ऑडियो प्लेटफॉर्म का नेटफ्लिक्स बनना चाहता है फेसबुक के इन पूर्व इंजीनियरों का सोशल स्टार्टअप
बेंगलुरु स्थित हेडफोन (Headfone) एक ऐसा ऐप है जो पूरे भारत में लिसनर्स यानी श्रोताओं के साथ ऑडियो कंटेंट क्रिएट करने और उसे शेयर करने में मदद करता है। यह ऐप भारतीय ऑडियो मार्केट में बढ़त बनाना चाहता है।
2020 में, जब महामारी ने पूरे साल लोगों को उनके घरों में कैद होने के लिए मजबूर कर दिया तो लोग अपना समय बिताने के लिए तरह तरह के काम करने लगे। इस दौरान लोग अपने बेकिंग के शौक को पूरा करने के साथ-साथ लंबे समय तक टीवी से चिपके रहे। हालांकि केलव यही नहीं था, एक और चीज लोगों की पसंद बनी वो थी- पॉडकास्ट!
PricewaterhouseCoopers की मीडिया एंड एंटरटेनमेंट आउटलुक 2020 की रिपोर्ट के अनुसार, चीन और अमेरिका के बाद भारत 57.6 मिलियन मंथली लिसनर्स के साथ दुनिया में तीसरा सबसे बड़ा पॉडकास्ट सुनने वाला मार्केट बनकर उभरा।
इसी लहर का फायदा उठाते हुए, पूर्व फेसबुक सॉफ्टवेयर इंजीनियर, प्रथम खंडेलवाल और योगेश शर्मा ने भारतीय यूजर्स को ध्यान में रखते हुए 2017 में एक सोशल ऑडियो प्लेटफॉर्म हेडफोन लॉन्च किया।
बेंगलुरु स्थित डायकोस्टिक लैब्स प्राइवेट लिमिटेड द्वारा संचालित और स्वामित्व वाला हैडफोन भारतीय भाषाओं के कंटेंट की सप्लाई और डिमांड के बीच अंतर को भरने के साथ-साथ विभिन्न भाषाओं में कहानियों, कॉमेडी, वार्ता और शैक्षिक संसाधनों के साथ ऑडियो लिसनर्स का मनोरंजन करता है।
हेडफोन के सह-संस्थापक और सीईओ 31 वर्षीय प्रथम कहते हैं, "ऑडियो कंटेंट वीडियो या टेक्स्ट से बहुत अलग है क्योंकि इससे जुड़ना काफी आसान है। तथ्य यह है कि हम इससे अपने अन्य काम करते हुए भी जुड़ सकते हैं और यहां तक कि इसे पूरा दिन सुन सकते हैं जो इसे और भी ज्यादा आकर्षक बनाता है।"
वह आगे कहते हैं, "ऑडियो फॉर्मट भी एक तरह से इतना स्पेशल है कि आप यानी लिसनर्स उस कहानी का हिस्सा बन जाते हैं। हेडफोन पर, लिसनर्स डरावनी, काल्पनिक और रोमांटिक कहानियों का हिस्सा बनना भी पसंद है।"
यह ऐप Google Play पर उपलब्ध है। हेडफोन पूरे भारत में लिसनर्स के साथ ऑडियो कंटेंट क्रिएट करने और उसे शेयर करने में मदद करता है। जहां एक तरफ यह पॉडकास्टर्स, कहानीकारों, कलाकारों, संगीतकारों और प्रेरक वक्ताओं को जुनूनी लिसनर्स से जोड़ता है, तो वहीं दूसरी तरफ यह प्लेटफॉर्म पर ऑरिजिनल ऑडियो सीरीज का निर्माण करने के लिए लेखकों, वॉयस-ओवर कलाकारों, साउंड इंजीनियरों और संगीतकारों के साथ भी काम करता है।"
तीन वर्षों के भीतर, Google Play पर Headfone सबसे ज्यादा रेटिंग वाले ऐप में से एक बन गया है। इसकी 4.8 स्टार रेटिंग और 5 मिलियन से अधिक इंस्टाल हैं। वर्तमान में, प्लेटफॉर्म में आरजे, लेखक और अनदेखे कहानीकारों जैसे कंटेंट क्रिएटर्स द्वारा 25 से अधिक भारतीय भाषाओं में लगभग 3,00,000 ऑडियो कंटेंट है।
स्टार्टअप के पास 10 लोगों की एक छोटी टीम है और उसने दो राउंड की फंडिंग में कुल 3.75 मिलियन डॉलर की राशि जुटाई है। संस्थापकों का कहना है कि वे चाहते हैं कि हेडफोन भारत पर ध्यान केंद्रित करने के साथ "ऑडियो स्टोरी टेलिंग का YouTube" हो।
