तीन दोस्तों की कंपनी ने 5 साल में किया 100 करोड़ का कारोबार, अब जुटाए 31 करोड़ रुपये
घरों में सोलर डिवाइस लगाने के बड़े अभियान के साथ कंपनी इस ताजा फंडिंग से भारत भर में अपनी मौजूदगी दर्ज कराने की दिशा में काम करेगी और टेक्नोलॉजी का बड़े पैमाने पर समावेश करेगी. इस समय इस स्टार्टअप की भारत के पांच शहरों — मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, बेंगलुरु, तेलंगाना और दिल्ली-एनसीआर में उपस्थिति है.
मुम्बई स्थित सोलर एनर्जी स्टार्टअप
ने गुड कैपिटल के जरिए अमेरिका स्थित लॉरेंस कार्बन कैपिटल, सिंगापुर स्थित सिंफनी एशिया और नितिन कामथ की की हिस्सेदारी से 40 लाख डॉलर (करीब 31 करोड़ रुपये) बतौर सीड फंडिंग जुटाए हैं.इस फंडिंग राउंड में
, जलवायु परिवर्तन की समस्या से लड़ रहे लोगों और प्रमुख निवेशकों जैसे मनिंदर गुलाटी, ग्लोबल चीफ स्ट्रेटेजी ऑफिसर, ; आशीष गोयल, सीईओ, तथा के फाउंडर्स अमित कुमार अग्रवाल, अखिल गुप्ता, और सौरभ गर्ग की भी हिस्सेदारी देखी गई. SolarSquare के इस निवेश से प्रसिद्ध निवेशक क्रिस साका की लॉरेंस कार्बन कैपिटल ने पहली बार भारत में प्रवेश किया है.ताजा फंडरेज़ पर कमेंट करते हुए SolarSquare की सीईओ, श्रेया मिश्रा, ने कहा, "हमारे साथ जो घर सोलर बनता है वह हर साल 48000 रुपये की बचत करता है और वातावरण से 4 टन कार्बन भी कम करता है. यह 60 पेड़ लगाने के बराबर है. हमारा मिशन देश के घरों में व्यापक पैमाने पर सोलर अपनाने को प्रोत्साहन देने का है ताकि हर घर के लिए यह एक जरूरी सिस्टम बन जाए."
घरों में सोलर डिवाइस लगाने के बड़े अभियान के साथ कंपनी इस ताजा फंडिंग से भारत भर में अपनी मौजूदगी दर्ज कराने की दिशा में काम करेगी और टेक्नोलॉजी का बड़े पैमाने पर समावेश करेगी. इस समय इस स्टार्टअप की भारत के पांच शहरों — मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, बेंगलुरु, तेलंगाना और दिल्ली-एनसीआर में उपस्थिति है.
कंपनी की योजना टेक्नोलॉजी का भंडार बनाने की है जिसमें हर समय अपने सोलर सिस्टम के प्रदर्शन पर निगाह रखने के लिए ऐप बनाना, बिक्री के समय लोन लेने के लिए अलग से एक ऐप बनाना और सोलर प्लांट की स्थापना करने वाले सहयोगियों के लिए मर्चेंट ऐप बनाना शामिल है. फाउंडर्स को यह एहसास हुआ है कि भारतीय परिवारों में सोलर अपनाने की चाहत तो बहुत है लेकिन प्रक्रियाओं के झमेले और इस पर भरोसे के अभाव में वे पहल नहीं कर पा रहे हैं.
"सोलर को सरल" बनाने के उद्देश्य के साथ SolarSquare मॉड्यूलर और प्रीफैब्रिकेटेड इंस्टॉलेशन डिजाइन उपलब्ध करा रही है जो मजबूत होने के साथ साथ 100% रस्ट प्रूफ हैं. ये प्रीफैब्रिकेटेड सिस्टम्स 8 घंटे में लगाए जा सकते हैं जबकि आमतौर पर अभी 3 से 5 दिन लग जाते हैं.
नीरज जैन और निखिल नाहर ने इस कंपनी की स्थापना 2015 में की थी और B2B (कमर्शियल) से शुरुआत करते हुए 5 साल के भीतर कंपनी को 100 करोड़ रुपये के कारोबार पर ला दिया. नीरज आईआईटी मुंबई (IIT Bombay) से स्नातक हैं और डच बैंक के पूर्व इन्वेस्टमेंट बैंकर रहे हैं, जबकि निखिल पैनासोनिक में रिसर्च एंड डवलपमेंट डिपार्टमेंट में काम कर चुके हैं. फिर 2020 में आईआईटी मुंबई की ही ग्रेजुएट और आंत्रप्रेन्योर श्रेया मिश्रा ने तीसरे फाउंडर के तौर उनके साथ आने का फैसला किया.
तीनों फाउंडर्स ने मिलकर यह अहसास किया कि B2B सोलर स्पेस में अपार संभावनाएं हैं और 2021 में उन्होंने भारतीय घरों के लिए सोलर सेक्टर में वन-स्टॉप सॉल्यूशन बनने का फैसला किया. अब यह कंपनी होम—एनर्जी ब्रांड बन चुकी है जो इसके लिए डिजाइन, इंस्टॉलेशन और रूफ टॉप सोलर सिस्टम के लिए फंड जुटाने का काम करती है. दो साल से भी कम समय में घरेलू सोलर स्पेस में प्रवेश करने के बाद कंपनी भारत की तेजी से बढ़ती सोलर ब्रांड बन गई है. स्टार्टअप ने 3000 से अधिक घरेलू इकाइयों और हाउसिंग सोसायटीज़ में सोलर डिवाइसेज लगाने का दावा किया है.
भारत का घरेलू सोलर मार्केट 2025 से बेहद तेजी से बढ़ेगा क्योंकि बिजली की कीमतें बढ़ते जाने, कोयले की स्टोरेज की समस्या से बिजली की किल्लत होने और लोगों में जागरूकता एवं सकारात्मक नीतिगत वातावरण से लोगों में इसकी लोकप्रियता बढ़ रही है.
राउंड की अगुवाई कर रही एर्ली स्टेज फंड कंपनी गुड कैपिटल के प्रबंधन सहयोगी रोहन मल्होत्रा ने कहा, "जलवायु परिवर्तन के मुद्दे अब बहुत ठोस रूप में सामने आए हैं और इनका तत्काल समाधान जरूरी है. हाई ग्रोथ वाले आंत्रप्रेन्योर्स के साथ प्रतिबद्धता रखने वाली फर्म होने के नाते हम इस मार्केट की चुनौतियों से निपट रही कंपनियों का साथ देने को तैयार हैं. हमें श्रेया, नीरज, और निखिल के साथ सहयोग करते हुए बेहद हर्ष हो रहा है जो भारत में प्रमुख घरेलू सोलर ब्रांड बनने की तैयारी में हैं."
SolarSquare का दावा है कि कंपनी किसी भी सोलर खरीदने वाले के रास्ते के कांटे हटाने का प्रयास करेगी. उन्हें हर कदम पर क्वालिटी, 0% के ब्याज की ईएमआई, और बाद की सेवाएं देगी.