क्या खत्म हो जाएगी बिटकॉइन जैसी क्रिप्टोकरंसी की वैल्यू?
कुछ क्रिप्टोकरंसी की कीमतें तो इतनी बढ़ गईं कि उनका दाम लाखों रुपये के बराबर हो गया। लेकिन इनका भविष्य अभी भी अनिश्चित है क्योंकि इनके दाम में लगातार कमी या इजाफा होता रहता है। इसी बीच क्रिप्टोकरंसी रिप्पल के सीईओ ब्रैड गार्लिंगहाउस ने एक चौंकानेवाला बयान दिया है। ब्रैड का कहना है कि सारी क्रिप्टोकरंसीज की वैल्यू एक दिन जीरो हो जाएगी।
भारत सरकार ने क्रिप्टोकरंसी के खिलाफ चेतावनी जारी की है। सरकार का कहना है कि क्रिप्टोकरंसी से मनी लॉन्ड्रिंग जैसे रिस्क जुड़े हुए हैं। इसी साल 2 जनवरी को वित्त मंत्री अरुण जेटली ने राज्यसभा में बताया था कि सरकार इस मुद्दे पर विचार कर रही है।
बीते कुछ समय से लेन देन के रूप में एक नई तरह की मुद्रा क्रिप्टोकरंसी का प्रचलन शुरू हुआ है। इनमें से कुछ क्रिप्टोकरंसी की कीमतें तो इतनी बढ़ गईं कि उनका दाम लाखों रुपये के बराबर हो गया। लेकिन इनका भविष्य अभी भी अनिश्चित है क्योंकि इनके दाम में लगातार कमी या इजाफा होता रहता है। अभी हाल ही में अगर बात करें तो बिटकॉइन, रिप्पल जैसी क्रिप्टोकरंसीज के वैल्यू में पिछले कुछ महीनों में कई गुना बढ़ोतरी हुई है। क्रिप्टोकरंसी के भाव में लगातार चढ़ाव-उतार जारी है।
इसी बीच क्रिप्टोकरंसी रिप्पल के सीईओ ब्रैड गार्लिंगहाउस ने एक चौंकानेवाला बयान दिया है। ब्रैड का कहना है कि सारी क्रिप्टोकरंसीज की वैल्यू एक दिन जीरो हो जाएगी। गोल्डमैन सैक्स के एक कार्यक्रम में ब्रैड ने कहा, 'मेरा मानना है कि ज्यादातर क्रिप्टोकरंसीज अपनी वैल्यू एक दिन खो देंगी। अगर मैं साफ-साफ कहूं तो मेर हिसाब से क्रिप्टकरंसीज ट्रांजैक्शनल कंरसी के तौर पर उपयोगी नहीं हैं, इसलिए इनके अस्तित्व का कोई मतलब नहीं है।'
रिप्पल के सीईओ ने आगे कहा, 'अभी तक यह नहीं पता चल पाया है कि इनका इस्तेमाल क्या है। ये भी अस्पष्ट है कि इनकी वैल्यू किस हिसाब से घटती-बढ़ती है। किसी भी एसेट की वैल्यू लॉन्ग टर्म में उसकी यूटिलिटी पर निर्भर करती है।' क्रिप्टोकरंसी के क्रेज के बीच रिप्पल सीईओ के इस बयान ने निवेशकों को हैरत में डाल दिया है। ब्रैड के अनुसार, 'बिटकॉइन रिप्पल से 1000 गुना ज्यादा स्लो और महंगा है, लेकिन यह गोल्ड की तरह स्टोर ही किया जाएगा। इसके पेमेंट ऑप्शन के रूप में इस्तेमाल की संभावना काफी कम है। आपको बता दें कि रिप्पल मार्केट कैपिटल के हिसाब से दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी क्रिप्टोकरंसी है।
गौरतलब है कि भारत सरकार ने क्रिप्टोकरंसी के खिलाफ चेतावनी जारी की है। सरकार का कहना है कि क्रिप्टोकरंसी से मनी लॉन्ड्रिंग जैसे रिस्क जुड़े हुए हैं। इसी साल 2 जनवरी को वित्त मंत्री अरुण जेटली ने राज्यसभा में बताया था कि सरकार इस मुद्दे पर विचार कर रही है। जेटली ने कहा, 'वित्त मंत्रालय के सचिवों की अध्यक्षता में एक समिति क्रिप्टोकरंसी से जुड़े सभी मुद्दों पर विचार विमर्श कर रही है इससे यह साफ हो सकेगा कि इस मुद्दे पर क्या फैसला लेना है। उन्होंने यह भी कहा था कि सरकार क्रिप्टोकरंसी को वैध नहीं मानती है।
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