कैसे इरोड के इस 7 वर्षीय लड़के ने अपनी ईमानदारी से लूटा रजनीकांत का दिल
ऐसा क्या कर दिया इस बच्चे ने कि सुपरस्टार रजनीकांत भी इससे मिलने को बेचैन हो उठे...
यासीन की ईमानदारी के चर्चे तेजी से लोगों तक पहुंच गए। सभी चैनलों पर यासीन के अच्छे काम की सराहना की जाने लगी। बच्चे की ईमानदारी की खबर जब सुपरस्टार रजनीकांत तक पहुंची तो उन्होंने यासीन से मिलने में जरा भी देर नहीं लगाई।
वह अभी एक सरकारी स्कूल में पढ़ रहा है। तो उसे वहां पढ़ने दिया जाए। इसके बाद, जो कुछ भी वह पढ़ना चाहता है मैं उसका खर्च उठाऊंगा। वह हर किसी और हर बच्चे के लिए एक बड़ी प्रेरणा है।
बच्चों को स्कूल में सिखाया जाता है 'ऑनेस्टी इज द बेस्ट पॉलिसी' अर्थात ईमानदारी ही सर्वोत्तम नीति है। कुछ बड़े होकर इस नीति को अपने पूरे जीवनभर कायम रखते हैं तो कुछ भटक जाते हैं। लेकिन इरोड के इस 7 वर्षीय छात्र ने अपनी ईमानदारी से रजनीकांत जैसे महान अभिनेता का भी दिल जीत लिया। दरअसल दूसरी कक्षा के छात्र यासीन इरोड जिले के कानी रविथार कुलम के पास चिन्ना सेमूर में पंचायत संघ प्राथमिक विद्यालय की ओर जा रहे थे। वहां रास्ते में यासीन को एक पर्स मिला। पर्स में 100 और 500 के नोट्स के करीब 50,000 रुपए थे। यासीन ने पर्स उठाया और अपने स्कूल के हेडमास्टर को दे दिया। हेडमास्टर के जरिए वो पर्स वहां के पुलिस अधीक्षक (एसपी), सक्ति जी के पास पहुंच गया।
यासीन की ईमानदारी के चर्चे तेजी से लोगों तक पहुंच गए। सभी चैनलों पर यासीन के अच्छे काम की सराहना की जाने लगी। बच्चे की ईमानदारी की खबर जब सुपरस्टार रजनीकांत तक पहुंची तो उन्होंने यासीन से मिलने में जरा भी देर नहीं लगाई। रजनीकांत ने यासीन की जमकर तारीफ की। रजनीकांत को बच्चे की ईमानदारी से इतनी खुशी मिली कि उन्होंने घोषणा कर दी कि वो इस सात साल के बच्चे की शिक्षा का पूरा खर्च उठाएंगे।
चेन्नई के पोस गार्डन में मीडिया को संबोधित करते हुए, उन्होंने कहा, "इस जमाने में जहां लोग थोड़े से पैसे के लिए धोखा देते हैं, चोरी करते हैं और मारते हैं, वहीं उसने (यासीन) मना कर दिया कि ये उसका पैसा नहीं है। सच में ये ईमानदारी की मिसाल है। यह एक महान गुण है।"
यासीन को अपने बेटे जैसा बताते हुए अभिनेता ने कहा, "वह अभी एक सरकारी स्कूल में पढ़ रहा है। तो उसे वहां पढ़ने दिया जाए। इसके बाद, जो कुछ भी वह पढ़ना चाहता है मैं उसका खर्च उठाऊंगा। वह हर किसी और हर बच्चे के लिए एक बड़ी प्रेरणा है।" द न्यूज मिनट के मुताबिक रजनीकांत ने यासीन के माता पिता को अपने निवास पर बुलाकर उनके साथ समय बिताया और यासीन की काफी तारीफ भी की।
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