कंगाली की राह पर First Republic Bank; हफ्ते में तीसरा
अगर ये बैंक दिवालिया होता है, तो यह अमेरिका के इतिहास में चौथा बैंक दिवाला होगा. बता दें कि SVB और सिग्नेचर बैंक से पहले साल 2008 में वॉशिंगटन म्यूचुअल दिवालिया हुआ था. जिसके चलते दुनिया भर ने आर्थिक मंदी झेली थी.
एक हफ्ते से भी कम समय में अमेरिका के दो बड़े बैंक दिवालिया हो चुके हैं. सिलिकॉन वैली बैंक (Silicon Valley Bank - SVB) और सिग्नेचर बैंक (Signature Bank). अब ख़बर आ रही है कि एक और बैंक है जो कंगाली की कगार पर है. यह बैंक है फर्स्ट रिपब्लिक बैंक (First Republic Bank).
अब अगर ये बैंक दिवालिया होता है, तो यह अमेरिका के इतिहास में चौथा बैंक दिवाला होगा. बता दें कि SVB और सिग्नेचर बैंक से पहले साल 2008 में वॉशिंगटन म्यूचुअल (Washington Mutual) दिवालिया हुआ था. जिसके चलते दुनिया भर ने आर्थिक मंदी झेली थी.
समाचार एजेंसी ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट के अनुसार, फर्स्ट रिपब्लिक बैंक के शयरों (First Republic Bank Stocks) में 61.83 फीसदी की गिरावट देखी गई है. बीते हफ्तेभर में आई गिरावट पर नजर डालें तो बैंक के शेयरों की कीमत में 74.25% की गिरावट आ चुकी है. बीते कारोबारी दिन इसका भाव 19 डॉलर प्रति शेयर के निचले स्तर तक पहुंच गया था. कुछ ऐसे ही हालात सिलिकॉन वैली बैंक और सिग्नेचर बैंक के बने थे और इन दोनों ही बैंकों पर ताला लटक गया. अब इस बड़े बैंक पर संकट के बादल मंडरा रहे हैं.
ग्लोबल रेटिंग एजेंसी मूडीज (Moody's) ने हाल ही में छह अमेरिकी बैंकों को अंडर रिव्यू रखा है. इन छह बैंकों की लिस्ट में सबसे पहला नंबर फर्स्ट रिपब्लिक बैंक का है. इसके अलावा रेटिंग एजेंसी ने जिओन्स बैनकॉपोरेशन, वेस्टर्न एलिएंस बैनकॉर्प, कॉमेरिका इंक, यूएमबी फाइनेंशियल कॉर्प और इंट्रस्ट फाइनेंशियल कॉर्पोरेशन की रेटिंग भी डाउनग्रेड करते हुए अंडर रिव्यू में डाला हुआ है. पहले मूडीज ने इससे पहले सिग्नेचर बैंक को पहले सबोर्डिनेट डेट 'C' रेट दिया था. लेकिन सोमवार को न्यू यॉर्क बेस्ड सिग्नेचर बैंक की डेट रेटिंग को भी डाउनग्रेड कर जंक टेरिटरी में डाल दिया था. एजेंसी का ये कदम अमेरिकी बैंकिंग सेक्टर के लिए एक बड़ा झटका है.
वहीं, बिजनेस इनसाइडर की एक रिपोर्ट के अनुसार, कंपनी ने रविवार को फाइलिंग में कहा कि जेपी मॉर्गन चेस (JPMorgan Chase) और फेडरल रिजर्व (Federal Reserve) की बैकस्टॉप योजना के तहत इसे 70 अरब डॉलर का फंड मिल जाएगा, जो बैंकों को एक साल का लोन और कोलेट्रल है.
उधर, SVB Financial Group और दो शीर्ष अधिकारियों पर सोमवार को शेयरधारकों द्वारा मुकदमा दायर किया गया था. शेयरधारकों ने आरोप लगाया था कि कैसे बढ़ती ब्याज दरें इसकी सिलिकॉन वैली बैंक यूनिट को डूबो देंगी, यह बात छिपाई गई. बता दें कि सिलिकॉन वैली बैंक पिछले सप्ताह दिवालिया हो गया था.