ऑक्सीजन लाने के लिए पहली 'ऑक्सीजन एक्सप्रेस' मुंबई से विशाखापट्टनम के लिए रवाना
रो-रो सेवा के तहत कलंबोली से 7 खाली टैंकरों को विशाखापट्टनम ले जाया गया, जहां से तरल मेडिकल ऑक्सीजन लोड किया जाएगा। कोविड-19 से निपटने के लिए रेलवे ने ऑक्सीजन एक्सप्रेस चलाने की तैयारी की है।
कोविड-19 के खिलाफ लड़ाई के तहत भारतीय रेलवे ने ऑक्सीजन एक्सप्रेस चलाने की तैयारी की है।
मुंबई डिवीजन ने रातोंरात 24 घंटे के भीतर कलंबोली माल यार्ड पर फ्लैट वैगनों से/में टैंकरों की लोडिंग/अनलोडिंग की सुविधा के लिए एक रैंप तैयार किया है। 7 खाली टैंकरों के साथ रो-रो सेवा विशाखापट्टनम इस्पात संयंत्र के लिए कलंबोली माल यार्ड से रात 8.05 बजे रवाना हुई। यह ट्रेन वसई रोड, जलगांव, नागपुर, रायपुर जंक्शन से होकर पूर्व तट रेलवे क्षेत्र में विशाखापट्टनम इस्पात संयंत्र जाएगी, जहां तरल मेडिकल ऑक्सीजन लोड किया जाएगा।
पिछले साल लॉकडाउन के दौरान भी रेलवे ने आवश्यक वस्तुओं को एक जगह से दूसरी जगह पहुंचाया था और आपूर्ति श्रृंखला को बरकरार रखा था और आपात स्थिति में भी देश सेवा करना जारी रखा।
यह गौर करने वाली बात है कि ऑक्सीजन पहुंचाने के लिए विभिन्न राज्यों के अनुरोध पर रेल मंत्रालय ने तरल ऑक्सीजन के परिवहन की संभावनाएं तलाशीं और ट्रायल रन शुरू किया।
हाल ही में उद्योग और आंतरिक व्यापार संवर्धन विभाग (DPIIT) ने बताया है कि ऑक्सीजन की मांग पहले से मौजूद कुल दैनिक ऑक्सीजन उत्पादन के लगभग 60 प्रतिशत तक पहुंच चुकी है, और इसमें आगे और वृद्धि होने की उम्मीद है। कुछ राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों से मेडिकल ऑक्सीजन की कमी की भी खबरें आई हैं।
आपको बता दें कि भारत सरकार नियमित रूप से निगरानी कर रही है और प्रभावित राज्यों को मेडिकल ऑक्सीजन सहित जरूरी चिकित्सा उपकरणों की निर्बाध आपूर्ति सुनिश्चित कर रही है और समय-समय पर आने वाली बाधाओं को दूर कर रही है। भारत सरकार ने उद्योग और आंतरिक व्यापार संवर्धन विभाग (DPIIT) के सचिव की अध्यक्षता में गठित अधिकार प्राप्त समूह-II (ईजी-II) को देश भर में मेडिकल ऑक्सीजन समेत चिकित्सा उपकरणों, दवाओं आपूर्ति के प्रबंधन की जिम्मेदारी सौंपी हुई है। भारत सरकार ने देश भर में मेडिकल ऑक्सीजन की पर्याप्त उपलब्धता के मुद्दे का समाधान करने के लिए हाल के दिनों में कई त्वरित और समयबद्ध कदम उठाए हैं।