Gautam Adani से 12 गुना अधिक कमाने वाले Jeff Bezos अमीरों की लिस्ट में उनसे पीछे कैसे? समझिए पूरा गणित
दुनिया के अमीरों की लिस्ट में गौतम अडानी जेफ बेजोस को पछाड़ते हुए दूसरे नंबर पर पहुंच चुके हैं. दिलचस्प ये है कि अडानी ग्रुप की तुलना में अमेजन 12 गुना अधिक कमाती है, फिर बेजोस कैसे अडानी से पीछे हो गए?
हाल ही में
के गौतम अडानी (Gautam Adani) ने दुनिया के अमीरों की लिस्ट में के जेफ बेजोस (Jeff Bezos) को पछाड़ कर दूसरा स्थान हासिल किया. अभी गौतम अडानी (147 अरब डॉलर) और जेफ बेजोस (147 अरब डॉलर) के बीच एक तरह की रेस चल रही है. कभी अडानी आगे निकल जाते हैं तो कभी जेफ बेजोस आगे हो जाते हैं. इसी साल फरवरी में पहली बार गौतम अडानी ने भारत के सबसे अमीर शख्स मुकेश अंबानी (Mukesh Ambani) को पछाड़ा था. इसी महीने की शुरुआत में वह दुनिया के तीसरे सबसे अमीर शख्स बने थे और अब दूसरे सबसे अमीर शख्स बन गए हैं. जितनी तेजी से गौतम अडानी की दौलत बढ़ी है, उससे दुनिया भर की निगाहें उन पर टिक गई हैं. सवाल ये है कि आखिर उन्होंने इतनी सारी दौलत अचानक कैसे कमा ली?पहले समझिए कैसे तय होती है अमीरों की लिस्ट
आए दिन हम अमीरों की जो लिस्ट देखते हैं, वह दरअसल उनकी कंपनियों के मार्केट कैप के हिसाब से तय होती है. इन्हीं के आधार पर फोर्ब्स और ब्लूमबर्ग जैसी एजेंसियां अरबपतियों की नेटवर्थ निकालती हैं और एक लिस्ट बनाती हैं. यही वजह है कि फोर्ब्स पर आपको सुबह टॉप अमीरों की जो लिस्ट दिखती है, शाम तक उसमें कई बार बदलाव भी देखने को मिल जाते हैं. यहां तक कि गौतम अडानी और जेफ बेजोस के बीच में टक्कर के चलते इस लिस्ट में आजकल दोनों बार-बार ऊपर नीचे हो रहे हैं.
इसका सीधा सा मतलब ये है कि अमीरों की लिस्ट में ऊपर होना कंपनी के शेयरों की कीमत पर निर्भर करता है, ना कि कंपनी की कमाई या मुनाफे पर. यही वजह है कि कमाई के मामले में जेफ बेजोस से बेहद पीछे रहने वाले गौतम अडानी ने भी दुनिया के अमीरों की लिस्ट में उन्हें पछाड़ दिया. बता दें कि किसी भी कपंनी का मार्केट कैप जानने के लिए उसके आउटस्टैंडिंग शेयर्स के नंबर को एक शेयर की कीमत से गुणा करना होता है, जिसके बाद कंपनी का मार्केट कैप निकल जाता है.
एक नजर अडानी और बेजोस की कंपनियों की कमाई पर
मार्च तिमाही में अडानी ग्रुप की सातों लिस्टेड कंपनियों की कुल कमाई करीब 59,027 करोड़ रुपये रही. वहीं जून 2022 में इसमें करीब 20 हजार करोड़ रुपये का इजाफा देखा गया और यह 79,036 करोड़ रुपये हो गई. अगर कंपनी के मुनाफे की बात करें तो मार्च 2022 में सातों लिस्टेड कंपनियों का कुल मुनाफा 6541 करोड़ रुपये था. जून 2022 तक ये मुनाफा करीब 325 करोड़ रुपये बढ़कर 6867 करोड़ रुपये हो गया.
