'मिसाइल से म्यूजिक तक', महिलाओं ने बहुत कुछ हासिल किया है: राष्ट्रपति मुर्मू
राष्ट्रपति ने कहा, "मैं सभी 'वीर नारियों' का उनके योगदान के लिए आभार व्यक्त करती हूं और AWWA के प्रयासों की सराहना करती हूं."
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने सोमवार को 'नारी शक्ति' की सराहना की और कहा कि महिलाओं ने कई बाधाओं को पार करते हुए "मिसाइल से लेकर संगीत" तक विभिन्न क्षेत्रों में ऊंचाइयों को छुआ है.
वह मानेकशॉ सेंटर में आर्मी वाइव्स वेलफेयर एसोसिएशन (AWWA) द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम में बोल रहीं थीं.
राष्ट्रपति ने कहा, "मैं सभी 'वीर नारियों' का उनके योगदान के लिए आभार व्यक्त करती हूं और AWWA के प्रयासों की सराहना करती हूं."
कार्यक्रम के दौरान, एक आर्मी मैन और झारखंड की एक शिक्षिका से शादी करने वाली एक उद्यमी, जो एक 'वीर नारी' हैं, ने अपने जीवन की गंभीर और दर्दनाक कहानियाँ सुनाईं, और बताया कि कैसे उन्होंने अपने दृढ़ संकल्प और लचीलेपन की भावना के साथ बाधाओं पर विजय प्राप्त की.
मुर्मू ने कहा, "हमने आज दो महिलाओं की दर्दनाक कहानियां सुनीं, बल्कि हमें यह कहना चाहिए कि धैर्य और दृढ़ संकल्प की दो कहानियां सुनीं...इसने रूह कंपा दी." उन्होंने जोर देकर कहा, इसीलिए इसे नारी शक्ति कहा जाता है.
एक पुरानी कहावत है कि हर सफल आदमी के पीछे एक महिला होती है, लेकिन, आज इसके बजाय यह कहा जाना चाहिए कि "हर सफल आदमी के बगल में एक महिला होती है", राष्ट्रपति मुर्मू ने कहा.
अपने संबोधन में, राष्ट्रपति ने 'नारी शक्ति' की सराहना की और बड़े पैमाने पर समाज और राष्ट्र की प्रगति में महिलाओं द्वारा किए गए योगदान को रेखांकित किया.
उन्होंने कहा, "मिसाइलों से लेकर संगीत तक, महिलाओं ने सभी बाधाओं का सामना करते हुए और उन्हें पार करते हुए ऊंचाइयां हासिल की हैं."
AWWA अध्यक्ष अर्चना पांडे ने अपने संबोधन में मुर्मू की उपलब्धियों की सराहना की और कहा कि राष्ट्रपति ने स्वयं "नारी शक्ति" का उदाहरण दिया है.
कार्यक्रम में भाग लेने से पहले, राष्ट्रपति मुर्मू को एसोसिएशन के सदस्यों द्वारा लगाए गए विभिन्न स्टालों का दौरा कराया गया, जो महिलाओं को सशक्त बनाने के लिए उनमें आत्मनिर्भरता, उद्यमशीलता को बढ़ावा देता है.
इस कार्यक्रम में उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ की पत्नी सुदेश धनखड़ और विदेश एवं संस्कृति राज्य मंत्री मीनाक्षी लेखी भी शामिल हुईं.
Edited by रविकांत पारीक