माता-पिता के लिए स्कूल एडमिशन को सरल बना रहा है दिल्ली स्थित यह स्टार्टअप
भारत दुनिया में K-12 स्कूल सिस्टम के लिए सबसे बड़े बाजारों में से एक है। EY-FICCI की रिपोर्ट में कहा गया है कि देश में 1.4 मिलियन से अधिक स्कूलों में 250 मिलियन छात्र हैं। हालांकि बच्चे को स्कूल में एडमिशन दिलाना आसान नहीं है। प्रक्रियाएं लंबी, थकाऊ, बोझिल और काफी घुमाने वाली होती हैं - ऐसे में चिंताग्रस्त माता-पिता के लिए स्कूल एडमिशन को डराने वाला बनाने के लिए पर्याप्त कारण हैं।
ऐसा ही कुछ था जब मयंक जैन ने अपने भतीजे के नर्सरी एडमिशन प्रोसेस को पहली बार करीब से देखा।
वे याद करते हुए कहते हैं कि उसके माता-पिता के लिए ये प्रक्रिया समझ के परे रहती थी। मयंक ने जल्द ही महसूस किया कि उन्हें के-12 सेगमेंट में कुछ शुरू करना है। उन्होंने दिल्ली-एनसीआर स्थित ईजीस्कूलिंग (Ezyschooling) को मयंक रहेजा और सिद्धार्थ कावडिया के साथ गूगल (Google) द्वारा आयोजित एक प्रतियोगिता के लिए एक प्रोजेक्ट के रूप में लॉन्च किया। तब वे दिल्ली विश्वविद्यालय से अपने दोस्तों के साथ कॉमर्स की पढ़ाई कर रहे थे।
2018 में स्थापित, ईजीस्कूलिंग माता-पिता और स्कूलों के लिए एक तकनीक-सक्षम, मल्टी-यूटिलिटी प्लेटफॉर्म है जो एडमिशन, न्यूज, ईवेंट्स और पैरेंटिंग के बारे में प्रासंगिक जानकारी प्रदान करता है। स्टार्टअप का उद्देश्य अभिभावकों के लिए वन-स्टॉप सॉल्यूशन होना, उन्हें स्कूलों से जोड़ना और जानकारी देना है।
शुरुआत
मयंक कहते हैं,
“अपनी पढ़ाई जारी रखते हुए, मैंने दिन में 16 घंटे काम किया। रातें मेरे लिए आइडियाज डेवलप करने में गुडरती थीं और दिन स्कूलों के साथ कोलैबोरेट करने में।”
प्रोजेक्ट पर काम करते हुए, मयंक ने पाया कि माता-पिता को आम पेरेंटिंग समस्याओं का सामना करना पड़ा। वे अक्सर प्रासंगिक समाचारों और घटनाओं से अनजान होते थे, विशेष रूप से अपने घरों के पास होने वाली चीजें से, और एक दूसरे की बातों पर भरोसा करते थे।
इन सभी बातों को जानने के बाद सह-संस्थापकों ने जल्द ही अपनी सेवाओं का विस्तार करने का फैसला किया और एडमिशन की पेशकश के लिए पेरेंटिंग, न्यूज और ईवेंट्स को जोड़ा। उनके लिए सबसे खुशी का पल था जब पहले स्कूल ने इजीस्कूलिंग के साथ सहयोग किया।
अगला कदम यह था जब माता-पिता ने साइट पर विविध प्लेटफार्मों का उपयोग करना शुरू किया, और समय-समय पर विभिन्न पृष्ठों पर दोबारा विजिट किया।
वे कहते हैं,
“ऐसा महसूस हुआ कि उन्होंने ईजीस्कूलिंग के आइडिया को स्वीकार कर लिया है। तब से, हमने स्कूलों के लिए एक ऑनलाइन शिक्षक भर्ती सेवा, इजीरीक्रूट (Ezyrecruitment) भी शुरू की है। इस सेवा को शुरू करने के छह महीने के भीतर हमारे पास 3,000 से अधिक शिक्षक और 60+ स्कूल हैं।”
ईजीस्कूलिंग कैसे काम करता है?