सिलिकन-वैली से बेंगलुरु
प्रथम और योगेश पहले से ही दोस्त थे और कैलिफोर्निया में फेसबुक मुख्यालय में सॉफ्टवेयर इंजीनियर के रूप में एक साथ काम करने के दौरान दोनों सहकर्मी भी थे। दोनों आईआईआईटी इलाहाबाद के पूर्व छात्र होने के साथ, इस बात से भी जुड़े हुए हैं कि दोनों ही राजस्थान के छोटे शहरों से हैं।
प्रथम कहते हैं, "हमारे बीच बहुत कुछ कॉमन था, और हम अक्सर शहरों से बाहर के 'भारत' की चर्चा करते थे।"
सह-संस्थापक और सीटीओ, 28 वर्षीय, योगेश, YourStory को बताते हैं कि वे दोनों महसूस करते थे कि फेसबुक ने एक टेक्स्ट और फोटो सोशल नेटवर्क के रूप में अच्छा खासा मुकाम बना लिया है, और यूट्यूब ने वीडियो सोशल नेटवर्क मार्केट के एक बड़े हिस्से कब्जा किया हुआ है ऐसे में कोई ऐसा प्लेटफॉर्म नहीं था जो एक समान पैमाने पर ऑडियो स्पेस में काम कर रहा हो।
योगेश बताते हैं, "हमें लगा कि ऑडियो ह्यूमन कनेक्शन के लिए जरूरी था, और टेक्स्ट या वीडियो की तुलना में बहुत अधिक सहज भी है। हमने एक चैनल के रूप में ऑडियो में विश्वास किया और टियर II और टियर III इंडिया को जानने के साथ हमने भारत वापस आने और 2017 में हेडफोन शुरू करने का फैसला किया।"
प्रारंभ में, प्रथम और योगेश पर सिलिकॉन वैली का सुरूर चढ़ा हुआ था, क्योंकि उनका अधिकांश कंटेंट टेक-हैवी था। हालांकि, उन्हें जल्द ही पता चला कि उनकी ऑडियंस को उनके कंटेंट में विविधता चाहिए थी।
वह बताते हैं, “हमने महसूस किया कि भारत एक ऐसी भूमि है जो कहानियों में समृद्ध है, और वहां के लोग डरावनी, प्रेम, प्रेमचंद की कृतियों और इसी तरह की विविध विधाओं में कहानियां सुनाते हैं। इससे हमें यह अहसास हुआ कि ऑडियो एक ऐसा माध्यम भी है जो हाई-क्वालिटी की स्टोरी-टेलिंग को संसाधनों या सीखने के न्यूनतम निवेश के साथ सक्षम बनाता है। यह हमारे लिए भारत में कहानीकारों के साथ काम करना शुरू करना और हेडफोन पर अपनी कहानियों को प्रस्तुत करना पर्याप्त था।"
व्यापार मॉडल और विकास
हेडफोन ऐप वर्तमान में इस्तेमाल करने के लिए फ्री है। टीम विभिन्न चार्जिंग मॉडल के साथ प्रयोग कर रही है। वे बताते हैं, "हम प्री-मोनेटाइजेशन स्टेज में हैं, लेकिन पहले से ही प्रीमियम कंटेंट के आसपास प्रयोग शुरू कर चुके हैं।"
महामारी कंपनी की ग्रोथ को बढ़ा रही है। योगेश बताते हैं, “हमने हाल ही में 5 मिलियन इंस्टॉल्स का आंकड़ा पार किया है, और उसमें से हमने अकेले 2020 में 4 मिलियन इंस्टॉल्स देखे हैं। हमारे लगभग 25 प्रतिशत यूजर्स हर महीने ऐप का एक्टिव रूप से इस्तेमाल कर रहे हैं और ऐप पर बिताया जाने वाला समय बढ़ रहा है।”
क्रिएटर्स के संदर्भ में, कंपनी ने हेडफोन पर 500,000 से अधिक ट्रैक्स अपलोड किए हैं, जिनमें से 85 प्रतिशत पिछले 15 महीनों में अपलोड किए गए हैं।
प्रथम ने दावा किया है कि पिछले तीन वर्षों में, हेडफोन अपने आप में एक मजबूत कम्युनिटी और एक सोशल नेटवर्क बन गया है - ऐसा कुछ जो कोई और नहीं बना सका है।
