Aye Finance ने ब्रिटिश इंटरनेशनल इन्वेस्टमेंट की अगुवाई में सीरीज F राउंड में जुटाए 310 करोड़ रुपये
2014 में स्थापित, Aye Finance माइक्रो-एंटरप्राइजेज को अनसिक्योर्ड स्मॉल-टिकट बिजनेस लोन देता है.
माइक्रो-एंटरप्राइज़ेज को लोन देने वाली कंपनी
ने यूके के विकास वित्त संस्थान ब्रिटिश इंटरनेशनल इन्वेस्टमेंट (BII) के नेतृत्व में सीरीज F राउंड में 310 करोड़ रुपये जुटाए हैं. इस राउंड में Waterfield Fund of Funds और Aye के मौजूदा शेयरधारक A91 पार्टनर्स ने भी भाग लिया.हालिया निवेश के साथ, Aye Finance ने इक्विटी में कुल 1,000 करोड़ रुपये जुटाए हैं. Avendus Capital ने इस लेनदेन में Aye Finance के लिए विशेष वित्तीय सलाहकार के रूप में कार्य किया.
कंपनी का एसेट अंडर मैनेजमेंट (AUM) 3,600 करोड़ रुपये से अधिक है.
ब्रिटिश इंटरनेशनल इन्वेस्टमेंट के वित्तीय सेवाओं के निदेशक गौरव मल्होत्रा ने कहा, "भारत में 64 मिलियन से अधिक MSMEs हैं और केवल 11% माइक्रो-एंटरप्राइज़ेज के पास औपचारिक ऋण तक पहुंच है. इसलिए, मैं रोमांचित हूं कि Aye Finance के साथ साझेदारी के माध्यम से, हम न केवल इस अंतर को पाटने में मदद कर रहे हैं बल्कि सूक्ष्म उद्यमियों और उनके कर्मचारियों को अपना व्यवसाय और आय बढ़ाने को भी सक्षम बना रहे हैं. "
मल्होत्रा ने आगे कहा, "Aye Finance में हमारा निवेश उन कंपनियों को समर्थन देने की हमारी प्रतिबद्धता को रेखांकित करता है जिनके पास एक मजबूत विकास प्रभाव दर्शन है और भारत के वंचित समूहों के लिए वित्तीय समावेशन को बढ़ावा देता है. Aye Finance की टीम उच्च क्षमता के साथ तकनीकी-सक्षम वित्तपोषण समाधान पेश करने में अपने समर्पण और अनुभव के लिए खड़ी है.“
2014 में स्थापित, Aye Finance माइक्रो-एंटरप्राइजेज को अनसिक्योर्ड स्मॉल-टिकट बिजनेस लोन देता है. मार्च 2014 में, Aye Finance ने दिल्ली में महिलाओं के जूता विनिर्माण क्लस्टर में एक सूक्ष्म उद्यमी को अपना पहला लोन दिया. उद्यमी, जिसके पास छह श्रमिकों का सेटअप था, ने पहले किसी औपचारिक बैंक या NBFC से कोई लोन नहीं लिया था.
Aye Finance को CapitalG, Elevation Capital, Light Rock, Alpha Wave, A91 Partners और MAJ Invest का समर्थन प्राप्त है. विशेष रूप से, दिसंबर 2022 में, इसने स्विट्जरलैंड स्थित responsAbility Investments AG से बाहरी वाणिज्यिक उधार (ECB) में 10 मिलियन डॉलर हासिल किए.
(Translated by: रविकांत पारीक)