महिलाओं द्वारा शुरु किया गया यह बूटस्ट्रैप्ड D2C ब्रांड अब कमा रहा 20 करोड़ रुपये का रेवेन्यू
तमिलनाडु के इरोड स्थित Deyga एक D2C पर्सनल केयर ब्रांड है। यह अपने प्रोडक्ट्स को बनाने के लिए नेचुरल इनग्रेडिएंट्स का इस्तेमाल करता है। इसके अलावा ब्रांड यह भी सुनिश्चित करता है कि इसके प्रोडक्ट टॉक्सिन फ्री हों, इस लिहाज से ब्रांड टिकाऊ जीवन के लिए भी काम करता है।
ब्यूटी इंडस्ट्री के एक गुप्त रहस्य को लेकर आरती रघुराम हमेशा से बहुत परेशान थीं। रहस्य ये कि कई मान्यता प्राप्त ब्रांड प्राकृतिक होने का दावा करते हैं लेकिन फिर भी कई हानिकारक केमिकल का इस्तेमाल करते हैं।
इसने एमबीए ग्रेजुएट को 2018 में एक नेचुरल पर्सनल केयर ब्रांड, Deyga शुरू करने के लिए प्रेरित किया।
वह YourStory को बताती हैं, “मुझे लगा कि कई ब्रांडों की खराब केमिकल से भरी हुई इनग्रेडिएंट्स लिस्ट उनकी बड़ी प्रसिद्धि या उन पर लोगों के विश्वास को सही नहीं ठहराती है। यह काफी परेशान करने वाला है कि बाजार की कुछ सबसे मजबूत फर्में अभी भी हानिकारक केमिकल का इस्तेमाल करती हैं जो बिल्कुल अच्छे नहीं हैं, बल्कि त्वचा की सुरक्षा के लिए भी खतरनाक हैं।”
आरती कहती हैं कि उनका D2C (डायरेक्ट-टू-कंज्यूमर) ब्रांड Deyga न केवल नेचुरल प्रोडक्ट बनाता है, बल्कि स्थिरता, वनीकरण और पर्यावरण के अनुकूल जीवन शैली के बारे में जागरूकता भी फैलाता है।
प्रत्येक प्रोडक्ट की अपनी यात्रा होती है जो विभिन्न चरणों में आयुर्वेद द्वारा अपनाई गई विभिन्न पारंपरिक तकनीकों से जुड़ी होती है। उदाहरण के लिए, ब्रांड के बालों के तेल केवल कुछ बालों के अनुकूल इनग्रेडिएंट्स का सामान्य संयोजन नहीं होते हैं, लेकिन विशेष रूप से आयुर्वेद अवधारणाओं के अनुरूप बनाए जाते हैं और उन बर्तनों में तैयार किया जाता है जिन्हें सामग्री के गुणों को बढ़ाने के लिए डिजाइन किया गया है।
आरती कहती हैं, “हमारे बेस्टसेलर में से एक, बीटरूट लिप बाम है जो असली बीटरूट के अर्क से बनाया गया है जो अन्य नेचुरल इनग्रेडिएंट्स के एक समूह द्वारा तैयार है जो न केवल इसके साथ अच्छी तरह से जुड़ा हुआ है बल्कि इसके प्राकृतिक गुणों को एक और स्तर तक बढ़ाता है। इसलिए, हम सबसे अच्छा लाने के लिए, इनग्रेडिएंट्स और सही तकनीकों दोनों का ध्यान रखते हैं।”
प्रोडक्ट बनाने की प्रक्रिया
आरती का कहना है कि Deyga प्रोडक्ट स्थानीय किसानों या Deyga के अपने खेत से प्राप्त कच्चे माल से बनाए जाते हैं। फिर इन सामग्रियों की सावधानीपूर्वक जाँच की जाती है और अंतिम प्रोडक्ट बनाने के लिए केवल उच्च गुणवत्ता वाले का ही इस्तेमाल किया जाता है।
