Brands
Discover
Events
Newsletter
More

Follow Us

twitterfacebookinstagramyoutube
ADVERTISEMENT
Advertise with us

कैसे एक शरारती चूहे ने बदल दी वॉल्‍ट डिजनी की तकदीर

आज हम सबके चहेते मिकी माउस कार्टून बनाने वाले वॉल्‍ट डिजनी का जन्‍मदिन है.

कैसे एक शरारती चूहे ने बदल दी वॉल्‍ट डिजनी की तकदीर

Monday December 05, 2022 , 5 min Read

बड़े-बड़े कान, छोटी सी गोल नाक, गुटरगूं करती कंचे जैसी चमकती आंखें और लंबी सी पूंछ. लाल रंग की स्‍कर्ट, काले टॉप, सफेद दस्‍ताने और पीले रंग के बड़े-बड़े जूतों में धमचौकड़ी मचाता हमारे बचपन का शरारती चूहा. नाम था मिकी. प्‍यार से हम उसे मिकी माउस बुलाते थे.

मिकी माउस तो आपको याद ही होगा. वही कार्टून कैरेक्‍टर, जिसके दिमाग में हर वक्‍त कोई न कोई खुराफात चलती रहती थी और अपनी हरकतों से वो खुद को हमेशा किसी न किसी परेशानी में डाल लेता. 

आज उस कार्टून को बनाने वाले वॉल्‍ट डिजनी का जन्‍मदिन है. 5 दिसंबर 1901 को अमेरिका के शिकागो में जन्‍मे वॉल्‍ट डिजनी आज भी दुनिया के सबसे नामी कार्टून कैरेक्‍टर बनाने वाले आर्टिस्‍ट और एनीमेटर के रूप में जाने जाते हैं. वो फिल्‍म प्रोड्यूसर और आंत्रप्रेन्‍योर भी थे. उन्‍होंने न सिर्फ मिकी माउस कार्टून बनाया था, बल्कि लंबे समय तक उसे अपनी आवाज भी दी.

22 एकेडमी अवॉर्ड और 59 नॉमिनेशन का असंभव रिकॉर्ड

6 साल की उम्र से कार्टून बनाने वाले वॉल्‍ट डिजनी के नाम यूं तो अनगिनत रिकॉर्ड दर्ज हैं, लेकिन बहुत कम लोग जानते हैं कि एकेडमी अवॉर्ड के इतिहास में सबसे ज्‍यादा बार नॉमिनेट होने और सबसे ज्‍यादा एकेडमी अवॉर्ड्स जीतने का रिकॉर्ड भी वॉल्‍ट डिजनी के नाम है. 59 बार उनका नाम एकडमी अवॉर्ड के लिए नामित हुआ और 22 अवॉर्ड्स उनकी झोली में गिरे.

18 साल की उम्र में नौकरी से निकाले गए वॉल्‍ट डिजनी

ये वही वॉल्‍ट डिजनी थे, जिन्‍हें 18 साल की उम्र में एक एनीमेशन स्‍टूडियो ने यह कहकर नौकरी से निकाल दिया था कि उनमें कल्‍पनाशीलता और रचनात्‍मकता की कमी है. यह बात वॉल्‍ट के दिल को लग गई.

उसी वॉल्‍ट डिजनी ने एक दिन न सिर्फ दुनिया का सबसे नामी और चहेता एनीमेशन कार्टून बनाया, बल्कि एक ऐसी कंपनी खड़ी की, जो आज बच्‍चों के कार्टून, एनीमेशन फिल्‍में बनाने वाली न सिर्फ अमेरिका बल्कि दुनिया की सबसे बड़ी कंपनी है. चाइल्‍ड एनीमेशन में डिजनी की मोनोपॉली को 99 सालों में कोई और कंपनी चुनौती नहीं दे पाई.

