रेलवे टिकट पाना अब और आसान, IRCTC के नए साझीदार Paytm से कराएं बुकिंग...
6 महीने में रोज 25 हजार टिकट तक पहुंचने का लक्ष्य
मोबाइल केंद्रित मार्केटप्लेस और पेमेंट एनेब्लर Paytm ने ट्रेन टिकटों की ऑनलाइन बिक्री के लिए भुगतान के विकल्प के बतौर पेटीएम वैलेट की पेशकश के साथ भारतीय रेलवे कैटरिंग एवं पर्यटन निगम (IRCTC) के साथ साझीदारी की घोषणा की है। इस कदम से उपभोक्ता रेल टिकट बुक करते समय प्लास्टिक आधारित कार्डों के बजाय वैलेट का उपयोग करने में सक्षम होंगे।
पेटीएम के लिए यह बड़ी डील है जिसे सेमी-क्लोज्ड वैलेट शुरू करने के लिए पिछले साल भारतीय रिजर्व बैंक से स्वीकृति मिल गई थी। अगले 6 महीने में नोएडा आधारित यह कंपनी IRCTC के प्लेटफॉर्म से रोज 25 हजार से भी अधिक टिकट बिक्री का अनुमान कर रही है।
योर स्टोरी के साथ बातचीत करते हुए पेटीएम के संस्थापक विजय शेखर शर्मा ने कहा, "यह हमलोगों के लिए एक बड़ी पार्टनरशिप है क्योंकि इससे उपभोक्ताओं को पेटीएम वैलेट के माध्यम से ट्रेन टिकट बुक करने की अनुमति मिलती है। IRCTC आज पेटीएम के बाद सबसे बड़ा उपभोक्ता लेनदेन प्लेटफॉर्म है।’’
पेटीएम गत वर्ष नवंबर में मात्रा के मामले में IRCTC से आगे निकल गया। अभी उसके 6 करोड़ से अधिक वैलेटधारी हैं और उपभोक्ता अब 21,000 व्यापारियों से खरीदारी करके पेटीएम वैलेट से भुगतान कर सकते हैं। IRCTC जैसे प्लेटफॉर्म से जुड़ने से उसे दूसरे और तीसरे दर्जे के बाजरों तक अपनी पहुंच बढ़ाने में मदद मिलेगी।
अभी इसे हर महीने विभिन्न डिजिटल और भौतिक वस्तुओं के 6 करोड़ से अभी अधिक ऑर्डर मिलते हैं। अभी ट्रेन टिकट बुक करने के लिए वैलेट का उपयोग करने वाले वैलेटधारियों की संख्या के बारे में पूछने पर विजय जी ने बताया, ’’हमलोगों ने अभी इसकी शुरुआत ही की है और ट्रेन टिकट बुक करने के लिए इसका उपयोग अभी आरंभिक चरण में है। आगे के महीनों में हमलोग इस फीचर के प्रति जागरूकता बढ़ाने के लिए उपभोक्ताओं के साथ संवाद की अनेक पहलकदमियां शुरू करेंगे।’’
पेटीएम अनेक प्रकार के अपडेट के साथ आता रहा है। गत सप्ताह बंगलोर में किराना सामानों की डेलिवरी शुरू करके यह हाइपर-लोकल गेम में शामिल हो गया।
बिल्कुल हाल में पेटीएम शून्य कमीशन मॉडल वाले सेलर ऐप के साथ सामने आया जिसका मतलब हुआ कि प्लेटफॉर्म के विक्रेताओं को बिक्री पर पेटीएम को कमीशन नहीं देना पड़ेगा। यह कदम पेटीएम के लिए गेम-चेंजिंग डील दिखता है और फ्लिपकार्ट तथा स्नैपडील जैसे अन्य मार्केटप्लेस को मर्चेंट एक्वीजिशन के मोर्चे पर दिक्कतों का सामना करना पड़ेगा।
इस साझेदारी से द्वितीय और तृतीय श्रेणी के शहरों में वैलेट का उपयोग बढ़ेगा जहां प्लास्टिक कार्ड का उपयोग उत्साहजनक नहीं है। ‘‘IRCTC की पूरे देश में पहचान और साख है। इस साझेदारी से पूरे देश में नए-पुराने उपभोक्ताओं के लिए अपनी सुविधा के लिए पेटीएम वैलेट का उपयोग करने की गुंजाइश बढ़ेगी,’’ विजय जी बताते हैं।
पेटीएम- IRCTC साझेदारी से दोनो पक्ष फायदे में हैं। जहां IRCTC हर वर्ष 18 करोड़ लेनदेन को प्रोसेस कर सकेगा, वहीं पेटीएम का 6 करोड़ वैलेटधारी उपभोक्ताओं का मजबूत आधार है जो क्रेडिट/डेबिट कार्डों के डिटेल का उपयोग करने की जगह इस वैलेट का उपयोग कर सकेंगे।
पेटीएम के पहले दूरसंचार की प्रमुख कंपनी वोडाफोन मोबाइल फोनों के जरिए वोडाफोन के एम-पेसा भुगतान विकल्प का उपयोग करते हुए रेलवे टिकट की ऑनलाइन बुकिंग में मदद के लिए IRCTC के साथ रणनीतिक साझेदारी की थी।
अपडेट: पेटीएम ने आइओएस के लिए अभी-अभी नया वैलेट शुरू किया है।