इंजीनियरिंग स्टूडेंट्स ने बनाया पानी बचाने वाला स्मार्ट वॉशबेसिन, मोबाइल पर मिलेगा अलर्ट
एक ऐसा वॉशबेसिन, जिसका इस्तेमाल करने पर होगी पानी की बचत...
उत्तर प्रदेश के कुछ इंजीनियरिंग स्टूडेंट्स ने एक ऐसा स्मार्ट वॉश बेसिन डिजाइन किया है जिससे पानी की काफी बचत की जा सकती है। इस स्मार्ट वॉशबेसिन को इस तरह से तैयार किया गया है जिससे एक बूंद पानी बर्बाद होने पर मोबाइल पर उसका अलर्ट मिल जाया करेगा।
प्रॉजेक्ट को स्मार्ट इंडिया हैकाथॉन- हार्डवेयर एडिशन के पहले चरण में चयनित भी कर लिया गया है। इसमें 600 से अधिक टीमों ने प्रतिभाग किया था। इन छात्रों ने 50,000 रुपये का नकद पुरस्कार भी जीता।
पृथ्वी पर लगातार पानी का संकट बढ़ता जा रहा है। हर वर्ष भूगर्भ जल में गिरावट होती जा रही है। देश के कई शहरों में तो पानी की इतनी किल्लत हो गई है कि वहां के लोगों को पानी के लिए तरसना पड़ रहा है। ऐसे में उत्तर प्रदेश के कुछ इंजीनियरिंग स्टूडेंट्स ने एक ऐसा स्मार्ट वॉश बेसिन डिजाइन किया है जिससे पानी की काफी बचत की जा सकती है। इस स्मार्ट वॉशबेसिन को इस तरह से तैयार किया गया है जिससे एक बूंद पानी बर्बाद होने पर मोबाइल पर उसका अलर्ट मिल जाया करेगा।
इतना ही नहीं इससे पानी को नहाने और बर्तन धोने के कामों के लिए रिसाइकिल किया जा सकेगा। इस प्रॉजेक्ट को मुराददाबाद इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी के इलेक्ट्रॉनिक्स एंड कम्यूनिकेशन इंजीननियरिंग डिपार्टमेंट के छात्रों, यश खन्ना, तनुज टंडन और उत्कर्ष गुप्ता ने तैयार किया है। प्रॉजेक्ट को स्मार्ट इंडिया हैकाथॉन- हार्डवेयर एडिशन के पहले चरण में चयनित भी कर लिया गया है। इसमें 600 से अधिक टीमों ने प्रतिभाग किया था। इन छात्रों ने 50,000 रुपये का नकद पुरस्कार भी जीता।
इलेक्ट्रॉनिक्स डिपार्टमेंट में एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. क्षितिज अग्रवाल ने छात्रों का मार्गदर्शन दिया। स्मार्ट वॉशबेसिन में पानी की अतिरिक्त बूंदे गिरने पर एलईडी लाइट भी जलेगी। इसे बनाने की शुरुआत करने वाले यश खन्ना ने बताया, 'एक रात मैंने गलती से अपने वॉशबेसिन का टैप खुला छोड़ दिया था जिसकी वजह से रात भर पानी रिसता रहा। मेरी मां ने इसके लिए मुझे काफी फटकार लगाई। मुझे भी अपनी गलती पर ग्लानि हुई और मैंने सोचा कि इस पर कुछ करना चाहिए ताकि पानी की बर्बादी न हो सके।'
यश ने अपने दोस्तों से इस आइडिया का जिक्र किया। वह कहते हैं, 'हमने जब आइडिया पर काम करना शुरू किया तो यह अहसास हुआ कि पानी को बचाना तो जरूरी है, लेकिन बेकार हो गए पानी को फिर से इस्तेमाल के काबिल बनाना भी उतना ही जरूरी है। हमने इस पर काफी रिसर्च भी किया।' उन्होंने इस वॉशबेसिन में एक ऐसी फिल्टर मशीन भी लगाई जिससे कि पानी को साफ किया जा सके। यश बताते हैं कि अभी यह मशीन अपने शुरुआती चरण में ही है, लेकिन इसमें अगर मेहनत की जाए तो अच्छे परिणाम मिल सकते हैं।
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