माता-पिता किसी भी समय अपने बच्चे के स्कूल एडमिशन के लिए ईजीस्कूलिंग पर नामांकन कर सकते हैं। एक अभिभावक को दिल्ली-एनसीआर में स्कूलों के लिए केवल एक सामान्य प्रवेश फॉर्म भरने की आवश्यकता है। जिसके बाद प्लेटफॉर्म उस क्षेत्र के विभिन्न स्कूलों की जानकारी और एक सूची प्रदान करता है जिस पर वे आवेदन कर सकते हैं। अब तक, 100+ स्कूल और 15,000+ अभिभावक Ezyschooling platform में शामिल हो चुके हैं।
एडमिशन एडवाइज के अलावा, प्लेटफर्म विभिन्न क्षेत्रों जैसे साइकोलॉजी, न्यूट्रीशन, एजुकेशन और करियर के एक्सपर्ट्स का कंटेंट ऑफर करता है। स्टार्टअप के YouTube चैनल में विशेषज्ञ वीडियो शामिल हैं जो पेरेंटिंग के विभिन्न पहलुओं को कवर करते हैं। ईजीस्कूलिंग हर दिन माता-पिता के लिए प्रासंगिक समाचार आइटम क्यूरेट और शेयर करता है। यह बच्चों, अभिभावकों और स्कूलों के लिए, उनके इलाकों और शहरों में और आसपास होने वाली विभिन्न गतिविधियों को भी सूचीबद्ध करता है।
मयंक बताते हैं,
“हम सभी के लिए वन-स्टॉप सलूशन प्रोवाइड कराते हैं। कोई भी अन्य प्लेटफॉर्म हमारे जैसे - एडमिशन, पैरेंटिंग, ईवेंट और न्यूज जैसी फीचर्स का समान संयोजन प्रदान नहीं करता है।”
प्रतियोगिता की तुलना में स्टार्टअप का दावा है कि इसका कंटेंट “अधिक इंटरैक्टिव और प्रासंगिक है।”
वे कहते हैं,
“हम नए जमाने के माता-पिता और उस तरह के कंटेंट को समझते हैं, जिससे वे एडमिशन / पैरेंटिंग / न्यूज / ईवेंट्स के दौरान गुजरते हैं। हमारी साइट पर अधिकांश माता-पिता SOLOMO - सोशली लोकली मोबाइल हैं - और हमारी पेशकश उनका ध्यान खींच रही है।”
Ezyschooling का लक्ष्य 2020 के मध्य तक साइट पर ई-कॉमर्स लॉन्च करना है।
राजस्व और बाजार
ईजीस्कूलिंग को ब्रांड विज्ञापनों, स्कूलों के लिए पेड विज्ञापनों और अभिभावकों से सुविधा शुल्क के माध्यम से अपना राजस्व प्राप्त होता है। हालांकि टीम ने चार्जेस के बारे में बताने से इनकार कर दिया, लेकिन मयूर पब्लिक स्कूल, इम्मुनोप्रश अरवाचिन भारती भवन, समर्थ शिक्षा समिति स्कूल और इसकी 35 शाखाओं जैसे ऑन-बोर्ड स्कूल हैं।
मयंक कहते हैं,
“ईजीस्कूलिंग द्वारा चार्ज की गई राशि क्लाइंट से क्लाइंट और उस फाइनलाइज की गई सर्विस पर डिपेंड करता है।”
2016 के केपीएमजी की एक रिपोर्ट के अनुसार, भारतीय एडटेक बाजार 2021 तक 1.96 बिलियन को छूने के लिए तैयार है। के -12 सेगमेंट में काम करने वाले स्टार्टअप में बायजू, कोड विद्या, अनएकेडमी और कई अन्य शामिल हैं। एडवेंटेजपॉइंट भी है, जो विभिन्न स्कूलों और उनकी प्रवेश प्रक्रियाओं की जानकारी देने पर ध्यान केंद्रित करता है।
हालांकि, ईजीस्कूलिंग ने शैक्षिक सामग्री पर ध्यान केंद्रित नहीं करने के लिए चुना है; इसका उद्देश्य सूचना का प्रदाता होना है, यह एक ऐसा तथ्य है जो इसे अलग खड़ा करने में मदद करता है। इसके अलावा, यह एक ऐसा प्लेटफॉर्म है, जहां अभिभावक ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं।
स्टार्टअप ने परिवार और दोस्तों से एक छोटा सा साड राउंड भी हासिल किया है। मयंक कहते हैं,
“ईजीस्कूलिंग 2020 की शुरुआत तक मुंबई और पुणे में विस्तार करने के लिए उत्सुक है। हम अगले दो महीनों में ईवेंट्स के लिए अपने एंड्रॉइड और आईओएस ऐप लॉन्च करने का लक्ष्य रखते हैं, और फरवरी 2020 तक दैनिक आधार पर 1,000 अभिभावकों को शामिल करने का।”