क्रिप्टो निवेश में दिल्ली-एनसीआर ने लगातार तीसरे साल बाजी मारी
भारत के क्रिप्टो निवेश का 36% से अधिक हिस्सा तीन सबसे बड़े महानगरों में केंद्रित है. दिल्ली (20.1%), बेंगलुरु (9.6%), और मुंबई (6.5%), जो पिछले वर्ष की तुलना में उल्लेखनीय वृद्धि दर्शाता है.
भारत के सबसे बड़े क्रिप्टो ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म्स में से एक, कॉइनस्विच (
) ने अपनी वार्षिक निवेशक रिपोर्ट 'इंडियाज क्रिप्टो पोर्टफोलियो 2024: हाउ इंडिया इन्वेस्ट्स' का तीसरा संस्करण प्रकाशित किया है. इस रिपोर्ट में भारत के विविध क्रिप्टो इकोसिस्टम का गहन विश्लेषण और डिजिटल संपत्तियों के साथ देश की बढ़ती भागीदारी को उजागर भी किया गया है.बिटकॉइन के ऐतिहासिक 100,000 डॉलर तक पहुंचने वाले वर्ष में, भारतीय निवेशकों ने मेम कॉइन्स में ज्यादा रुचि दिखाई. डॉजकॉइन सबसे अधिक निवेश किए गए कॉइन की सूची में शीर्ष पर रहा, जबकि SHIB सबसे अधिक ट्रेड किए गए कॉइन के रूप में उभरा. PEPE ने 2024 में 1300% की अविश्वसनीय वृद्धि के साथ शीर्ष प्रदर्शन करने वाली संपत्ति के रूप में अपना स्थान सुनिश्चित किया.
रिपोर्ट के अनुसार, दिल्ली-एनसीआर लगातार तीसरे साल क्रिप्टो अपनाने में सबसे आगे रहा है, और 2024 में भी यह क्षेत्र सबसे बड़ा योगदानकर्ता बना रहा.
इस क्षेत्र ने बेंगलुरु की तुलना में लगभग दोगुना निवेश दर्ज किया, जो दूसरे स्थान पर रहा, और उसके बाद मुंबई का स्थान रहा. भारत के क्रिप्टो निवेश का 36% से अधिक हिस्सा तीन सबसे बड़े महानगरों में केंद्रित है. दिल्ली (20.1%), बेंगलुरु (9.6%), और मुंबई (6.5%), जो पिछले वर्ष की तुलना में उल्लेखनीय वृद्धि दर्शाता है.
कॉइनस्विच के वाइस प्रेजिडेंट बालाजी श्रीहरि ने कहा, “2024 वैश्विक क्रिप्टो इकोसिस्टम के लिए एक बड़ा साल साबित हुआ है. बड़े राजनीतिक और नियामक परिवर्तनों ने मुख्यधारा में क्रिप्टो को तेजी से आगे बढ़ाया है. कॉइनस्विच पर, हमने पूरे भारत में क्रिप्टो निवेश में उल्लेखनीय वृद्धि देखी है. जो निवेश पहले केवल प्रमुख मेट्रो शहरों तक सीमित था, वह अब तेजी से टियर-2 और टियर-3 शहरों तक फैल रहा है, जो इसकी बढ़ती लोकप्रियता को दर्शाता है. भारतीय निवेशक अपने पोर्टफोलियो में विविधता ला रहे हैं और मीम कॉइन्स से लेकर लेयर-1 और डीफाई टोकन्स तक की खोज कर रहे हैं. यह क्रिप्टो एसेट्स के प्रति उनकी बदलती रुचि को दर्शाता है. बिटकॉइन के 100,000 डॉलर के स्तर को पार करने और साल का अंत करने के साथ, 2025 में विकास की एक रोमांचक यात्रा की नींव रखी गई है. हमें विश्वास है कि आने वाला साल 2024 की सफलताओं पर आधारित होगा और इस उद्योग को नई ऊंचाइयों तक ले जाएगा.”
रिपोर्ट में 2024 के लिए क्रिप्टो स्पेस में निम्नलिखित रुझानों को भी रेखांकित किया गया है:
- उभरते हुए शहर: जयपुर, लखनऊ और बोटाड जैसे टियर-2 और टियर-3 शहरों में मजबूत क्रिप्टो अपनाने के संकेत मिल रहे हैं, जो जमीनी स्तर पर विकास को दर्शाता है.
- आयु समूह: 35 वर्ष से कम आयु का समूह क्रिप्टो अपनाने में अग्रणी है, जो निवेशकों का लगभग 75% हिस्सा बनाता है. वहीं, 36-45 आयु वर्ग में भी स्थिर वृद्धि हो रही है.
- महिला निवेशक: महिलाओं की हिस्सेदारी निवेशक आधार में 11% है, जो इस क्षेत्र में समावेशिता बढ़ाने के अवसर को इंगित करती है.
निवेशकों की पसंद में बिटकॉइन (BTC) और एथेरियम (ETH) ने क्रमशः 7% और 6% के साथ दूसरा और तीसरा स्थान हासिल किया.