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फ्यूचर ऑफ वर्क 2020: फोनपे के राहुल चारी ने बताया कैसे हासिल करें ग्राहकों का विश्वास और बढ़ाएं डिजिटल रीज

फ्यूचर ऑफ वर्क 2020: फोनपे के राहुल चारी ने बताया कैसे हासिल करें ग्राहकों का विश्वास और बढ़ाएं डिजिटल रीज

Saturday February 29, 2020 , 3 min Read

पेमेंट्स स्टार्टअप PhonePe के पास 200 मिलियन ग्राहकों का नेटवर्क है, जो इसे भारत की सबसे बड़ी फिनटेक कंपनियों में से एक बनाता है। 2016 में इसे फ्लिपकार्ट द्वारा अधिग्रहित किया गया था। यह उपभोक्ताओं, व्यापारियों और वित्तीय सेवाओं को अपनी सेवा देता है, इसके 69 प्रतिशत यूजर्स टियर -2 शहरों से हैं।


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राहुल चारी, कॉ-फाउंडर, PhonePe



जो चीज इस बेंगलुरु स्थित स्टार्टअप के बारे में सबसे उल्लेखनीय है वह यह तथ्य है कि यह स्टार्टअप बाजार में शुरुआती प्रवेशकों में से एक नहीं होने के बावजूद, यह प्रभावशाली यूजर बेस बनाने और उनका विश्वास हासिल करने में कामयाब रहा है। PhonePe के सह-संस्थापक राहुल चारी के अनुसार, ग्राहकों के बीच विश्वास पैदा करना स्केलिंग की कुंजी है। वह शुक्रवार को भारत के सबसे बड़े प्रोडक्ट-टेक-डिजाइन कॉन्फ्रेंस योरस्टोरीज फ्यूचर ऑफ वर्क 2020 के तीसरे एडिशन में बोल रहे थे।


राहुल बताते हैं,

"फिनटेक के लोकतंत्रीकरण का अर्थ है, हमें यह सुनिश्चित करना होगा कि ग्राहक को पैसा भेजने, पैसे खर्च करने, पैसे का प्रबंधन करने और अपनी संपत्ति को बढ़ाने की यात्रा एक ही मंच पर एक विश्वसनीय पुल के रूप में होनी चाहिए। ये वो बिल्डिंग ब्लॉक हैं जिन्हें PhonePe पर लागू किया गया है। विश्वास पैदा करने के लिए ये वो चार चीजें हैं जिन्हें फोनपे ने अपनाया है।”


PhonePe का लक्ष्य प्रत्येक फिनटेक लेनदेन का हिस्सा होना है, जिसमें पैसे भेजना भी शामिल हैं, साथ ही घरेलू खर्चों से संबंधित बिलों के निपटान को सक्षम करना शामिल है। उन्होंने कहा कि भारत में भुगतान काफी हद तक अनस्ट्रक्चर्ड है और विशेष रूप से डिजिटल पेमेंट का उपयोग करते हुए 1.3 बिलियन से अधिक जनसंख्या के केवल 200 मिलियन के साथ, भैजे गए पैसों में टैप करने का एक बड़ा अवसर है।


कंपनी की योजना "देश के किसी भी टच प्वाइंट" पर डिजिटल पेमेंट स्वीकृति बनाने की है, जो दुकानों पर व्यापारी भुगतान पर ध्यान केंद्रित करके है।


एक समग्र इकोसिस्टम का निर्माण करके, स्टार्टअप की नजर सबसे बड़े लेन-देन प्लेटफॉर्म बनने पर है। राहुल बताते हैं, "जब आप एक ऐसे प्रोडक्ट की रचना के बारे में सोचते हैं जो 'मैनेज एंड ग्रो' ऑप्शन पर बेस है, तो यह एक ऐसा कदम है जो निश्चित रूप से आपका विश्वास हासिल करता है। यह उपभोक्ताओं और कंपनियों को अपने वित्तीय विवरणों का प्रबंधन करने की अनुमति देता है और उन्हें अपने पैसे को बढ़ाने के लिए खर्चों का प्रबंधन करने में मदद करता है। हम इसे 'सेंड' और 'स्पेंड' के साथ हल कर रहे हैं, क्योंकि वे एक-दूसरे से जुड़े हुए हैं।''


राहुल ने इकोसिस्टम के निर्माण में कंपनी के लोकतांत्रिक दृष्टिकोण पर भी प्रकाश डाला। उन्होंने कहा,

"हमारा दृष्टिकोण एक बड़े इकोसिस्टम का निर्माण करना है। हम लोकतांत्रिक हैं क्योंकि हम ग्राहक को एक विशेष प्लेटफॉर्म पर बंधक नहीं बना रहे हैं। हम एक पेमेंट कंटेनर हैं। हम UPI (यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस) पर काफी बड़े हैं। हम कार्ड्स, वॉलेट्स और थर्ड पार्टी वॉलेट्स को भी सपोर्ट करते हैं।"


PhonePe के 200 मिलियन यूजर्स इसके प्लेटफॉर्म पर कई ऐप और फाइनेंशियल नेटवर्क तक आसानी से पहुंच सकते हैं।


राहुल कहते हैं,

"हम तटस्थ बने हुए हैं। ऐसेट-लाइट होना हमारी रणनीति है। हमारी यात्रा को व्यवधान के समय में सकारात्मक होना चाहिए। अगर हम जिस तरह से प्रभाव डाल सकते हैं तो वह है स्वचालन के माध्यम से।"


अब तक, PhonePe ने 120 मिलियन से अधिक बैंक खातों को लिंक किया है और इसके प्लेटफॉर्म पर 60 मिलियन से अधिक कार्ड सेव किए गए हैं, जिसका उपयोग पूरे भारत के 400 शहरों में किया जाता है। स्टार्टअप ग्राहकों को एटीएम सेवा प्रदान करने के लिए, 300 शहरों में 10 लाख किराना या मॉम-एंड-पॉप स्टोर भी सक्षम बनाता है।