कहानी एक बेनाम आवारा चूहे की

बहुत गरीबी और तंगहाली से निकलकर देश के सबसे अमीर बिजनेसमैन बनने की वॉल्‍ट डिजनी की कहानी में सबसे अहम किरदार एक चूहा है. एक बेनाम आवारा चूहा, जो एक दिन यूं ही कहीं से टहलता हुआ उनके दफ्तर में जा पहुंचा. वॉल्‍ट डिजनी दफ्तर की कुर्सी पर बैठे हुए थे. उन्‍होंने अपने पांव सामने मेज पर फैला रखे थे.

fascinating story of walt disney and cartoon animation character mickey mouse

वॉल्‍ट के दिमाग में काफी उलझनें चल रही थीं. 1923 वॉल्‍ट ने अपने भाई रॉय के साथ मिलकर वॉल्‍ट डिजनी स्‍टूडियो बनाया था और उनका पहला कार्टून कैरेक्‍टर था “ओसवाल्‍ड द लकी रैबिट.” लेकिन वो कार्टून कंपनी ने यूनीवर्सल पिक्‍चर्स के लिए क्रिएट किया था. फिर जब वॉल्‍ट डिजनी ने खुद अपनी फिल्‍म बनाने की सोची तो वो उस लकी रैबिट को अपने साथ नहीं ले जा सके क्‍योंकि उसका कॉपीराइट यूनीवर्सल पिक्‍चर्स के पास था. इसलिए अब वॉल्‍ट को एक नए कार्टून कैरेक्‍टर की तलाश थी, “ओसवाल्‍ड द लकी रैबिट” का रीप्‍लेसमेंट, जो उस शैतान और चुलबुले खरगोश की तरह ही बच्‍चों और बड़ों सबका फेवरेट हो जाए.

इस कोशिश में बहुत सारे जानवरों के कार्टून कैरेक्‍टर ट्राय किए जा चुके थे. एक कुत्‍ते और एक बिल्‍ली का कार्टून बनाया गया, जो रिजेक्‍ट हो गया. एक फीमेल गाय और मेल घोड़े का कार्टून भी बना, वो भी रिजेक्‍ट हो गया. फिर एक मेढक का कार्टून बना, वो भी‍ रिजेक्‍ट. हालांकि गाय, घोड़ा और मेढ़क तीनों बाद में दूसरी एनीमेशन सीरीज में सेंट्रल कैरेक्‍टर बनकर आए. 

उस दिन मिसूरी में अपने स्‍टूडियो की मेज पर पैर फैलाए आंखें बंद कर बैठे वॉल्‍ट के दिमाग में यही सब उलझनें चल रही थीं, जब वो बदमाश चूहा अचानक कूदकर मेज पर चढ़ गया और अपने नन्‍हे नुकीले दांतों से वॉल्‍ट के मोजे कुतरने लगा. वॉल्‍ट की आंख खुलीं. उन्‍हें जागा देखकर एक पल को तो चूहा सकपकाया, वॉल्‍ट से नजरें मिलाईं, कुछ सेकेंड वॉल्‍ट को घूरकर देखा, फिर कोई खतरा न पाकर दोबारा मोजे कुतरने लगा. वो बड़ा बेखौफ मस्‍त चूहा था.

अचानक वॉल्‍ट जोर से ताली बजाकर कुर्सी से उठ पड़े और बाहर की ओर भागे. उन्‍हें अपना कार्टून कैरेक्‍टर मिल गया था.

और इस तरह एक आवारा, शैतान, निर्भीक चूहा बन गया हमारा चहेता मिकी माउस.     

मिकी माउस की पहली फिल्‍म

1928 में पहली फिल्‍म रिलीज हुई, जिसका मुख्‍य किरदार था मिकी माउस. फिल्‍म का नाम था “प्लेन क्रेजी.” ये फिल्म चार्ल्स लिंडबर्ग की अटलांटिक के ऊपर भरी गई पहली उड़ान से प्रेरित थी. फिल्म “प्लेन क्रेजी” में लोगों ने पहली बार मिकी माउस को देखा. फिल्‍म दो हफ्ते तक सिनेमा हॉल में लगी रही. डिजनी ने इस फिल्‍म से एक हजार डॉलर कमाए. बस फिर क्‍या था. संघर्ष के दिन खत्‍म और सफलता की कहानी शुरू. उसके बाद तो वॉल्‍ट और रॉय ने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा.   

 

वर्ष 2021 में वॉल्ट डिजनी का टोटल रेवेन्यू 67.418 बिलियन डॉलर था. फोर्ब्स के मुताबिक डिजनी की ब्रांड वैल्यू 81.2 बिलियन डॉलर है. डिजनी चैनल, ईएसपीएन, हिस्ट्री, लाइफटाइम जैसे नामी चैनल डिजनी मीडिया बिजनेस नेटवर्क के ही हैं.