CoinSwitch ने 350 से ज़्यादा कॉन्ट्रैक्ट के साथ Crypto Futures की घोषणा की
यह नई सुविधा चुनिंदा उपयोगकर्ताओं को 25 गुना तक के लेवरेज के साथ अपने ट्रेडिंग अनुभव को बढ़ाने की अनुमति देती है. कॉइनस्विच फ्यूचर्स के साथ, उपयोगकर्ता 350 से अधिक कॉन्ट्रैक्ट्स में ट्रेड कर सकते हैं, जिसमें BTC, ETH, SOL, MATIC, XRP, आदि शामिल हैं.
भारत के सबसे बड़े क्रिप्टो ट्रेडिंग प्लेटफ़ॉर्म्स में से एक कॉइनस्विच (
) ने अपने पीआरओ प्लेटफ़ॉर्म पर क्रिप्टो फ्यूचर्स (Crypto Futures) ट्रेडिंग लॉन्च करने की घोषणा की है. यह नई सुविधा चुनिंदा उपयोगकर्ताओं को 25 गुना तक के लेवरेज के साथ अपने ट्रेडिंग अनुभव को बढ़ाने की अनुमति देती है. कॉइनस्विच फ्यूचर्स के साथ, उपयोगकर्ता 350 से अधिक कॉन्ट्रैक्ट्स में ट्रेड कर सकते हैं, जिसमें BTC, ETH, SOL, MATIC, XRP, आदि शामिल हैं.कॉइनस्विच फ्यूचर्स उपयोगकर्ताओं को परपेचुअल फ्यूचर्स कॉन्ट्रैक्ट्स में लंबी (खरीद) या छोटी (बिक्री) पोजीशन लेने की सुविधा देता है, और वे अपनी स्पॉट होल्डिंग्स को भी हेज कर सकते हैं. यह प्लेटफ़ॉर्म प्रतिस्पर्धी कमीशन दरों के लिए जाना जाता है, जिससे उपयोगकर्ताओं को सबसे कम शुल्क का लाभ मिलता है. इसके अलावा, नए उपयोगकर्ता पहले 15 दिनों के लिए 100% कमीशन छूट प्राप्त कर सकते हैं.
कॉइनस्विच के बिजनेस हेड, बालाजी श्रीहरि ने कहा, “कॉइनस्विच फ्यूचर्स का लॉन्च हमारे उपयोगकर्ताओं को बड़े क्रिप्टो निवेश और ट्रेडिंग विकल्प मुहैया करने के मिशन के अनुरूप है. हम लवरेज्ड फ्यूचर्स कॉन्ट्रैक्ट्स की पेशकश करके उन अनुभवी ट्रेडर्स की ज़रूरतों को पूरा करना चाहते हैं, जो गतिशील क्रिप्टो बाजार में मूल्य परिवर्तनों का लाभ उठाना चाहते हैं.”
उपयोगकर्ता मोबाइल और डेस्कटॉप दोनों पर फ्यूचर्स ट्रेडिंग का आसानी से उपयोग कर सकते हैं; इसके लिए उन्हें कॉइस्विच पीआरओ अकाउंट में साइन अप या लॉग इन करना होगा.
इसी साल, मई 2024 में, CoinSwitch ने अपने 'प्रूफ ऑफ रिजर्व' (POR) का तीसरा संस्करण जारी किया था.
पिछले महीने, कंपनी ने HNIs (High Net-Worth Individuals) और संस्थागत निवेशकों के लिए विशेष क्रिप्टो निवेश सेवाओं की भी घोषणा की थी, जिसका उद्देश्य उपयोगकर्ताओं को सुरक्षित और कस्टमाइज़्ड समाधान मुहैया करना है. कॉइनस्विच का दावा है कि इसके प्लेटफ़ॉर्म पर 2 करोड़ से अधिक पंजीकृत उपयोगकर्ता हैं. कंपनी ने सितंबर 2021 में अपने सीरीज-सी फंडिंग राउंड में Coinbase Ventures और Andreessen Horowitz (a16z) से 260 मिलियन डॉलर जुटाए थे. इसके साथ ही यह 1.9 अरब (बिलियन) डॉलर की वैल्यूएशन के साथ भारत की सबसे मूल्यवान क्रिप्टो यूनिकॉर्न बन गई.