पर्यावरण बचाने की मुहिम: ड्राइवर ने बस को बनाया मिनी गार्डन
बेंगलुरु आज आईटी इंडस्ट्री और स्टार्टअप्स वाले शहर के लिए जाना जाता है, लेकिन एक समय था जब इस शहर को अपने हरे-भरे पर्यावरण और स्वच्छ झीलों के लिए भारत के गार्डन सिटी के रूप में जाना जाता था। लेकिन अब चीजें बदल चुकी हैं। विकास के नाम पर तेजी से बढ़ते शहरीकरण और बढ़ती आबादी की जरूरतों को पूरा करने के लिए शहर की हरियाली में काफी गिरावट आई है।
शहर में हरियाली को वापस लाने के लिए शहर में कुछ संगठन और सामाजिक कार्यकर्ता काम करने में लगे हुए हैं। उन्हीं में से एक नाम है 59 वर्षीय नारायणप्पा का जो कि बेंगलुरु मेट्रोपोलिटन ट्रांसपोर्ट कॉर्पोरेशन में बस चलाते हैं। पिछले 27 सालों से बस चला रहे नारायणप्पा ने अपनी बस (KA07-F-838) में ही एक मिनी गार्डन लगा रखा है। वे शहर में यशवंतपुर से लेकर बायलसांद्रा तक बस चलाते हैं।
इसकी शुरुआत दो साल पहले 2017 में हुई थी। उन्होंने अपनी तनख्वाह से एक पौधा लाकर अपनी बस में रख दिया था। लेकिन धीरे-धीरे इसकी संख्या बढ़ती गई और आज उनकी बस में ढेर सारे हरे भरे पौधे हैं। शहर में केआरपुरम के रहने वाले नारायणप्पा दिन में दो बार पौधों को पानी देते हैं।
इस साल रिटायर होने जा रहे नारायणप्पा ने एनडीटीवी से बात करते हुए कहा, 'मेरे घर में मेरी पत्नी और बच्चे रहते हैं जो इस छोटे से बगीचे में हर रोज बदलाव करते रहते हैं। उन्होंने ही मुझे बस में छोटा सा बगीचा लगाने के लिए प्रेरित किया। मैं इससे पर्यावरण को हरा भरा और स्वस्थ रखने का काम कर रहा हूं। यदि इस पहल से कुछ लोगों को भी प्रेरणा मिलती है तो यह हमारे लिए बड़ी बात होगी।'
नारायणप्पा के प्रयासों को रोज चलने वाले यात्रियों से काफी सराहना मिलती है। वे बस की तस्वीरों को ट्वीट भी करते हैं। बस में रोज सफर करने वाली पुष्पा प्रेया कहती हैं, 'मैंने कभी नहीं सोचा था कि बस के भीतर भी एक गार्डन हो सकता है। मुझे उम्मीद है कि नारायणप्पा जैसे लोग पर्यावरण को बचाने के लिए मिसाल बनेंगे।'
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