वे बताते हैं, "आप लोगों के द्वारा बनाए गए चैनलों को फॉलो कर सकते हैं, उनके काम पर कमेंट कर सकते हैं और उनके साथ कोलैब भी कर सकते हैं। वास्तव में, इंडीविजुअल फॉलोअर्सशिप की बात करें तो कई लोगों ने 600,000 का आंकड़ा पार कर लिया है।"
प्रणम कहते हैं, "कुछ हॉरर चैनलों ने 1 मिलियन सब्सक्राइबर की संख्या भी पार कर ली है। नमन शर्मा जैसे मोटिवेशनल स्पीकर्स ने कुछ ही समय में अपने चैनलों को 150,000 सब्सक्राइबरों के करीब देखा है, यह दर्शाता है कि भारतीय भाषाओं में अच्छे कंटेंट को भारत में महत्वपूर्ण ऑडियो फॉलोअर्स मिलते हैं।”
क्रिएटर्स के लिए, उनके पास प्लेटफॉर्म पर अपने टैलेंट को मोनेटाइज करने के लिए दो तरीके हैं। सबसे पहले, अगर वे लेखक हैं या उनकी ऑरिजिनल क्रिएशन्स हैं, तो वे अपने ऑडियो ड्रामा को प्रीमियम शो के रूप में रख सकते हैं। कुछ लेखकों ने यह किया है, फुल शो के लिए अपने ऑडियो ड्रामा का प्राइस 49 रुपये रखा है। प्लेटफॉर्म द्वारा इसे बनाए रखने के परसेंटेज के साथ, बाकी लेखकों को जाता है। दूसरी बात यह है कि क्रिएटर्स ऑडियो ड्रामा के प्रोडक्शन में थियेटर कलाकार कम वॉइस ओवर आर्टिस्ट, साउंड इंजीनियर और अन्य लेखक व अनुवादक के रूप में भाग लेते सकते हैं। इस तरह की सर्विस का भी पेमेंट मिलता है।
फंडिंग और भविष्य की योजना
स्टार्टअप एक्सिलर वेंचर्स के 8वें एक्सेलेरेटर कॉहोर्ट, विंटर 2018 का हिस्सा था। फोसुन आरजेड कैपिटल ने जुलाई 2019 में स्टार्टअप में निवेश किया था और हाल ही में, दक्षिण कोरियाई वीसी, हशेड ने हेडफोन में निवेश करके भारत में अपनी एंट्री को दर्ज किया। कुल मिलाकर, कंपनी ने 3.75 मिलियन डॉलर की फंडिंग जुटाई है।
स्टार्टअप कंटेंट, कम्युनिटी और ग्रोथ पर फोकस जारी रखना चाहता है। हेडफोन ने ऑडियो शो, ड्रामा ऑडियोबुक और अधिक के साथ ऑडियो स्पेस में नए और अधिक दिलचस्प प्रारूप लॉन्च करने की योजना बनाई है। वह कहते हैं, “हम हेडफोन लाइव के जरिए एक लाइव ऑडियो कन्वर्सेशन जैसी नई फीचर्स के साथ भी प्रयोग करेंगे। हम इसे जल्द ही लॉन्च करेंगे। ग्रोथ हेडहोन के लिए महत्वपूर्ण उद्देश्य बना रहेगा।"
प्रतिस्पर्धा
पॉडकास्ट प्लेटफार्मों की एक लंबी फेहरिस्त ने भारत में अपना अच्छा मुकाम बनाया है। हेडफोन के साथ प्रतिस्पर्धा करने वाले कुछ प्लेटफॉर्म में खबरी, प्रतिलिपी, आवाज, कास्टबॉक्स, स्पॉटीफाई और अमेजॉन का ऑडिबल सुनो शामिल हैं। हालांकि, प्रथम कहते हैं कि अधिकांश मौजूदा प्लेटफॉर्म कंटेंट की सप्लाई को चालू रखने के लिए प्रोफेशनल क्रिएटर्स को प्लेटफॉर्म पर लाते हैं।
वे कहते हैं, "हम हेडफोन को एक प्लेटफॉर्म के रूप में बना रहे हैं न कि एक मीडिया हाउस के रूप में, जहाँ हम एक पेशेवर कलाकार बनने के लिए व्यक्तिगत शौकिया क्रिएटर्स का पोषण करते हैं। यह सुनिश्चित करता है कि हेडफोन में एक अद्वितीय, विविध और स्केलेबल कंटेंट भंडार है।"
प्रथम कहते हैं कि मॉडल में यह अंतर नेटफ्लिक्स पर कंटेंट की मात्रा बनाम YouTube पर कंटेंट की मात्रा के बीच देखा जा सकता है, "बेशक, दोनों अद्भुत कंपनियां अपने दम पर हैं।"