फेसबुक ने 'स्टडी' प्रोग्राम से खोला कमाई का नया फ्रंट
वैसे तो लोग तरह-तरह से सोशल मीडिया पर पहले से पैसे कमा रहे हैं लेकिन फेसबुक कंपनी ने अब स्वयं अपने यूजर्स के लिए कमाई का एक नया फ्रंट खोल दिया है- 'स्टडी'। कंपनी की ओर से यह सुविधा केवल भारत और अमेरिका के यूजर्स के लिए उपलब्ध हो सकती है।
वैसे तो सोशल मीडिया अब लाखों लोगों की घर बैठे कमाई का जरिया बन चुका है। फेसबुक दुनिया का नंबर एक सोशल मीडिया साइट हैं। आज के समय में करोड़ों लोग फेसबुक इस्तेमाल कर रहे हैं। तमाम लोग फेसबुक पर बड़ी आसानी हर रोज एक हजार रुपए तक कमा भी ले रहे हैं। मसलन, अपने वेबसाइट पर ट्रैफिक बढ़ाने के इच्छुक लोगों को अपना फेसबुक पेज सेल कर, प्रॉडक्ट सेल करने वाली कंपनियों से अफ्लिएशन लेकर, ज्यादा पेज व्यूअर वाले वेबसाइट को अपनी पोस्ट सेल करके अथवा खुद का वेबसाइट अपने फेसबुक पेज पर प्रमोट कर के। ये तो रहा अब तक फेसबुक पर रुटीन बन चुका कमाई का जरिया, लेकिन फेसबुक कंपनी ने अब स्वयं अपने यूजर्स के लिए कमाई का एक नया फ्रंट ही खोल दिया है- 'स्टडी'। कंपनी की ओर से यह सुविधा केवल भारत और अमेरिकी यूजर्स के लिए उपलब्ध होने जा रही है।
जो भी इंटरनेट का ज्यादा इस्तेमाल कर रहा होगा, उसकी इस नई स्कीम 'स्टडी' से अच्छी कमाई हो सकती है। उसे अपनी इंटरनेट ब्राउजिंग हिस्ट्री और ऐप डेटा की जानकारी फेसबुक के साथ शेयर करनी होगी। 'स्टडी' के अंतर्गत यूजर्स को अपनी इंटरनेट हैबिट फेसबुक से शेयर करने पर कमाई होगी। 'स्टडी' फेसबुक का एक प्रोग्राम है। इसके तहत कंपनी यूजर्स के इंटरनेट ब्राउजिंग और ऐप डाउनलोड के बारे में जानकारी जुटा रही है। वह अपने प्लेटफॉर्म और ऐप को और उन्नत बनाने के लिए यूजर की ट्रेंड और हैबिट समझना चाहती है।
फेसबुक कंपनी इस स्कीम की शुरुआत ऐसे समय में कर रही है, जब डेटा प्राइवेसी को लेकर दुनियाभर में चिंता जताई जा रही है। फेसबुक का कहना है कि वह जानकारियां जुटाने के बाद उनका विश्लेषण करेगी। इसमें यूजर के फोन में इंस्टॉल किए गए ऐप, ऐप पर बिताया गया समय और यूजर का देश, डिवाइस और नेटवर्क जैसी जानकारियां शामिल होंगी।
अपनी नई स्कीम 'स्टडी' के संबंध में एक पोस्ट के माध्यम से बात और स्पष्ट करते हुए फेसबुक के ग्लोबल प्रोडक्टशन मैनेजर सेगी बेन ने लिखा है कि हम पारदर्शिता के साथ स्कीम में हिस्सा लेने वाले यूजर्स को फायदा पहुंचा रहे हैं। हम उनकी जानकारियां सुरक्षित रखेंगे।
हालांकि, इस पोस्ट में यह नहीं बताया गया है कि ये जानकारियां देने के लिए फेसबुक कंपनी यूजर को कितने पैसे देगी। कंपनी ने यह भी कहा है कि वह यूजर्स के आईडी, पासवर्ड जैसी जानकारियां नहीं लेगी। इनके अलावा यूजर के फोटो, वीडियो और मैसेज भी नहीं लिए जाएंगे। यह बताते हुए कि 'स्टडी' प्रोग्राम कैसे काम करेगा, कंपनी ने कहा है कि वह इसके बारे में विज्ञापन देकर लोगों को इस प्रोग्राम में हिस्सा लेने के लिए प्रोत्साहित करेगी। विज्ञापन पर क्लिक करने पर यूजर के पास खुद को रजिस्टर करने का विकल्प होगा। योग्य पाए जाने पर उन्हें ऐप डाइनलोड करने के लिए आमंत्रित किया जाएगा। आमंत्रित होने के बाद उन्हें गूगल प्ले स्टोर में 'स्टडी फ्रॉम फेसबुक ऐप' मिलेगा। साइन-अप करने के बाद उन्हें यह ऐप कैसे काम करेगा और उन्हें किस तरह की जानकारी शेयर करनी पड़ेगी, इसका ब्योरा स्वयं मिल जाया करेगा।