रेलवे की यात्रियों को सौगात, AC 3-टियर का पुराना किराया बहाल किया
रेलवे ने सितंबर 2021 में सस्ती AC यात्रा सर्विस देने के लिए AC-3 इकोनॉमी कोच की शुरुआत की थी, लेकिन नवंबर 2022 में AC 3-टियर इकोनॉमी और AC 3-टियर के मर्जर के कारण दोनों क्लास का किराया बराबर हो गया था.
हाइलाइट्स
- AC-3 टियर की तुलना में इकोनॉमी क्लास में यात्री को 60-70 रुपए कम देने होंगे
- बर्थ (सीट) क्षमता 72 से बढ़कर 83 हो गई है
- AC-3 इकोनॉमी कोच स्लीपर की तुलना में ज्यादा आरामदायक और सुविधाओं से लैस है
रेलवे ने बुधवार को एसी 3-टियर इकोनॉमी क्लास यात्रा के लिए किराया बहाल करने का आदेश जारी किया, जिसे पिछले साल नवंबर में एसी 3-टियर के साथ विलय कर दिया गया था. आदेश में संकेत दिया गया है कि कीमत में बहाली के बावजूद रेलवे यात्रियों को लिनेन की पेशकश जारी रखेगा. अब AC-3 टियर की तुलना में इकोनॉमी क्लास में यात्री को 60-70 रुपए कम देने होंगे.
रेलवे ने सितंबर 2021 में सस्ती AC यात्रा सर्विस देने के लिए AC-3 इकोनॉमी कोच की शुरुआत की थी, लेकिन नवंबर 2022 में AC 3-टियर इकोनॉमी और AC 3-टियर के मर्जर के कारण दोनों क्लास का किराया बराबर हो गया था.
वर्तमान आदेश ने पहले के एक सर्कुलर को वापस ले लिया है जिसमें एसी 3-टियर इकोनॉमी क्लास टिकट का किराया एसी 3-टियर टिकट के किराए के बराबर कर दिया गया था. विलय का कारण लिनन की लागत बताया गया था जो शुरू में इकोनॉमी वातानुकूलित वर्ग में नहीं दी गई थी. नवंबर 2022 के आदेश से पहले, यात्री विशिष्ट ट्रेनों में "3E" की एक अलग श्रेणी के तहत एसी 3 इकोनॉमी टिकट बुक कर सकते थे, जहां रेलवे ऐसी सीटों की पेशकश करता था.
लखनऊ स्थित रेलवे के रिसर्च डिजाइन एंड स्टैंडर्ड ऑर्गनाइजेशन (RDSO) ने AC-3 इकोनॉमी क्लास के कोच तैयार किए थे. यह स्लीपर क्लास का एडवांस वर्जन है. AC-3 इकोनॉमी कोच स्लीपर की तुलना में ज्यादा आरामदायक और सुविधाओं से लैस है.
यात्री सुविधा में सुधार के लिए कई डिजाइन सुधार भी किए गए हैं. बर्थ (सीट) क्षमता 72 से बढ़कर 83 हो गई है. सभी बर्थों के लिए अलग-अलग वेंट प्रदान करके एसी डक्टिंग का नया स्वरूप तैयार किया गया है. आराम में सुधार, कोच के वजन को कम करने और रखरखाव अनुकूलता में सुधार के लिए सीटों का बेहतर और मॉड्यूलर डिजाइन बनाया गया है.
शौचालय क्षेत्र में भारतीय और पश्चिमी शैली के शौचालयों के डिजाइन में सुधार किया गया है. इन कोचों में यात्री सुविधाओं के तहत पब्लिक एड्रेस और पैसेंजर इंफॉर्मेशन सिस्टम भी लगाए गए हैं.
रेलवे ने सितंबर 2021 में 3ई को एक श्रेणी के रूप में पेश करते हुए घोषणा की थी कि इन नए पेश किए गए कोचों में किराया सामान्य एसी 3 कोचों की तुलना में 6-8 प्रतिशत कम होगा, यात्रा की श्रेणी को दुनिया में "सर्वश्रेष्ठ और सबसे सस्ता एसी यात्रा सेवा" के रूप में पेश किया.
रेलवे ने इसकी शुरुआत के पहले वर्ष में एसी 3-टियर इकोनॉमी क्लास से ₹231 करोड़ कमाए. आंकड़ों के मुताबिक, अप्रैल-अगस्त, 2022 तक इन कोचों में 15 लाख लोगों ने यात्रा की, जिससे 177 करोड़ रुपये की कमाई हुई.