अर्थव्यवस्था को रफ्तार देने को दिल्ली सरकार ने डीजल पर घटाया वैट
मुख्यमंत्री ने कहा कि वह आगामी दिनों में उद्योगपतियों और व्यापारियों के साथ वर्चुअल बैठक करेंगे और उनकी समस्याओं को समझने और उन्हें सुलझाने का प्रयास करेंगे।
नयी दिल्ली, दिल्ली सरकार ने डीजल पर मूल्यवर्धित कर (वैट) की दर को 30 प्रतिशत से घटाकर 16.75 प्रतिशत कर दिया है। इससे राजधानी में डीजल 8.36 रुपये प्रति लीटर सस्ता हो गया है। दिल्ली सरकार ने कहा है कि इस कदम से कोरोना वायरस की वजह से दबाव झेल रही राज्य की अर्थव्यवस्था को उबारने में मदद मिलेगी।
मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की अध्यक्षता में बृहस्पतिवार को हुई राज्य मंत्रिमंडल की बैठक में डीजल पर वैट घटाने का फैसला किया गया।
केजरीवाल ने वर्चुअल संवाददाता सम्मेलन में यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि वैट में कटौती के बाद डीजल के दाम 8.36 रुपये प्रति लीटर घट जाएंगे।
उन्होंने कहा कि इस कटौती के बाद दिल्ली में अब डीजल का दाम 82 रुपये प्रति लीटर से घटकर 73.64 रुपये प्रति लीटर रह जाएगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य के व्यापारी और उद्योगपति डीजल पर वैट में कटौती की मांग कर रहे थे।
मई में दिल्ली सरकार ने पेट्रोल और डीजल पर वैट की दर को बढ़ाकर 30 प्रतिशत कर दिया था। इससे जहां पेट्रोल का दाम 1.67 रुपये प्रति लीटर बढ़ा था, वहीं डीजल 7.10 रुपये प्रति लीटर महंगा हुआ था।
केजरीवाल ने कहा कि अर्थव्यवस्था को उबारना एक बड़ी चुनौती है। हालांकि इसके साथ ही उन्होंने कहा कि दिल्ली के दो करोड़ लोगों के सहयोग से हम इस चुनौती से पार पा लेंगे। उन्होंने कहा कि दिल्ली के लोगों ने वायरस के संक्रमण के प्रसार को रोकने में सहयोग दिया है।
उन्होंने कहा,
‘‘व्यापारी, उद्योगपति और अन्य लोग डीजल पर वैट की दर में कटौती की मांग कर रहे थे। इससे संकट के समय उन्हें मदद मिलेगी। मेरा मानना है कि इस कदम से दिल्ली की अर्थव्यवस्था को भी आगे बढ़ाने में मदद मिलेगी। मैं व्यापारियों, दुकानदारों और उद्योगपतियों से अपील करता हूं कि वे अपने प्रतिष्ठान खोलें, लेकिन साथ ही सावधानी भी बरतें। हम मिलकर दिल्ली की अर्थव्यवस्था को पटरी पर ले आएंगे।’’
मुख्यमंत्री ने कहा कि वह आगामी दिनों में उद्योगपतियों और व्यापारियों के साथ वर्चुअल बैठक करेंगे और उनकी समस्याओं को समझने और उन्हें सुलझाने का प्रयास करेंगे।
उन्होंने कहा कि पिछले एक सप्ताह के दौरान दिल्ली सरकार ने कई कदम उठाए हैं। रेहड़ी-पटरी वालों को काम करने की अनुमति दी गई है। इसके अलावा एक जॉब पोर्टल भी शुरू किया गया है। उन्होंने कहा कि इस पोर्टल पर 7,577 नियोक्ताओं ने अपना पंजीकरण कराया है और दो लाख से अधिक रोजगार के अवसरों की पेशकश की है।