Brands
Discover
Events
Newsletter
More

Follow Us

twitterfacebookinstagramyoutube
ADVERTISEMENT
Advertise with us

Swiggy और Zomato से खाना मंगाना हुआ महंगा; प्लेटफ़ॉर्म फीस बढ़ाकर 6 रुपये की

फूड डिलीवरी करने वाले प्लेटफॉर्म्स — Swiggy और Zomato — दोनों ने अपनी प्लेटफ़ॉर्म फीस बढ़ी दी है. इससे पहले प्रति ऑर्डर प्लेटफ़ॉर्म फीस 5 रुपये होती थी, जिसे बढ़ाकर 6 रुपये कर दिया गया है, जो 20% की वृद्धि दर्शाता है. दोनों ही खिलाड़ी बाज़ार में हिस्सेदारी खोए बिना मुनाफ़ा बढ़ाने में लगे हैं.

Swiggy और Zomato से खाना मंगाना हुआ महंगा; प्लेटफ़ॉर्म फीस बढ़ाकर 6 रुपये  की

Monday July 15, 2024 , 2 min Read

अगर आप भी ऑनलाइन खाना ऑर्डर करते हैं तो अब यह आपके लिए महंगा साबित होने वाला है, क्योंकि फूड डिलीवरी करने वाले प्लेटफॉर्म्स — स्विगी (Swiggy) और ज़ोमैटो (Zomato) — दोनों ने अपनी प्लेटफ़ॉर्म फीस बढ़ी दी है. इससे पहले प्रति ऑर्डर प्लेटफ़ॉर्म फीस 5 रुपये होती थी, जिसे बढ़ाकर 6 रुपये कर दिया गया है, जो 20 प्रतिशत की वृद्धि दर्शाता है. मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, दोनों ही खिलाड़ी बाज़ार में हिस्सेदारी खोए बिना मुनाफ़ा बढ़ाने की कोशिश कर रहे हैं. गौरतलब हो कि Swiggy और Zomato ने पिछले साल सिर्फ़ 2 रुपये बतौर प्लेटफ़ॉर्म फीस लेने से शुरूआत की थी.

शुरू में बेंगलुरु और दिल्ली में शुरू की गई यह फीस डिलीवरी चार्ज, जीएसटी, रेस्टॉरेंट फीस और ऑर्डर से जुड़े अन्य खर्चों से अलग है. यह फीस सभी फूड ऑर्डर पर सार्वभौमिक रूप से लागू होती है, भले ही दोनों प्लेटफ़ॉर्म द्वारा ऑफ़र किए जाने वाले लॉयल्टी प्रोग्राम में ग्राहक नामांकन हो या न हो. यह सीधे कंपनियों के रेवेन्यू और लागत प्रबंधन प्रयासों में योगदान देता है.

हालाँकि प्रति ऑर्डर 1 रुपये की वृद्धि उपभोक्ताओं को मामूली लग सकती है, लेकिन Zomato के लिए, जो प्रतिदिन लगभग 22-25 लाख ऑर्डर डिलीवर करता है, यह 25 लाख रुपये की अतिरिक्त दैनिक आय में तब्दील होती है. नतीजतन, फूड डिलीवरी कंपनियों को इस प्लेटफ़ॉर्म फीस के माध्यम से 1.25-1.5 करोड़ रुपये की दैनिक राजस्व वृद्धि की उम्मीद है.

स्विगी ने अप्रैल 2023 में 2 रुपये बतौर प्लेटफ़ॉर्म फीस लेना चालु किया था, जिसके बाद उसी वर्ष अगस्त में ज़ोमैटो ने भी ऐसा ही किया. तब से, दोनों कंपनियों ने इस फीस में क्रमिक रूप से वृद्धि की है, यह पाते हुए कि ग्राहक ऑर्डर की मात्रा में गिरावट देखे बिना वृद्धि को स्वीकार करने के लिए तैयार हैं.

स्विगी और ज़ोमैटो ने प्लेटफ़ॉर्म फीस को विशेष रूप से अपनी फूड डिलीवरी सेवाओं के लिए लागू किया है; इसे इंस्टामार्ट और ब्लिंकिट जैसे अपने क्विक कॉमर्स प्लेटफॉर्म्स पर लागू नहीं किया.

इस बीच, ज़ेप्टो इस साल मार्च में प्लेटफ़ॉर्म फीस शुरू करने वाला पहला ग्रोसरी डिलीवरी स्टार्टअप बन गया. ज़ेप्टो प्रतिदिन लगभग 550,000 ऑर्डर डिलीवर करता है, जो 2 रुपये प्रति ऑर्डर के हिसाब से प्लेटफ़ॉर्म फीस से लेता है और इस तरह 11 लाख रुपये की अतिरिक्त दैनिक आय हासिल करता है.

यह भी पढ़ें
स्किनकेयर ब्रांड SkinInspired ने हासिल की 12.25 करोड़ रु की सीड फंडिंग