भारतीय सेना में पहली बार होगी कमांड भूमिकाओं में 30 से अधिक महिला अधिकारियों की नियुक्ति
महिला सशक्तिकरण की दिशा में भारतीय सेना का एक और बड़ा कदम.
भारतीय सेना के इतिहास में यह पहली बार है कि 30 महिला अधिकारियों को कमांड भूमिकाओं में नियुक्त किया जा रहा है. यह कहना अतिशयोक्ति नहीं होगी कि महिला सशक्तिकरण की दिशा में यह एक बड़ा कदम है.
इंडियन आमी 1992 से 2005 तक के बैच समेत अन्य महिला अधिकारियों के लिए एक पदोन्नति बोर्ड का गठन करने जा रही है. यह बोर्ड कर्नल रैंक की 108 रिक्तियों के लिए किया जा रहा है.
इसके लिए भारतीय सेना ने संभावित महिला अधिकारियों की एक सूची तैयार की थी. सेना के वरिष्ठ अधिकारियों के मुताबिक इस सूची में से 30 महिला अधिकारियों के नामों पर मंजूरी मिल गई है. यह मंजूरी कोर ऑफ इंजीनियर्स, सिग्नल, आयुध, इलेक्ट्रिकल और मैकेनिकल इंजीनियर समेत कई सेना से जुड़ी विभिन्न सेवाओं की ओर से मिली है.
जल्द ही इन सभी सेवाओं से जुड़ी अलग-अलग सूची आएगी, जिन्हें एक जगह संकलित कर अंतिम परिणामों की घोषणा की जाएगी. बोर्ड से पास होने वाली महिला अधिकारियों को प्रमुख नेतृत्व की भूमिका में रखा जाएगा. साथ ही भविष्य में उन्हें उच्च पदों पर प्रमोशन मिलने की संभावना भी बढ़ सकती है. आर्मी हेडक्वार्टर्स ने इस संबंध में कहा है कि महिलाएं भारतीय सेना में विभिन्न स्तरों पर महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही हैं. बहुत गर्व और आत्मविश्वास के साथ वह सेना में अपनी सेवाएं दे रही हैं.
इसके अलावा उन्होंने यह भी कहा कि अब महिला अधिकारियों को पुरुष अधिकारियों के बराबर अवसर दिए जा रहे हैं. कर्नल रैंक में टेनेंट कमांड असाइनमेंट के लिए महिला अधिकारियों के चयन की प्रक्रिया जोरों पर है.
महिलाओं के लिए अभी सेना में बहुत अच्छा समय है. अब न सिर्फ उन्हें सेना में परमानेंट कमीशन मिलता है, बल्कि विभिन्न कठिन फ्रंट्स पर उन्हें नई और चुनौतीपूर्ण भूमिकाएं सौंपी जा रही हैं.
पिछले दिनों 57 इंजीनियर्स रेजीमेंट की एक महिला अधिकारी को सियाचिन ग्लेशियर में तैनात किया गया था और उन्हें वहां के ऑपरेशन की जिम्मेदारी सौंपी गई थी. सेना की इंजीनियर कोर की कैप्टन शिवा चौहान (Captain Shiva Chauhan) को सियाचिन ग्लेशियर में अग्रिम पंक्ति की चौकी में तैनात किया गया.
दुनिया के सबसे ऊंचे युद्ध क्षेत्र में किसी महिला सेना अधिकारी की इस तरह की यह पहली तैनाती थी. शिवा चौहान को जिस कुमार चौकी में तैनात किया गया, वह 15,600 फुट की ऊंचाई पर स्थित है.
अग्निपथ योजना के जरिए अब महिला सैनिकों की भी भर्ती की जा रही है. महिला अग्निवीरों के पहले बैच की ट्रेनिंग इस साल मार्च से बेंगलुरू में शुरू होगी.
इतना ही नहीं, अब भारतीय सेना ने मित्र देशों के साथ संयुक्त अभ्यास और शांति मिशन में भी महिला सैनिकों को तैनात करना शुरू कर दिया है.
Edited by Manisha Pandey