क्या कहता है फिनटेक का बाज़ार? कैसा है इस उभरती टेक्नोलॉजी का भविष्य?
आप भले ही कितनी ही रफ्तार से आगे बढ़ें हों, लेकिन एक बार जब टेक्नोलॉजी रफ्तार लेती है, तो यह चंद सेकंड में आपसे आगे निकल जाती है। यह बात फिनटेक इंडस्ट्री के बढ़ते मार्केट को देखते हुए सही साबित होती है।
एक जमाने में, फाइनेंशियल सर्विस इंस्टीट्यूट्स एक ही छत के नीचे कई तरह की सर्विसेज देते थे। इन सेवाओं के दायरे में पारंपरिक बैंकिंग गतिविधियों से लेकर व्यापारिक सेवाओं तक, सब कुछ शामिल है। लेकिन, अब इन सभी सर्विसेज को आप घर बैठे एक्सेस कर सकते हैं, किसी भी डिवाइस पर। यह सब फिनटेक की बदौलत ही संभव हो पाया है।
फाइनेंशियल टेक्नोलॉजी (फिनटेक) का उपयोग कंज्यूमर्स के लिए फाइनेंशियल सर्विसेज (पेमेंट करने, रिसीव करने आदि) प्रोवाइड करने में आसानी और सरलता और बेहतर युजर अनुभव के लिए किया जाता है। लगातार हो रहे इनोवेशंस के चलते इस नई टेक्नोलॉजी के जरिए फाइनेंशियल सर्विसेज को तेजी से डिलीवर करने, सिक्योर करने और उन्हें ऑटोमेट करने में मदद मिलती है।
फिनटेक कंपनियां कई तरह के स्पेशल सॉफ्टवेयर/ऐप्लीकेशन और एल्गोरिदम का उपयोग करके प्रॉब्लम्स को सॉल्व कर रही है।
जब 21 वीं सदी में फिनटेक का उदय हुआ, तो यह शब्द शुरू में मशहूर फाइनेंशियल इंस्टीट्यूशंस के बैक-एंड सिस्टम में काम में आने वाली टेक्नोलॉजी पर लागू किया गया था। तब से, हालांकि, यूजर की भी जरूरतों में बदलाव आया है और इसलिए अब यह यूजर-ओरिएंटेड बन चुकी है। फिनटेक में अब कई अलग-अलग सेक्टर और इंडस्ट्री शामिल हैं जैसे कि एजुकेशन, रिटेल बैंकिंग, फंडरेज़ और नॉन-प्रोफिट्स, क्रिप्टोकरेंसी, और इन्वेस्टमेंट मैनेजमेंट आदि।
फिनटेक को समझना
मोटे तौर पर, "फाइनेंशियल टेक्नोलॉजी" शब्द किसी भी इनोवेशन पर लागू हो सकता है कि लोग कैसे ट्रेड करते हैं, डिजिटल मनी के आविष्कार से लेकर डबल-एंट्री मल्टीलेजर सिस्टम तक। इंटरनेट की क्रांति और मोबाइल इंटरनेट/स्मार्टफोन क्रांति के बाद से यह टेक्नोलॉजी विस्फोटक रूप से बढ़ी है, और फिनटेक, जिसे शुरुआत में बैंकों या कमर्शियल फर्मों के बैक ऑफिस से जोड़कर देखा जाता था, अब व्यक्तिगत रूप से विस्तृत विविधता का वर्णन करती है।
फिनटेक में अब अलग-अलग प्रकार की फाइनेंशियल एक्टीविटीज़ शामिल है, जैसे कि रुपये ट्रांसफर करना, क्रेडिट के लिए अप्लाई करना, अपने इन्वेस्टमेंट्स को मैनेज करना आदि। नए जमाने के यूजर अपने दैनिक जीवन के एक हिस्से के रूप में फिनटेक के बारे में तेजी से जागरूक हो रहे हैं।
फिनटेक का बढ़ता बाज़ार
फिनटेक का मार्केट साइज बेहद तेजी से और लगातार बढ़ता जा रहा है।
Research And Markets की रिपोर्ट के मुताबिक, 2016 में दुनियाभर की फिनटेक इंडस्ट्री का मार्केट साइज 2,767.01 बिलियन डॉलर था, और 2026 तक 31,503.54 बिलियन डॉलर तक पहुंचने का अनुमान है, जो 2016 से 2026 के बीच 27.5% की CAGR (compound annual growth rate) से बढ़ रहा है।
वहीं, अगर हम भारत के फिनटेक मार्केट साइज की बात करें तो, Invest India की रिपोर्ट के आंकड़े काफी रोचक है। भारत में विश्व स्तर पर सबसे अधिक फिनटेक अपनाने की दर है। भारत दुनिया में सबसे तेजी से बढ़ते फिनटेक बाजारों में से एक है और भारत में 6,636 फिनटेक स्टार्टअप हैं। 2021 में भारतीय फिनटेक इंडस्ट्री का मार्केट साइज 31 बिलियन डॉलर था, और 2025 तक 150 बिलियन डॉलर तक पहुँचने का अनुमान है। फिनटेक ट्रांजेक्शन वैल्यू साइज 2019 में 66 बिलियन डॉलर से बढ़कर 2023 में 138 बिलियन डॉलर, 20% की CAGR से बढ़ रही है।
