रोजाना दान करते रहे 22 करोड़ रुपये, कोरोना की लड़ाई में सबसे आगे हैं दानवीर अजीम प्रेमजी
आईटी कंपनी विप्रो के चेयरमैन अजीम प्रेमजी ने कुछ समय पहले परोपकारी कामों के लिए विप्रो की 34 फीसदी हिस्सेदारी दान कर दी थी, इसकी कुल कीमत करीब 52 हज़ार 750 करोड़ रुपये है।
देश इस समय कोरोना वायरस संक्रमण की दूसरी लहर का सामना कर रहा है। पूरे देश में रोजाना रिकॉर्ड संख्या कोरोना के नए एक्टिव केस सामने आ रहे हैं और इसी के साथ मरीजों के लिए ऑक्सिजन व जरूरी दवाओं की कमी भी देखने को मिली है, हालांकि उद्योग जगत से जुड़े बहुत से लोग इस संकट की घड़ी में कोरोना संक्रमित लोगों की मदद के लिए सामने आए हैं।
इस समय इन दानवीरों के बीच सबसे चर्चित नाम विप्रो के संस्थापक अजीम प्रेमजी का है। गौरतलब है कि देश में बीते साल मार्च में कोरोना महामारी ने रफ्तार पकड़ ली थी और तब से ही लगातार अजीम प्रेमजी लोगों की मदद के लिए दान करते आए हैं।
कितना किया है दान?
एडेलगिव फाउंडेशन और हारून रिपोर्ट इंडिया के अनुसार साल 2019-20 के दौरान अजीम प्रेमजी ने 7 हज़ार 904 करोड़ रुपये दान किए हैं। इस तरह उन्होने करीब 22 करोड़ रुपये हर रोज दान किए हैं। इस रिपोर्ट के अनुसार दानवीरों की इस खास सूची में अजीम प्रेमजी का नाम सबसे ऊपर है।
आम आदमी पार्टी के सदस्य रहे आशीष खेतान ने अजीम प्रेमजी द्वारा किए गए दान को लेकर एक ट्वीट किया है, जिसके बाद अब हर तरफ अजीम प्रेमजी के इस दान की चर्चा हो रही है। मालूम हो कि अजीम प्रेमजी ये दान-पुण्य का काम ‘द अजीम प्रेमजी फाउंडेशन’ के जरिये करते हैं।
और कौन है लिस्ट में शामिल?
साल 2005 में भारत सरकार द्वारा पद्म भूषण से नवाजे जा चुके विप्रो के संस्थापक-चेयरमैं अजीम प्रेमजी के बाद दानवीरों की इस खास लिस्ट में एचसीएल टेक्नालजी के संस्थापक शिव नाडर और रिलायंस इंडस्ट्रीज के मुखिया मुकेश अंबानी का नाम शामिल है। शिव नाडर ने जहां इस दौरान 795 करोड़ रुपये दान किए हैं, वहीं मुकेश अंबानी ने 458 करोड़ रुपये का दान दिया है। मालूम हो कि ये नाम एडेलगिव फाउंडेशन और हारून रिपोर्ट इंडिया के इस रिपोर्ट के 7वें संस्करण में शामिल हुए हैं।
रिपोर्ट में चौथे अंबर पर आदित्य बिड़ला ग्रुप के मुखिया कुमार मंगलम बिड़ला और वेदांता ग्रुप के अध्यक्ष अनिल अग्रवाल पांचवे नंबर पर हैं। कुमार मंगलम बिड़ला ने एक साल में 276 करोड़ रुपये और अनिल अग्रवाल ने 215 करोड़ रुपये का दान किया है। रिपोर्ट में सबसे कम उम्र के दानवीर फ्लिपकार्ट के को-फाउंडर 37 साल के बिन्नी बंसल हैं।
सबसे बड़े दानवीर अजीम प्रेमजी
आईटी कंपनी विप्रो के चेयरमैन अजीम प्रेमजी ने कुछ समय पहले परोपकारी कामों के लिए विप्रो की 34 फीसदी हिस्सेदारी दान कर दी थी, इसकी कुल कीमत करीब 52 हज़ार 750 करोड़ रुपये है। मुंबई के एक गुजराती परिवार में जन्मे अजीम प्रेमजी अब तक करीब 1 लाख 45 हज़ार करोड़ रुपये से अधिक का दान कर चुके हैं।
फोर्ब्स के अनुसार साल 199 से 2005 के बीच अजीम प्रेमजी भारत के सबसे अमीर शख्स भी रह चुके हैं। मालूम हो कि अजीम प्रेमजी व्यावसायिक परिवार से ताल्लुक रखते हैं और अपने पिता की मौत के बाद महज 21 साल की उम्र में उन्होने परिवार के कारोबार की डोर अपने हाथों में ली थी, हालांकि तब उनकी कंपनी वेजीटेबल आयल बनाती थी।