Brands
Discover
Events
Newsletter
More

Follow Us

twitterfacebookinstagramyoutube
ADVERTISEMENT
Advertise with us

अडानी के बाद, Hindenburg अगली रिपोर्ट में करेगी 'एक और बड़ा खुलासा'

अडानी ग्रुप से पहले हिंडनबर्ग का नाम जिस बड़ी कंपनी के साथ जुड़ा था वो थी- ट्रक कंपनी निकोला. ये मामला जब अदालत तक पहुंचा था, तब निकोला कंपनी के फाउंडर को दोषी पाया गया था.

हाइलाइट्स

  • हिंडनबर्ग रिसर्च ने 'एक और बड़ा' खुलासा करने के संकेत दिए हैं
  • हिंडनबर्ग की रिपोर्ट से अडानी ग्रुप को 120 अरब डॉलर से अधिक का नुकसान हुआ
  • अडानी ग्रुप से पहले हिंडनबर्ग ने ट्रक कंपनी ‘निकोला’ के बारे में खुलासा किया था

सितंबर 2022 में दिग्गज उद्योगपति गौतम अडानी की कुल संपत्ति 150 अरब डॉलर से अधिक थी. लेकिन जनवरी 2023 में हिंडनबर्ग की रिपोर्ट के बाद स्टॉक मार्केट क्रैश हुआ. अब यह महज 53 अरब डॉलर तक रह गई है. उन्हें फोर्ब्स की दुनिया के सबसे अमीर लोगों की सूची में शीर्ष 35 से बाहर कर दिया गया था. अडानी ग्रुप को 120 अरब डॉलर से अधिक का नुकसान हुआ. 24 जनवरी को हिंडनबर्ग रिसर्च स्टडी ने अडानी ग्रुप पर टैक्स चोरी और शेयरों की कीमत में हेरफेर करने के आरोप लगाए थे. हालांकि गौतम अडानी ने इन आरोपों को खारिज करते हुए इन्हें 'भारत पर सुनियोजित हमला' बताया था.

गुजरात के टाइकून और उनके समूह पर निशाना साधने के बाद हिंडनबर्ग रिसर्च ने 'एक और बड़ा' खुलासा करने के संकेत दिए हैं. (Hindenburg Research - another big one). 23 मार्च को, अमेरिकी शॉर्ट-सेलर ने ट्वीट किया: "नई रिपोर्ट जल्द ही—एक और बड़ी रिपोर्ट." इसके साथ ही इसने पूरी दुनिया में उत्सुकता जगा दी है, कई लोग सोच रहे हैं कि क्या यह अमेरिकी बैंक के बारे में होगा.

एक भारतीय यूजर ने हिंडनबर्ग के पोस्ट का जवाब दिया है और लिखा है कि, "उम्मीद है", यह किसी अन्य भारतीय कंपनी के बारे में नहीं होगा. उपयोगकर्ता ने हिंडनबर्ग से इस बार एक चीनी कंपनी पर रिपोर्ट करने के लिए कहा.

बता दें कि हिंडनबर्ग की स्थापना साल 2017 में नाथन एंडरसन ने की है. हिंडनबर्ग रिसर्च हेज फंड का कारोबार भी करती है. इसे कॉरपोरेट जगत की गतिविधियों के बारे में खुलासा करने के लिए जाना जाता है.

ब्लूमबर्ग की एक रिपोर्ट के मुताबिक़, हिंडनबर्ग ने साल 2020 के बाद से 30 कंपनियों की रिसर्च रिपोर्ट उजागर की है और रिपोर्ट रिलीज़ होने के अगले ही दिन उस कंपनी के शेयर औसतन 15 फ़ीसदी तक टूट गए. रिपोर्ट में बताया गया है कि अगले छह महीने में इन कंपनियों के शेयरों में औसतन 26 फ़ीसदी से ज़्यादा की गिरावट दर्ज की गई.

हिंडनबर्ग अपनी वेबसाइट में उन रिपोर्ट्स की लिस्ट भी देती है, जो वो सितंबर 2020 से लेकर अब तक पब्लिश कर चुकी है.

हिंडनबर्ग किसी कंपनी की जांच इन मौक़ों पर करती है: अकाउंटिंग में अनियमितताएं, अहम पदों पर 'अयोग्य' व्यक्ति, अघोषित लेन-देन, किसी तरह की ग़ैर-क़ानूनी/ अनैतिक व्यापार या वित्तीय रिपोर्टिंग प्रैक्टिस.

अडानी ग्रुप से पहले हिंडनबर्ग का नाम जिस बड़ी कंपनी के साथ जुड़ा था वो थी- ट्रक कंपनी निकोला. ये मामला जब अदालत तक पहुंचा था, तब निकोला कंपनी के फाउंडर को दोषी पाया गया था.

यह भी पढ़ें
गौतम अडानी के लिए शानदार साबित हुआ ये महीना, सिर्फ 3 हफ्तों में निवेशकों के पैसे हुए दोगुने तक!