पारस पत्थर जैसे हैं गौतम अडानी, जिस कंपनी पर रखते हैं हाथ उसके शेयर हो जाते हैं रॉकेट, अब किसकी बारी?
गौतम अडानी पिछले कुछ सालों में एक के बाद एक कई कंपनियों का अधिग्रहण कर चुके हैं. वह जिन कंपनियों का अधिग्रहण कर लेते हैं, उनके शेयर रॉकेट हो जाते हैं. अब कयास हैं कि वह कुछ और कंपनियों को खरीद सकते हैं.
पारस पत्थर की कहानियां तो आपने जरूर सुनी होंगी. वही पत्थर, जो किसी भी चीज को छू ले तो उसे सोने में बदल देता है. खैर, कहानियों से परे आजकल हकीकत में एक शख्स पारस पत्थर जैसा बना हुआ है. यहां बात हो रही है
के मालिक गौतम अडानी (Gautam Adani) की, जो कभी दुनिया दूसरे सबसे अमीर इंसान बन रहे हैं तो कभी तीसरे नंबर पर आ जाते हैं. वह जिस भी कंपनी को खरीद लेते हैं, उसके शेयर रॉकेट हो जाते हैं. हाल ही में अडानी ग्रुप ने अंबुजा सीमेंट (Ambuja Cement) और एसीसी (ACC) के अधिग्रहण की प्रक्रिया को पूरा किया है. इनके शेयरों में भी तगड़ा उछाल आया है. एनडीटीवी (NDTV) के अधिग्रहण की प्रक्रिया भी चल रही है और उसके शेयर भी तेजी से चढ़ रहे हैं. इसी बीच कयास लगाए जा रहे हैं कि गौतम अडानी अब कुछ और कंपनियों के अधिग्रहण कर सकते हैं.अब किन कंपनियों का अधिग्रहण कर सकते हैं अडानी?
सीमेंट इंडस्ट्री के जानकारों का मानना है कि मौजूदा समय में लॉजिस्टिक्स, पावर और पोर्ट्स के मामले में अडानी ग्रुप बहुत ही मजबूत स्थिति में है. अब कंपनी सीमेंट इंडस्ट्री में भी उतर चुकी है और वहां भी अपनी पकड़ मजबूत कर रही है. अब कंपनी उस स्थिति में है कि वह कॉस्ट एफिशिएंट तरीके से तमाम सेवाओं की पेशकश कर सकती है.
बिजनस टुडे में छपी खबर की मानें तो जानकारों के अनुसार अडानी ग्रुप को अब सीमेंट के छोटे खिलाड़ियों जैसे Nuvoco Vistas (25 mtpa), India Cements (15 mtpa) और Sanghi Cement (6 mtpa) पर फोकस करना चाहिए. आने वाले समय में इन छोटे खिलाड़ियों के लिए अल्ट्राटेक और अंबुजा-एसीसी जैसे बड़े खिलाड़ियों से टक्कर लेना मुश्किल हो जाएगा. अगर अडानी ग्रुप इन कंपनियों का अधिग्रहण करती है तो उससे ना सिर्फ उसे इन कंपनियों के असेट मिलेंगे, बल्कि इनका मार्केट और ब्रांड भी मिल जाएगा, जिससे कंपनी की कमाई बढ़ जाएगी.
किन-किन कंपनियों का अधिग्रहण कर चुके हैं अडानी
अगर पिछले कुछ महीनों यानी सिर्फ 2022 की बात करें तो लिस्ट ज्यादा लंबी तो नहीं है, लेकिन कुछ ही महीनों में कई अधिग्रहण कर लेना अपने आप में बड़ी बात है.
एनडीटीवी- सबसे पहले बात करते हैं उस अधिग्रहण की, जो अभी सबसे ज्यादा चर्चा में है. यहां बात की जा रही है एनडीटीवी की, जिसमें गौतम अडानी ने 29.18 फीसदी हिस्सेदारी ले ली है और 26 फीसदी के ओपन ऑफर की पेशकश करने वाले हैं. 23 अगस्त को अडानी ने इस अधिग्रहण की घोषणा की थी. हालांकि, इस डील को लेकर तमाम कानूनी बाधाएं भी आ रही हैं. 23 अगस्त को एनडीटीवी का शेयर करीब 370 रुपये का था, जो 19 सितंबर तक 442 रुपये पर पहुंच चुका है. यानी महीने भर से भी कम में यह शेयर 19 फीसदी रिटर्न दे चुका है.
डीबी पावर- भारत के सबसे बड़े प्राइवेट थर्मल पावर प्रोड्यूसर अडानी पावर लिमिटेड ने 19 अगस्त को डीबी पावर के अधिग्रहण की घोषणा की थी. थर्मल पावर ऑपरेटर डीबी पावर का अधिग्रहण 70.17 अरब रुपये में किया गया है.
मैक्वेरी एशिया इंफ्रास्ट्रक्चर फंड- अडानी एंटरप्राइज ने 4 अगस्त को घोषणा की थी कि वह Macquarie Asia Infrastructure Fund के आंध्र प्रदेश और गुजरात में टोल रोड खरीद रही है. यह डील 31.10 अरब रुपये में हुई है.
हाइफा पोर्ट- इजराइल ने 14 जुलाई को कहा था कि वह अपना Haifa Port अडानी पोर्ट्स को बेच रहा है. इसके साथ ही वह अपने लोकल कैमिकल और लॉजिस्टिक ग्रुप गैडोट (Gadot) को बेच रहा है. यह डील कुल मिलाकर 4.1 अरब रुपये की थी.
सीमेंट- अडानी ग्रुप ने मई में बताया था वह होल्सिम एजी के भारत में सीमेंट बिजनस को खरीद रही है. यह डील 10.5 अरब डॉलर की थी, जिसके तहत अडानी ग्रुप ने अंबुजा सीमेंट और एसीसी सीमेंट का बिजनस खरीद लिया है. 16 मई को अंबुजा सीमेंट का शेयर 366 रुपये का था, जो पिछले करीब 4 महीनों में 54 फीसदी चढ़कर 19 सितंबर तक 564 रुपये का हो गया है. वहीं 16 मई को एसीसी का शेयर 2200 रुपये के लेवल पर था, जो इस दौरान 20 फीसदी की तेजी के साथ 19 सितंबर तक 2641 रुपये का हो गया है.