मशहूर अभिनेत्री वहीदा रहमान को 53वें दादा साहब फाल्के लाइफटाइम अचीवमेंट पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा
बीते वर्षों में इस प्रख्यात अभिनेत्री ने वह मुकाम हासिल किया है, जो उनके दौर की बहुत कम अभिनेत्रियां हासिल कर सकी थीं. अपने अभिनय कौशल से वहीदा रहमान ने ढेरों पुरस्कार जीते.
केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर ने सुप्रसिद्ध अभिनेत्री वहीदा रहमान (Waheeda Rehman) को वर्ष 2021 के दादा साहब फाल्के लाइफटाइम अचीवमेंट पुरस्कार (Dadasaheb Phalke Lifetime Achievement Award) से सम्मानित करने की घोषणा की. यह जानकारी देते हुए ठाकुर ने कहा कि भारतीय सिनेमा में वहीदा रहमान के शानदार योगदान के लिए इस पुरस्कार की घोषणा करते हुए उन्हें बेहद खुशी और सम्मान महसूस हो रहा है.
ठाकुर ने इस बात को रेखांकित किया कि वहीदा रहमान ने प्यासा, कागज के फूल, चौदहवी का चांद, साहेब बीवी और गुलाम, गाइड, खामोशी और कई अन्य प्रमुख हिंदी फिल्मों में अपनी भूमिकाओं के लिए बेहद ख्याति अर्जित की है.
उनके अभिनय कौशल के बारे में ठाकुर ने कहा, “5 दशकों से भी ज्यादा लंबे अपने करियर में उन्होंने अपनी भूमिकाओं को बेहद कुशलता से निभाया. फिल्म रेशमा और शेरा में उनकी उत्कृष्ट भूमिका के लिए उन्हें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार से नवाजा गया. पद्म श्री और पद्म भूषण पुरस्कार से सम्मानित वहीदा जी ने ऐसी भारतीय नारी के समर्पण, प्रतिबद्धता और शक्ति का दृष्टांत प्रस्तुत किया है, जो अपनी कड़ी मेहनत के बल पर पेशेवर उत्कृष्टता का उच्चतम स्तर हासिल कर सकती है.”
नारी शक्ति वंदन अधिनियम के पारित होने के तुरंत बाद सुप्रसिद्ध अभिनेत्री को यह पुरस्कार देने की घोषणा होने पर ठाकुर ने कहा, “ऐसे समय में जब ऐतिहासिक नारी शक्ति वंदन अधिनियम संसद द्वारा पारित किया गया है, उन्हें इस लाइफटाइम अचीवमेंट पुरस्कार से सम्मानित किया जाना, भारतीय सिनेमा की अग्रणी महिलाओं में से एक के प्रति सच्चा सम्मान है, जो फिल्मों के बाद अपना जीवन परोपकार और समाज की भलाई को समर्पित कर चुकी हैं."
यह पुरस्कार 69वें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार समारोह के दौरान प्रदान किया जाएगा. दादा साहब फाल्के पुरस्कार चयन समिति का हिस्सा थे: आशा पारेख, चिरंजीवी, परेश रावल, प्रसेनजीत चटर्जी और शेखर कपूर.
बीते वर्षों में इस प्रख्यात अभिनेत्री ने वह मुकाम हासिल किया है, जो उनके दौर की बहुत कम अभिनेत्रियां हासिल कर सकी थीं. अपने अभिनय कौशल से वहीदा रहमान ने ढेरों पुरस्कार जीते. उन्होंने गाइड (1965) और नील कमल (1968) में अपनी भूमिकाओं के लिए फिल्मफेयर का सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री पुरस्कार जीता. उन्होंने सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री का राष्ट्रीय पुरस्कार (1971) भी जीता और 1972 में भारत सरकार ने उन्हें पद्म श्री से सम्मानित किया. बाद में 2011 में उन्हें पद्म भूषण से अलंकृत किया गया. वहीदा रहमान ने अपने पांच दशक से लंबे करियर में 90 से अधिक फिल्मों में काम किया है और बेहद ख्याति प्राप्त की है.