योगिकी विभाग ने इस कार्यक्रम का आयोजन किया था। सूचना प्रौद्योगिकी और संचार विभाग की ओर से होने वाले प्रोग्राम में स्टार्ट अप, हैकर्स, कोडर्स, सॉफ्टवेयर डेवलपर सहित अन्य प्रोफेशनल एक्सपर्ट्स ने भाग लिया। इसका मकसद नए स्टार्टअप के प्रोत्साहन के लिए एक बड़ा मंच प्रदान करना है। यहां पर स्टार्टअप न केवल सरकारी सहायता प्राप्त कर सकते हैं बल्कि अपने कारोबार को बढ़ाने के लिए कई वेंचर कैपिटलिस्ट से भी मिलकर आगे की रणनीति बनाई।
दरअसल, स्टार्ट अप इंडिया को गति देने के लिए और आंत्रप्रिन्योरशिप के लिए युवाओं को प्रमोट करने के लिए भी यह फेस्ट बहुत फायदेमंद रहा। यहां पर एक दूसरे से आइडिया शेयरिंग के साथ नॉलेज का भी एक्सचेंज हुआ। वहीं स्टार्टअप की सफलता, उसमें इंवेस्टमेंट और प्रमोशन की स्किल्स के बारे में भी बताया गया।
राजे ने इस मौके पर कहा कि अगला डिजिफेस्ट अगले साल इसी समय उदयपुर में आयोजित किया जाएगा। जयपुर से कोटा के बीच की उड़ान शुरू करने के बाद उन्होंने कहा कि स्थानीय हवाई अड्डा काफी छोटा है और ऐसे में यदि इसकी शुरुआत हुई है तो इसका श्रेय कई लोगों को जाता है। उन्होंने कहा, हमें असंभव कार्य करना था। हमने असंभव को संभव कर दिखाया। राजे ने कहा कि यह महज पर्यटन के दृष्टिकोण से बड़ा निर्णय नहीं है बल्कि इस कारण भी है कि कोटा शिक्षा का बड़ा केंद्र है।