आरती कहती हैं, ''जहां तक डिस्ट्रीब्यूशन और लॉजिस्टिक्स का सवाल है, हमारी टीम इसे बेहतरीन तरीके से हैंडल करती है।"
उद्यमी का कहना है कि उनका सपोर्ट सिस्टम - ससुराल, पति और बच्चे - ने उनकी यात्रा में उनकी मदद की।
आरती कहती हैं, "यह मेरा परिवार है और यह बहुत बड़ा सपोर्ट है जो मुझमें सर्वश्रेष्ठ व्यावसायिकता लाता है। बेशक मेरी Deyga टीम भी ब्रांड के विकास में एक प्रमुख भूमिका निभाती है। अगर इसकी कार्यक्षमता की सराहना की जा रही है तो यह सिर्फ उन लोगों की वजह से है जो एक दूसरे के साथ तालमेल बिठाते हैं! जिस तरह पानी की एक-एक बूंद घड़े को भरने के लिए मायने रखती है, उसी तरह आज Deyga को बनाने में हमारा हर कर्मचारी बराबर का योगदान देता है।”
चुनौतियां और भविष्य
फाउंडर कहती हैं कि यात्रा चुनौतीपूर्ण रही है। टीम बनाने में पहली बाधा थी।
वे कहती हैं, "मुझे अभी भी याद है कि कैसे 'ऑर्गेनिक', 'सुगंध-मुक्त', और 'टिकाऊ' जैसे शब्द हमारे अधिकांश कर्मचारियों के लिए पूरी तरह से विदेशी शब्द थे, जिन्हें हमने प्रदर्शित करने में अच्छा समय बिताया। अगली चुनौती जिसका हमने सामना किया वह थी इस उद्योग में एक नवजात के रूप में प्रवेश करना, वैसे भी ऐसे समय में जब कई प्रसिद्ध ब्रांडों ने पहले ही पैर जमा लिए थे। तब से चुनौतियां कम नहीं हैं, लेकिन हां, इस पूरी यात्रा में हमें अपने ग्राहकों के प्यार से हम और मजबूत हुए हैं।”
औसत बास्केट साइज 3-5 प्रोडक्ट है और प्राइस रेंज भी 250 रुपये से 1100 रुपये तक काफी सस्ती है। फाउंडर के अनुसार, Deyga 20 करोड़ रुपये का रेवेन्यू कमा रहा है।
आरती कहती हैं, "हमारे पास एक अच्छी तरह से सोर्स की गई विचारधारा है जो दोनों दुनिया के सर्वश्रेष्ठ को देने के लिए आधुनिक तकनीक के साथ प्राचीन भारत से भी संबंधित है। इसके अलावा, हमारी इनग्रेडिएंट्स लिस्ट भी एकदम क्लियर कट है और हम प्रक्रिया में इस्तेमाल की जाने वाली हमारी पूरी सामग्री को छिपाने का विकल्प नहीं चुनते हैं। मुझे लगता है कि हमारे प्रोडक्ट्स की असलियत और हम जिस विचारधारा का पालन करते हैं, वह हमें अद्वितीय बनाती है।”
सभी महिला नेताओं को सलाह देते हुए वह कहती हैं, "महिलाओं को मैं जो सबसे अच्छी सलाह दे सकती हूं, वह है चिन अप क्वीन्स! हमें एक दूसरे के लिए खड़े होने की जरूरत है। अगर #womenforwomen हर तरह से एक हकीकत बन जाती है, तो हमें कोई नहीं रोक सकता! इस दुनिया में कुछ भी असंभव नहीं है और हजारों मील की यात्रा भी एक कदम से शुरू होती है। इसलिए अपने ताज को गिरने न दें और खुद को अपना सबसे बड़ा समर्थक बनने दें। जब आप खुद पर विश्वास करते हैं तो आप चमत्कार कर सकते हैं!"
Edited by रविकांत पारीक