[फंडिंग अलर्ट] बी 2 बी ऑनलाइन मार्केटप्लेस Excess2Sell ने जुटाए 7 करोड़ रुपये
बी 2 बी एक्सेस इन्वेंट्री लिक्विडेशन के लिए मुंबई स्थित ऑनलाइन मार्केटप्लेस Excess2Sell ने अपने लेटेस्ट फंडिंग राउंड में 1 मिलियन डॉलर (करीब 7 करोड़ 60 लाख रुपये) जुटाए हैं। कंपनी ने निजी इक्विटी निवेशक गौतम माधवन के माध्यम से ये फंडिंग जुटाई है। वहीं डेवलपमेंट के लिए गौतम कंपनी के निदेशक मंडल में शामिल हो हुए हैं।
राजन शर्मा, नविंदर चौहान और अनंत चतुर्वेदी द्वारा स्थापित , Excess2sell एक प्रौद्योगिकी-संचालित बाजार है जो बी 2 बी विक्रेताओं और खरीदारों के बीच की खाई को एक दूसरे से जोड़ने और नकदी में उनके ओवरस्टॉक को समाप्त करने में उनकी सहायता करता है।
Excess2sell के संस्थापक और सीईओ राजन शर्मा कहते हैं,
“वर्तमान में हमारा भारत में 50 से अधिक शहरों में नेटवर्क है। हम 100 से ज्यादा शहरों में अपने पैर गड़ाने और क्रेता-विक्रेता पारिस्थितिकी तंत्र को विकसित करने और विस्तार करने के लिए इस फंड का उपयोग कर रहे हैं, हम हमारी उत्पाद लाइन का विस्तार करने के साथ-साथ हमारी टेक्नोलॉजी बैकएंड को मजबूत करेंगे, आने वाले वर्ष में हमारे परिसमापन लेनदेन में वृद्धि करेंगे और सेवा करने के लिए हमारी प्रतिबद्धता को मजबूत करेंगे।"
कंपनी अपने प्लेटफॉर्म पर सीमलेस और ऑटोमैटेड सलूशन्स प्रदान करने, खुद का विस्तार करने और एक व्यापक पहुंच हासिल करने, नए बी 2 बी से अधिक बी 2 बी भागीदारों को जोड़ने, और उनके सरप्लस या एजिंग स्टॉक के परिसमापन (liquidation) में उनकी सहायता करने के लिए टेक्नोलॉजी इनहैंसमेंट की दिशा में नई फंडिंग का उपयोग करना चाह रही है।
निवेश पर टिप्पणी करते हुए, फ्लोरिंट्री और फेडेक्स ग्रुप ऑफ कंपनीज के निदेशक गौतम माधवन ने कहा,
"हमारा मानना है कि Excess2Sell हमारी पोर्टफोलियो कंपनियों के साथ तालमेल का लाभ उठा सकता है और एक स्थायी हाइपर-ग्रोथ ई-कॉमर्स व्यवसाय के निर्माण के लिए आश्वस्त है। बी 2 बी व्यवसाय को एक गहन उद्योग के अनुभव और विभिन्न बाजारों, भौगोलिक और गतिशीलता के बारे में पता होना चाहिए। मेरा मानना है कि कंपनी के पास सही प्रतिभा है, संपत्ति है और बड़े पैमाने पर स्केल करने के लिए इन्फ्लेक्शन प्वाइंट पर है।"
2016 में अपनी स्थापना के बाद से कंपनी की 150 प्रतिशत सीएजीआर में वृद्धि हुई है। यह पहले से ही भारत भर में अपने बी 2 बी भागीदारों के लिए 2.23 बिलियन ($29 मिलियन से अधिक) की एक्सेस इन्वेंट्री को पहले ही लिक्विडिट कर चुका है। कंपनी इस वित्तीय वर्ष में करीब 150 करोड़ रुपये हासिल करने की दिशा में काम कर रही है और 2023 तक 2000 करोड़ रुपये का राजस्व लक्ष्य रखा है।