[Exclusive] डेयरी स्टार्टअप Doodhvale Farms को मिली 3 मिलियन डॉलर की फंडिंग
Doodhvale Farms ने संचालन का विस्तार करने, अधिक ऑफ़लाइन फ्रंट खोलने और प्रोडक्ट डेवलपमेंट को बढ़ाने के लिए हालिया फंडिंग का उपयोग करने की योजना बनाई है.
डेयरी स्टार्टअप Doodhvale Farms ने Atomic Capital की अगुआई में सीरीज़-ए राउंड में 3 मिलियन डॉलर जुटाए हैं. स्टार्टअप अपने ऑफलाइन विस्तार को बढ़ावा देने और अपने डिलीवरी पिनकोड का विस्तार करने की योजना बना रहा है. Doodhvale Farms के फाउंडर और सीईओ अमन जैन ने YourStory से बात करते हुए इसकी जानकारी दी.
सुधीर जैन, अमन जैन, ईशु जैन और संजय जैन द्वारा 2019 में स्थापित, स्टार्टअप अपने ऐप और ऑफलाइन स्टोर के जरिए दूध, डेयरी प्रोडक्ट और दैनिक जीवन में आवश्यक चीजें मुहैया कराता है.
इस राउंड में Singularity Early Growth Opportunities Fund, Bharat Founders Fund, Indigram Lab Foundation और एंजेल निवेशकों की हिस्सेदारी भी देखी गई.
फार्म-टू-होम सप्लायर अपने डिस्ट्रीब्यूशन चैनलों, खासकर अपने ऑफलाइन प्रवेश का विस्तार करने और दिल्ली-एनसीआर में अधिक पिनकोड में अपने ऑनलाइन मॉडल में प्रवेश करने के लिए हालिया फंडिंग का उपयोग करने की योजना बना रहा है.
Doodhvale Farms, जो Amul, Saras जैसी पुरानी कंपनियों और Country Delight, Akshyakalpa, और Mother Dairy जैसी बड़ी कंपनियों तथा हजारों असंगठित दूध किसानों के साथ प्रतिस्पर्धा करता है, मुख्य अंतर के रूप में प्रोडक्ट सॉर्सिंग और क्वालिटी पर भरोसा कर रहा है.
जैन ने YourStory को बताया, “Doodhvale Farms का दूध एक ही सॉर्स से आता है - मुख्य रूप से पशुओं से, न कि अलग-अलग गांवों के संग्रह केंद्रों से एकत्र किया जाता है.”
संग्रह केंद्र खेती के तरीकों को नियंत्रित करने के लिए ब्रांड की पेशकश नहीं करते हैं और अंतिम उपयोगकर्ताओं को अपने दूध को सॉर्स तक वापस लाने में सक्षम नहीं बनाते हैं. उन्होंने बताया कि इस व्यवस्था में अक्सर कई विक्रेता और एजेंट होते हैं जो अलग-अलग हिस्सों की देखभाल करते हैं और दूध के उत्पादन और वितरण के बीच लंबा समय अंतराल होता है.
इसलिए, एक वर्टिकल इंटीग्रेटेड सप्लाई चेन Doodhvale Farms को अंतिम उत्पाद पर पूरा नियंत्रण रखने की अनुमति देती है, जिसमें मवेशियों को किस तरह का चारा दिया जाता है से लेकर दूध और अन्य उत्पादों को किस तापमान पर संग्रहीत और परिवहन किया जाता है, तक सब कुछ शामिल है. जैन ने कहा कि इससे कंपनी को मिलावट-मुक्त और एंटीबायोटिक-मुक्त दूध उपलब्ध कराने में मदद मिलती है.
कंपनी, जो पिछले तीन वर्षों से EBITDA लाभ में रही है, वर्तमान में अपने ऐप-बेस्ड सब्सक्रिप्शन मॉडल और एक्सक्लूसिव ब्रांड आउटलेट के माध्यम से काम करती है, जो दूध, पनीर, खोया, पनीर और यहां तक कि ब्रेड सहित 100 से अधिक SKU (stock keeping unit) की पेशकश करती है.
Atomic Capital के फाउंडर और मैनेजिंग पार्टनर अपूर्व गौतम के अनुसार, निवेशक इस बात पर बारीकी से नजर रखेंगे कि कंपनी कितनी तेजी और कुशलता से उपयोगकर्ताओं को प्राप्त करती है और उन्हें बनाए रखती है, साथ ही अपने संचालन में दक्षता रखती है, क्योंकि इसका प्राइमरी प्रोडक्ट यानी दूध जल्दी खराब होने वाला है.
हाल ही में, इस सेक्टर में इसी तरह के स्टार्टअप्स ने जूझ देखी है. Milkbasket को 2023 में Jio Mart ने खरीद लिया, जिससे इस सेक्टर में बहुत सारी छंटनी हुई. Daily Ninja को 2020 में BigBasket ने खरीद लिया. इसके नाम से मिलते-जुलते Doodhwala ने 2019 में अपनी दुकान बंद कर दी और अपनी संपत्ति ओमनीचैनल मीट रिटेलर FreshToHome को सौंप दी.
पिछले महीने, बड़ी कंपनी Country Delight ने अपने ब्रांड विस्तार, मार्केटिंग प्रयासों आदि के लिए Alteria Capital से 200 करोड़ रुपये की डेट फंडिंग हासिल की.
दिल्ली-एनसीआर स्थित Doodhvale Farms सामान्य वस्तुओं के बजाय कुछ बाजारों के लिए विशिष्ट उत्पाद बनाने पर ध्यान केंद्रित कर रहा है जो सभी क्षेत्रों में लोकप्रिय होंगे. यह दिल्ली-एनसीआर में अपनी पहुंच बढ़ाने पर दोगुना जोर दे रहा है और देसी व्यंजनों की मांग को पूरा करने के लिए मथुरा का खोया पेड़ा, अलवर का मिल्क केक, पंजाबी डोडा बर्फी आदि सहित देसी व्यंजनों का पोर्टफोलियो बना रहा है.
कंपनी के एक निवेशक गौतम ने कहा, “हमारा मानना है कि यह एक विजेता-सब कुछ ले लेगा वाला बाजार नहीं है और अंततः निर्बाध अनुभव और बेहतर क्वालिटी देने वाले ब्रांड जीतेंगे.”
Atomic Capital अर्ली-स्टेज (शुरुआती चरण) के कंज्यूमर स्टार्टअप पर ध्यान केंद्रित करता है और इससे पहले, ब्यूटी और पर्सनल केयर प्लेयर Conscious Chemist में निवेश कर चुका है.
(Translated by: रविकांत पारीक)