दिल्ली में सम-विषम योजना शुरू, मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने अन्य मंत्रियों के साथ की ‘कार पूल’
नयी दिल्ली, दिल्ली में प्रदूषण पर लगाम लगाने के प्रयास के तहत सोमवार सुबह आठ बजे से शुरू हुई वाहनों की सम-विषम योजना के चलते सड़कों पर गाड़ियों की संख्या अपेक्षाकृत कम नजर आईं क्योंकि आज सिर्फ सम संख्या वाली गाड़ियां ही चल रही हैं।
मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने लोगों से अनुरोध किया है कि वे अपने परिवार और बच्चों के लिये इसका पालन करें। केजरीवाल ने दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र कुमार जैन और श्रम मंत्री गोपाल राय के साथ कार पूल की और दिल्ली सचिवालय पहुंचे। उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया अपने घर से साइकिल चलाकर दफ्तर आए। परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत अपने ओएसडी की कार से सचिवालय पहुंचे।
गहलोत ने कहा,
“मैं करीब दो घंटे तक दिल्ली की सड़कों पर रहा और मैं खुश हूं कि अनुपालन किया जा रहा है और अधिकतर वाहन सम संख्या वाले थे। मैं सभी दिल्ली वालों को सहयोग के लिये शुक्रिया अदा करता हूं।”
इस योजना के तहत जिन श्रेणियों के वाहनों को छूट प्राप्त है उन्हें छोड़कर आज सिर्फ वही चार पहिया गाड़ियां सड़कों पर चलेंगी जिनकी पंजीकरण संख्या का आखिरी अंक सम है।
शहर में सुबह साढ़े सात बजे वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 439 था जो “गंभीर” श्रेणी में आता है। एक्यूआई 0-50 के बीच ‘अच्छा’, 51-100 के बीच ‘संतोषजनक’, 101-200 के बीच ‘मध्यम’, 201-300 के बीच ‘खराब’, 301-400 के बीच ‘अत्यंत खराब’, 401-500 के बीच ‘गंभीर’ और 500 के पार ‘बेहद गंभीर’ माना जाता है।
केजरीवाल ने सुबह एक ट्वीट कर कहा,
“नमस्ते दिल्ली! प्रदूषण कम करने के लिए आज से सम-विषम शुरु हो रहा है। अपने लिए, अपने बच्चों की सेहत के लिए और अपने परिवार की सांसों के लिए सम-विषम का ज़रूर पालन करें। कार शेयर करें। इस से दोस्ती बढ़ेगी, रिश्ते बनेंगे, पेट्रोल बचेगा और प्रदूषण भी कम होगा।”
उन्होंने ऑटो और टैक्सी चालकों से भी अपील की कि वे यात्रियों से ज्यादा किराया न वसूलें और उनसे योजना में भागीदारी का अनुरोध किया। सम-विषम नियम के उल्लंघन पर 4000 रुपये के जुर्माने का प्रावधान है। दिल्ली यातायात पुलिस, परिवहन व राजस्व विभाग की 600 टीमों को शहर में योजना के सख्ती से अनुपालन के लिये तैनात किया गया है।
गुड़गांव में एक बहुराष्ट्रीय कंपनी में काम करने वाले सीनियर क्रियेटिव डिजाइनर रोहित राज (27) ने कहा कि उन्हें मेट्रो से अपने दफ्तर जाना पड़ा क्योंकि उनकी गाड़ी का आखिरी अंक विषम संख्या है।
उन्होंने कहा,
“क्योंकि मैं गाजियाबाद में रहता हूं, मेरे लिये कार से दफ्तर जाना ज्यादा आसान है, लेकिन बढ़ते प्रदूषण की वजह से यह भी हमारी जिम्मेदारी है कि हम इस शहर को स्वच्छ बनाएं।”
यह योजना 15 नवंबर तक सोमवार से शनिवार सुबह आठ बजे से रात आठ बजे तक चार पहिया वाहनों पर लागू होगी। इसके तहत जिन गाड़ियों की पंजीकरण संख्या का आखिरी अंक विषम (1,3,5,7,9) है उन्हें चार, छह, आठ, 12 और 14 नवंबर को सड़कों पर चलने की इजाजत नहीं होगी।
इसी तरह जिन वाहनों की पंजीकरण संख्या का आखिरी अंक सम (0,2,4,6,8) होगा उन्हें पांच, सात, नौ, 11,13 और 15 नवंबर को सड़कों पर चलने की इजाजत नहीं होगी। दो पहिया और इलेक्ट्रॉनिक वाहनों को इस योजना में छूट दी गई है लेकिन इस बार सीएनजी से चलने वाली गाड़ियों के लिये ये छूट नहीं है।
जिन गाड़ियों में सिर्फ महिलाएं और उनके साथ 12 वर्ष तक की उम्र के बच्चे होंगे उन्हें भी छूट होगी। दिव्यांगजन के वाहनों को भी सम-विषम में छूट है। राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, आपातकालीन, प्रवर्तन सेवाओं के वाहनों समेत 29 श्रेणियों के वाहनों को इससे छूट दी गई है। दिल्ली के मुख्यमंत्री और मंत्रियों के वाहनों को हालांकि इससे छूट नहीं दी गई है।