अगर अमेजन की कमाई की बात करें तो अप्रैल तिमाही में कंपनी की कुल कमाई करीब 9.27 लाख करोड़ रुपये थी. यह जुलाई 2022 तिमाही तक करीब 38 हजार करोड़ रुपये बढ़कर 9.65 लाख करोड़ रुपये के करीब जा पहुंची. दूसरी ओर कंपनी का मुनाफा (नुकसान) अप्रैल 2022 में -30,604 करोड़ रुपये के करीब था, जो जुलाई 2022 तक और घटकर -16,146 करोड़ रुपये रह गया. यानी पिछली दोनों तिमाही में अमेजन को नुकसान हुआ है.
दोनों कंपनियों की कमाई देखकर ये पता चलता है कि अडानी ग्रुप की 7 कंपनियों की कमाई की तुलना में अमेजन की कमाई एक तिमाही में करीब 12 गुना अधिक है. वहीं बात अगर मुनाफे की करें तो जहां एक ओर अडानी ने पिछली दो तिमाही में मुनाफे में तेजी हासिल की है, वहीं अमेजन को दोनों ही तिमाही में नुकसान हुआ है. कमाई के मामले में अमेजन के जेफ बेजोस अडानी ग्रुप के गौतम अडानी से करीब 12 गुना ज्यादा कमाते हैं. हालांकि, मार्केट कैप के मामले में वह गौतम अडानी से पीछे हो गए हैं.
तो क्या हाइपर वैल्यूड हैं अडानी की कंपनियों के शेयर?
अडानी एंटरप्राइज (3 गुना रिटर्न), अडानी टोटल गैस (2.5 गुना), अडानी पावर (4 गुना से ज्यादा) और अडानी ग्रीन (करीब दोगुना) के शेयरों को हाइपर वैल्यूड कहा जा सकता है. शेयर इंडिया सिक्योरिटीज लिमिटेड के वाइस प्रेसिडेंट और रिसर्च हेड रवि सिंह बताते हैं कि जब कोई कंपनी साल भर में 150 फीसदी से अधिक रिटर्न दे तो उसके हाइपर वैल्यूड होने की आशंका रहती है. ऐसे में निवेशकों को भी यह ध्यान रखना चाहिए कि अगर किसी कंपनी के शेयर से आपको साल भर में ही 150 फीसदी से अधिक रिटर्न मिलता है तो उसके बाद आपको सजग हो जाना चाहिए. अगर किसी प्वाइंट पर आपको लगे कि किसी वजह से गिरावट आ सकती है, तुरंत उस शेयर से निकल जाना ही फायदे का सौदा है.
जुकरबर्ग भी लिस्ट में ऐसे ही पहुंचे थे ऊपर, अब दौलत रह गई आधी से भी कम
अमीरों की इस लिस्ट में सबसे दिलचस्प नाम है फेसबुक के मालिक मार्क जुकरबर्ग का. अभी वह महज 52.8 अरब डॉलर (Mark Zuckerberg Net Worth) के साथ फोर्ब्स की लिस्ट में 22वें नंबर हैं. एक वक्त ऐसा भी था जब वह करीब 142 अरब डॉलर के साथ दुनिया के तीसरे सबसे अमीर शख्स बन गए थे. जुलाई 2021 में मार्क जुकरबर्ग ने इस मुकाम को हासिल किया था. यानी अगर आज भी उनके पास उतनी ही दौलत रहती तो भी वह 5वें सबसे अमीर शख्स होते. उस वक्त फेसबुक के शेयर की कीमत 350 डॉलर के करीब थी और कंपनी का मार्केट कैप 950 अरब डॉलर था. तब से लेकर अब तक उनकी दौलत बहुत अधिक गिरी है और अभी आधी से भी कम रह गई है. हालांकि, जुलाई तिमाही में उनकी कंपनी की कमाई करीब 2.29 लाख करोड़ रुपये थी, जो अडानी ग्रुप की आखिरी तिमाही में हुई कमाई से करीब 3 गुना अधिक है.