Eye-Q ने रेवाड़ी आई-केयर हॉस्पिटल में लॉन्च की अत्याधुनिक LASIK टेक्नोलॉजी
अपने रेवाडी आई-केयर अस्पताल के जरिये, आई-क्यू 18-35 वर्ष उम्र के युवाओं के लिए जीवन की गुणवत्ता में बदलाव ला रही है और उन्हें चश्मे से बचाने में मदद कर रही है.
प्रख्यात हॉस्पिटल आई केयर चेन ‘आई-क्यू’ ने अपने रेवाड़ी हाई-केयर अस्पताल में पहली एडवांस्ड कस्टमाइज्ड लेसिक मशीन लगाने की घोषणा की है. यह आधुनिक मशीन लेजर दृष्टि संबंधित सुधार की दिशा में बड़ा बदलाव लाने और रेवाड़ी क्षेत्र के मरीजों को अत्याधुनिक उपचार मुहैया कराने में मददगार साबित होगी. इसके साथ ही अब रेवाड़ी क्षेत्र के मरीजों को इलाज के लिए गुरुग्राम अस्पताल जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी. अपने रेवाड़ी आई-केयर अस्पताल के जरिये, आई-क्यू ने खासकर 18 से 35 वर्ष उम्र के युवाओं के लिए जीवन की गुणवत्ता सुधारने पर जोर दिया है, और अब वे इस विश्वस्तरीय उपचार के जरिये चश्मा लगाने के झंझट से हमेशा के लिए मुक्त हो सकते हैं.
एडवांस्ड कस्टमाइज्ड लेसिक मशीन ने लेजर विजन करेक्शन में एक नया मानक स्थापित किया है और व्यापक दायरे में विजुअल कंडीशन की जरूरतें पूरी कर रही है, जिसमें मामूली से लेकर गंभीर धंुधलेपन या बगैर धुंधलेपन के साथ निकट दृष्टिदोष, दूर दृष्टिदोष शामिल है. इस मशीन के जरिये की जाने वाली आई-क्यू की प्रक्रिया को उसकी अधिक विश्वसनीयता, दर्दरहित अनुभव, सुरक्षा, सटीकता के लिए जाना जाता है. आई-क्यू का मकसद मौजूदा कैलेंडर वर्ष के अंत तक इस आधुनिक लेसिक मशीन की मदद से करीब 100 मरीजों का इलाज करना है.
रेवाड़ी से विधायक चिरंजीव राव द्वारा इस तकनीक का उद्घाटन किया गया और इस अवसर पर आईएएस, डिप्टी कमिश्नर मोहम्मद इमरान रजा के साथ आईपीस दीपक सहरान भी मौजूद थे. इस अवसर पर नेत्र चिकित्सा उपचार को उन्नत बनाने की दिशा में शानदार प्रयासों के लिए आई-क्यू टीम की सराहना की गई. कार्यक्रम में आई-क्यू टीम के प्रमुख सदस्यों ने भी हिस्सा लिया, जिनमें डॉ. सत्येंद्र कुमार कैन- क्लीनिकल इन-चार्ज, डॉ. कपिल अर्नेजा- डिप्टी लेसिक डायरेक्टर, डॉ. गौतम यादव-कंसल्टेंट डॉक्टर, और अन्य कंसल्टेंट डॉक्टर अभिनव सिनसिनवार शामिल थे.
