बेटी को पढ़ाई के लिए चाहिए था स्मार्टफोन तो इस किसान ने बेच दी अपनी गाय
किसान का कहना है कि उनकी बेटी डॉक्टर बनना चाहती है और वे उसके सपने को साकार करने के लिए कुछ भी करेंगे। अपनी बेटी के सपने के बारे में बात करते हुए वो कहते हैं, “पहनेगी... एक दिन मेरी बेटी वो सफ़ेद कोट पहनेगी।”
घर पर पैसे नहीं थे और बेटी की पढ़ाई इस किसान की प्राथमिकता थी, तो ऐसे में बेटी की शिक्षा के लिए पैसों का इंतजाम करने के लिए इस किसान ने अपनी गाय को बेंच दिया। इंस्टाग्राम पर लोकप्रिय ‘ह्यूमन्स ऑफ बॉम्बे’ ने इस किसान की कहानी अपने पेज पर शेयर की है।
किसान का नाम लिए छापे गए इस इंटरव्यू में किसान ने बताया है कि किस तरह कोरोना वायरस महामारी के चलते लागू हुए लॉकडाउन ने स्कूलों को ऑनलाइन शिक्षा की तरफ मोड़ दिया और ऐसे में उसे अपने बेटी की शिक्षा के खातिर एक स्मार्टफोन खरीदने के लिए दोस्त से पैसे उधर लेने पड़े।
किसान ने बताया
“हमारे पास कभी भी अधिक पैसा नहीं रहा है। मैं हर महीने 5 हज़ार रुपये कमाता हूँ, कई बार तो कम भी कमाता हूँ, लेकिन मैं इस बात को सुनिश्चित करता हूँ कि मेरे दोनों बच्चे स्कूल जाएँ।”
इस इंटरव्यू में किसान ने अपने अतीत का जिक्र करते हुए बताया है कि उसे 8वीं के बाद पढ़ाई छोड़ देनी पड़ी, लेकिन अब वो अपने सात साल के बेटे और 10 साल की बेटी को हर संभव अच्छी शिक्षा देना चाहते हैं।
किसान के अनुसार जब उसकी बेटी के स्कूल में ऑनलाइन क्लासेस शुरू हुईं तो घर पर स्मार्टफोन ना होने की दशा में बेटी गांव के लोगों से गुजारिश कर स्मार्टफोन का इंतजाम करती थी, इस तरह सिर्फ स्मार्टफोन को ढूंढते हुए ही उसका आधा दिन निकल जाता था।
वो कहते हैं,
“लोग भी परेशान हो जाते थे। मैंने उसे पढ़ाई के लिए परेशान होते देखा। वो पढ़ना चाहती थी।”
जब किसान ने अपनी बेटी को स्मार्टफोन लाकर दिया तो उसकी खुशी का ठिकाना ना रहा और वो फौरन ही स्मार्टफोन के साथ पढ़ाई करने बैठ गई, लेकिन इसी बीच किसान के दोस्त ने भी उधर दिये हुए पैसों को वापस करने का दबाव बनाना शुरू कर दिया।
उन्होने बताया,
“मैं बेटी से स्मार्टफोन वापस लेकर उसका दिल नहीं तोड़ सकता था। मैंने अपनी गाय बेचकर कर्ज़ चुका दिया, हालांकि हम गाय का दूध बेंचकर अपना जीवनयापन कर रहे थे।”
किसान का कहना है कि उनकी बेटी डॉक्टर बनना चाहती है और वे उसके सपने को साकार करने के लिए कुछ भी करेंगे।
अपनी बेटी के सपने के बारे में बात करते हुए वो कहते हैं, “पहनेगी... एक दिन मेरी बेटी वो सफ़ेद कोट पहनेगी।”