'बिरा' से करोड़पति बने बीयरप्रेन्योर अंकुर जैन
क्राफ्ट बियर 'बिरा 91' गेहूं से बनी पहली ऐसी स्ट्रॉन्ग बियर है, जिसमें सिर्फ सात प्रतिशत एल्कोहल है...
आंत्रेप्रेन्योर और स्टार्टअप के लिए तो आज दिशाएं ही दिशाएं हैं। हिम्मत तो करिए, वेब होस्टिंग, गिफ्ट पैकेजिंग से लेकर होम सॉल्यूशंस, कॉफी होम, वेब डेवलॅपमेंट, एम्बुलेंस, मेडिसिन डिलिवरी तक एक-से-एक प्लान आजमाए जा सकते हैं। अंकुर जैन ने एक दिन ऐसी ही किसी हिम्मत से काम लिया और देखते ही देखते उनके ब्रांड 'बिरा' ने उन्हें करोड़पतियों में शुमार कर दिया।
रोजी-रोजगार की तलाश में देश से विदेश और फिर विदेश से अपने देश वापिस लौट जाने वाले अंकुर जैन के लिए किंगफिशर और हैवर्ड्स जैसे बड़े बियर ब्रांड्स के बीच खुद को स्थापित करना आसान नहीं था, लेकिन जब एक बार खुद की पहचान कायम कर ली तो फिर उन्होंने कभी पीछे मुड़ कर नहीं देखा...
बिजनेस करना उतना भी मुश्किल नहीं है, जैसी कि पहले से लोग आम धारणाएं बनाकर निष्क्रिय हो लेते हैं। अगर लखपति-करोड़पति बनने के सपने कोई देख रहा हो और उसे अपने लिए कोई कारोबारी प्लेटफॉर्म जरा-सा भी समझ में आ रहा हो, तो कुछ वक्त के लिए उसके प्रति उसे अवश्य गंभीर हो जाना चाहिए।
हमारे आसपास ऐसे नजाने कितने लोग हैं, जो करना तो बहुत कुछ चाहते हैं, लेकिन उनके भीतर बैठा ये डर कि 'कहीं वो फेल न हो जायें...' उन्हें कोई भी शुरुआत करने से रोक देता है। तमाम लोग ऑफिस में नौकरी करते हैं। उनमें से अनेक ऐसे होते हैं, जो ड्यूटी टाइम के बाद, साथ ही छुट्टी के दिनों में साइड-बिजनेस करते हैं और देखते ही देखते काम ट्रैक पर आ जाने के बाद अपने बाकी सहकर्मियों से सैकड़ो गुना आगे निकल जाते हैं। आंत्रेप्रेन्योर्स और स्टार्टअप्स के लिए आज वेब होस्टिंग, गिफ्ट पैकेजिंग, होम सॉल्यूशंस, कैंडल प्रोडक्शन, कॉफी होम, पेंटिंग्स, ऑनलाइन बिजनेस, वेब डेवलॅपमेंट, ग्रिटिंग्स कार्ड मेकिंग, टॉय मेकिंग, पेट्स फूड, होम शिफ्टिंग, पिक ऐंड ड्रॉप सर्विस, एम्बुलेंस अरेंजमेंट, मेडिसिन डिलिवरी, फाइनैंशियल प्लानिंग जैसे तमाम काम आजमाए जा सकते हैं।
ऐसे ही एक आइडिया पर नए तरह के काम की शुरुआत की अंकुर जैन ने। अंकुर रोजी-रोजगार की तलाश में विदेश पहुंच गए थे। अपनी आइडियल सोच के साथ वह वर्ष 2007 में अपने वतन लौटे, यद्यपि बिजनेस आइडिया का आधार बैल्जियम में रखा।
अपना काम शुरू करने से पूर्व अंकुर ने सबसे पहले भारत में नगरों, महानगरों के आजकल के युवाओं का मिजाज रीड किया। उन पर कई तरह से व्यावसायिक विचार-विमर्श किये और फिर उन्होंने पाया कि बियर बाजार पर तो किंगफिशर, हैवर्ड्स जैसी कंपनियों का एकाधिकार होता जा रहा है। उनके प्रोडक्ट की डिमांड बेहिसाब हो चली है और कीमत-क्वालिटी की दृष्टि से आपूर्ति अपेक्षित नहीं है। उनको लगा कि इस बिजनेस में भविष्य आजमाया जा सकता है। इसके बाद वर्ष 2014-15 में उन्होंने नए किस्म की पैकेजिंग में बियर ब्रॉंड 'बिरा 91' की लॉंचिंग कर दी। आज वह करोड़पति कारोबारी बन चुके हैं। गौरतलब है कि 91 भारत का कंट्री कोड है।
'बिरा 91' गेहूं से बनी पहली ऐसी स्ट्रॉन्ग बियर है, जिसमें सात प्रतिशत अल्कोहल है। अभी इसकी देश के एक दर्जन से अधिक शहरों में सप्लाई है, जिसे इस वर्ष दोगुनी पहुंच तक ले जाने का लक्ष्य है।
बिरा अभी बेल्जियम में तैयार किया जा रहा था, लेकिन अब इंदौर (मध्य प्रदेश) में भी इसका प्रोडक्शन होने के साथ ही एक यूनिट नागपुर (महाराष्ट्र) में भी लगने जा रही है।
मार्केट में उतरते ही बिरा की डिमांड युवाओं के बीच काफी तेजी से बढ़ी है। वर्ष 2015 में जो खपत डेढ़ लाख थी, वर्ष 2016 बीतते-बीतते सात लाख का आंकड़ा पार गई। इसके बाद कंपनी की ओर से 'लो कैलरी बियर' लॉन्च की गई, जिसमें एक ग्लास दूध से भी कम कैलोरी बताई जाती है। अंकुर जैन चाहते हैं कि वर्ष 2017 में उनकी खपत का आंकड़ा डेढ़ करोड़ तक पहुंच जाए।