आई-क्यू के संस्थापक एवं प्रबंध निदेशक डॉ. अजय शर्मा ने कहा, "रेवाड़ी आई-केयर हॉस्पिटल में हमारी एडवांस्ड कस्टमाइज्ड लेसिक मशीन लेजर विजन करेक्शन में एक बड़ा कदम है. अपनी बेमिसाल सटीकता और स्पष्टता के साथ यह तकनीक पारंपरिक लेसिक प्रक्रियाओं के मुकाबले ज्यादा व्यापक लाभ प्रदान करती है. हरेक मरीज विशेष की दृष्टि के अनुरूप उपचार प्रदान कर यह मशीन 25 गुना बेहतर क्लेरिटी प्रदान करती है और सफल परिणाम सुनिश्चित करती है. इसके अलावा, इसका एक मुख्य लाभ यह है कि इसके बाद मरीज को पूरी तरह स्वस्थ होने में कम समय लगता है, क्योंकि वह महज 1-2 सप्ताह में ही पूरी तरह स्वस्थ महसूस करने लगता है."
डिप्टी लेसिक डायरेक्टर डॉ. कपिल अर्नेजा ने कहा, "हम यह क्रांतिकारी समाधान रेवाड़ी के मरीजों को उनके इलाके मे ही उपलब्ध कराकर, और उन्हें अच्छी दृष्टि में सक्षम बनाकर बेहद उत्साहित महसूस कर रहे हैं. हरियाणा क्षेत्र में नेत्र संबंधित रोगों की बढ़ती संख्या को देखते हुए यह नई पहल क्षेत्र में नेत्र चिकित्सा जरूरतें पूरी करने के लिहाज से एक महत्वपूर्ण कदम है. स्थानीय तौर पर उन्नत आई केयर उपचार प्रदान कराकर, हम रेवाड़ी और अन्य क्षेत्रों के लोगों के लिए जिंदगी की गुणवत्ता सुधारना और यह सुनिश्चित करना चाहते हैं कि उन्हें सही समय पर और कारगर देखभाल प्राप्त हो."
आई-क्यू रेवाड़ी के क्लीनिकल इन-चार्ज सत्येंद्र कुमार कैन ने कहा, "उन्नत टेक्नोलॉजी और समर्पण की ताकत के जरिये, हम रेवाड़ी में अपने मरीजों के लिए शानदार भविष्य तैयार कर रहे हैं. एडवांस्ड कस्टमाइज्ड लेसिक मशीन के साथ, हम प्रीसीजन, क्लेरिटी, और पर्सनलाइज्ड केयर को नया रूप प्रदान कर रहे हैं तथा यह सुनिश्चित कर रहे हैं कि हरेक व्यक्ति को अच्छी दृष्टि का उपहार मिले और उसकी जिंदगी अपार संभावनाओं से संपन्न बने."
एडवांस्ड कस्टमाइज्ड लेसिक मशीन कई तरह के फीचर प्रदान करती है, जो लेजर विजन करेक्शन के क्षेत्र में उसे खास बनाते हैं. यह वेवफ्रंट-केंद्रित है, जिसमें VISX के विशेष और प्रमाणित गणितीय फॉर्मूले शामिल हैं. इस नवीनतम दृष्टिकोण से चिकित्सकों को प्रत्येक व्यक्ति की दृष्टि में त्रुटियों का पता लगाने और सही करने में मदद मिलती है. इससे उनकी जरूरतों के आधार पर उपयुक्त उपचार पर ध्यान केंद्रित किया जाता है. इसके अलावा, इस मशीन में वेवस्केन वेवफ्रंट सिस्टम और आइरिस रजिस्ट्रेशन (आईआर) के साथ VISX STAR S4 IR एक्साइमर लेजर की आधुनिक तकनीक शामिल है. इस समावेश से लेजर दृष्टि सुधार प्रक्रिया के दौरान बेहद सूक्ष्मता और सटीकता सुनिश्चित करने में मदद मिलती है. इसके अलावा, मशीन को लेजर विजन करेक्शन के लिए 94 प्रतिशत से ज्यादा मरीजों के उपचार में सफलता की वजह से एफडीए से मान्यता मिली है. यह पहचान विभिन्न दृष्टि संबंधित जरूरतों के लिए एक भरोसेमंद समाधान के तौर पर उसकी विश्वसनीयता को साबित करती है.
Edited by रविकांत पारीक