भारतीय फिनटेक इंडस्ट्री इकोसिस्टम पेमेंट्स, लेंडिंग, वेल्थ टेक्नोलॉजी (Wealth Technology - WealthTech), पर्सनल फाइनेंस मैनेजमेंट, इंश्योरेंस टेक्नोलॉजी (Insurance Technology - InsurTech), रेग्यूलेशन टेक्नोलॉजी (Regulation Technology - RegTech), आदि सेग्मेंट्स की एक बड़ी रेंज है।
मार्च 2022 तक, भारत के Unified Payments Interface (UPI) ने 313 बैंकों की भागीदारी देखी है और 128 बिलियन डॉलर से अधिक के 5.4 बिलियन मासिक लेनदेन दर्ज किए हैं। अप्रैल 2022 तक, भारत में 17 फिनटेक कंपनियां हैं, जिन्होंने 1 बिलियन डॉलर से अधिक की वैल्यूएशन के साथ 'यूनिकॉर्न स्टेटस' हासिल किया है।
YourStory Research की रिपोर्ट के मुताबिक, भारत में फिनटेक सेक्टर ने FY 2022 में 8.53 बिलियन डॉलर (278 डील) की फंडिंग जुटाई है।
फिनटेक यूजर्स
फिनटेक इंडस्ट्री में यूजर्स को चार कैटेगरी में बांटा गया हैं: 1) बैंकों के लिए B2B और 2) उनके कमर्शियल कस्टमर, और 3) स्मॉल बिजनेस के लिए B2C और 4) कंज्यूमर। मोबाइल बैंकिंग की ओर बढते रुझान, बढ़ती हुई जानकारी, डेटा, और अधिक सटीक एनालिसिस और एक्सेस सभी चार कैटेगरी के लिए गजब के अवसर पैदा कर रहे हैं।
Tipalti की एक रिपोर्ट के मुताबिक, दुनिया भर में 64% कंज्यूमर्स ने एक या एक से अधिक फिनटेक प्लेटफॉर्म का उपयोग किया है, जो 2017 के 33% से अधिक है। 60% कंज्यूमर्स फाइनेंशियल इंस्टीट्यूट्स के साथ ट्रांजेक्शन करना चाहते हैं जो एक ही प्लेटफॉर्म प्रदान करते हैं, जैसे कि सोशल मीडिया या मोबाइल बैंकिंग ऐप। 96% ग्लोबल यूजर कम से कम एक फिनटेक सर्विस या कंपनी के बारे में जानते हैं। ई-कॉमर्स — फिनटेक के सबसे बड़े ग्रोथ ड्राइवर्स में से एक है, जोकि 10-12% की CAGR से बढ़ रहा है।
फिनटेक का भविष्य
फिनटेक ने पहले ही मार्केट में तहलका मचा दिया है। दुनियाभर की ट्रेडिशनल फाइनेंशियल ऑर्गेनाइजेशंस में से, 82% की योजना अगले तीन से पांच वर्षों में फिनटेक कंपनियों के साथ सहयोग बढ़ाने की है। ऐसा इसलिए है क्योंकि कई कंपनियों को डर है कि वे मार्केट में पिछड़ जाएंगी। मौजूदा कंपनियों में से 88% का मानना है कि अगले पांच वर्षों में उनके बिजनेस का एक हिस्सा स्टैंडअलोन फिनटेक कंपनियों के हाथों खो जाएगा। तो, वहाँ असली डर है।
यूजर अपने फंड को मैनेज करते समय एक सहज डिजिटल अनुभव की मांग करते हैं। फाइनेंस कंपनियों को उनके लिए इसे प्रदान करने के लिए काम करना चाहिए या खोने का जोखिम उठाना चाहिए। इन अपेक्षाओं ने फिनटेक स्टार्टअप्स, टेक कंपनियों और मंझे हुए फाइनेंशियल इंस्टीट्यूट्स के बीच नई साझेदारी को जन्म दिया है।
B2C मॉडल वाली फिनटेक फर्म को B2B दृष्टिकोण में बदलते हुए देखना दुर्लभ नहीं है। ब्रांड तब बड़ी कंपनियों को अधिक क्लाइंट पूल तक पहुंचने के लिए टेक्नोलॉजी प्रदान करता है।
नियोबैंकिंग (Neobanking), इन्वेस्टमेंट टेक (Investment Tech), इंश्योरटेक (Insurtech), फिनटेक SaaS (Software-as-a-Service) आदि कुछ फिनटेक ट्रेंड्स हैं, जो उभरकर सामने आएं हैं और अब लगातार बढ़ रहे हैं।
अंततः, फिनटेक का भविष्य उज्जवल लग रहा है। एक स्मॉल बिजनेस के लिए भी, भविष्य के लिए फिनटेक इन्वेस्टमेंट पर विचार करना बुद्धिमानी होगी। आप भले ही कितनी ही रफ्तार से आगे बढ़ें हों, लेकिन एक बार जब टेक्नोलॉजी रफ्तार लेती है, तो यह चंद सेकंड में आपसे आगे निकल जाती है।