Girnar Elevate Summit 23: देश के उभरते आंत्रप्रेन्योर्स की मदद के लिए CarDekho के सीईओ अमित जैन की अनोखी पहल
शार्क टैंक में निवेश हासिल करने वाली कंपनियों सहित 25 से अधिक कंपनियों ने समिट में भाग लिया जिनमें Dobiee Foods, Ekatra, Funngro, Sahayatha, Maisha, Pflow, Aadvik Foods आदि शामिल थीं. इनका उद्देश्य विशेषज्ञों से सीखना और बाजार की अंतदृष्टि हासिल करना था.
हाइलाइट्स
- इवेंट में 25 से अधिक शार्क टैंक में निवेश हासिल करने वाली और अन्य कंपनियों ने की भागीदारी
- इवेंट में कार देखो ग्रुप के सी-सुइट एक्जीक्यूटिव्स और अन्य इंडस्ट्री लीडर्स के कई सेशंस आयोजित हुए
- अमित जैन ने कारदेखो के सफर का अनुभव और बिजनेस पर अपना दृष्टिकोण रखा, ताकि स्टार्टअप्स एलिवेट के साथ आगे बढ़ें और भविष्य के लिए तैयार रहें
ग्रुप के सीईओ अमित जैन (Amit Jain) ने दो दिवसीय गिरनार एलिवेटेड समिट 23 (Girnar Elevate Summit 23) के पहले संस्करण का आयोजन किया, जिसमें शार्क टैंक (Shark Tank) में निवेश हासिल करने वाली और अन्य कंपनियों ने भाग लिया. यह समिट एक और दो मई 2023 को कारदेखो के जयपुर मुख्यालय में आयोजित की गई. यह अपनी तरह का पहला इवेंट है जो शार्क टैंक में निवेश हासिल करने वाली कंपनियों के संस्थापकों को गाइड करने और उनके साथ व्यक्तिगत रूप से जुड़ने में अमित जैन की गहरी रुचि को दर्शाता है.
शार्क टैंक इंडिया (Shark Tank India) ने नवोदित उद्यमियों को एक प्लेटफॉर्म मुहैया करवाया है जिसमें वे अपने बिजनेस आइडिया का प्रदर्शन कर संभावित निवेशकों को आकर्षित कर सकते हैं. शार्क टैंक के प्लेटफॉर्म पर फंड जुटाने के बाद निवेश हासिल करने वाली इन कपंनियों के सामने सबसे महत्वपूर्ण बात अपने बिजनेस को तेज विकास के रास्ते पर लाने के लिए सलाह और मार्गदर्शन है. इस उद्देश्य को हासिल करने और इन नवोदित उद्यमियों को सशक्त करने के लिए गिरनार एलिवेट समिट की योजना बनाई गई. इस समिट में इन कंपनियों के लिए विभिन्न सत्र डिजाइन किए गए, ताकि वे अपना विस्तार करके और जरूरी कौशल हासिल कर नई ऊंचाई पर पहुंच सकें.
शार्क टैंक में निवेश हासिल करने वाली कंपनियों सहित 25 से अधिक कंपनियों ने समिट में भाग लिया जिनमें Dobiee Foods, Ekatra, Funngro, Sahayatha, Maisha, Pflow, Aadvik Foods आदि शामिल थीं. इनका उद्देश्य विशेषज्ञों से सीखना और बाजार की अंतदृष्टि हासिल करना था.
इवेंट का पहला दिन प्रतिभागियों के परिचय के सत्र ‘ब्रेकिंग दि आइस’ से शुरू हुआ और उसके बाद अमित जैन का इंगेजिंग सेशन ‘शार्क विज्डम’ आयोजित हुआ. कारदेखो के को-फाउंडर अनुराग जैन ने भी अपना अनुभव ‘जर्नी टू बिल्ड ए यूनिकॉर्न’ सत्र के दौरान साझा किया. इसके बाद पहले दिन विभिन्न सत्र आयोजित हुए जिनमें कारदेखो ग्रुप के टेक हेड अजय जांगिड़ का ‘एप टेक्नोलॉजी एंड प्रोडक्ट ओरिएंटेशन’ सत्र भी प्रमुख रूप से शामिल है.
इसके अतिरिक्त शिखर सम्मेलन ने कंपनियों को एक ऐसा मंच मुहैया करवाया जिसमें इंडस्ट्री एक्सपर्ट से इंगेज होकर ज्ञान हासिल कर सकते थे जैसे, गूगल की ओर से आयोजित सत्र ‘द पावर ऑफ यूट्यूब’ और मेटा एक्सपर्ट की ओर से आयोजित ‘इंस्टा स्ट्रेटजी’.
Minimalist के सीईओ मोहित यादव ने ‘प्रोडक्ट डिफ्रेंसिएशन एंड बिल्डिंग ए ब्रांड एंड कम्युनिटी’ विषय पर अपनी जानकारी साझा की जबकि अल्मो के सीईओ अभिषेक शाह ने ‘हाउ टू बिल्ड ए डी2सी स्टेक- व्हाट डज इट टेक टू रन इट’ विषय पर चर्चा की. क्वालकॉम पार्टनर्स के रामा बेथमांगलकर ने ‘फंड राइजिंग’ और कार्टा के सीईओ शरत खुराना ने ‘इसोप डायनेमिक्स’ पर सत्र लिया. पहले दिन का अंत एएमए सत्र ‘शार्क टेल’ के साथ सफलतापूर्वक हुआ जिसमें अमित जैन ने प्रतिभागियों के प्रश्नों के जवाब दिए.
समिट के दूसरे दिन समानांतर सत्र रखे गए थे जिसमें एमएमबी के सीईओ जतिन कपूर का सत्र ‘बिल्डिंग ए प्रोसेस-ड्रिवन ऑर्गनाइजेशन इन फाइनेंस एंड अकाउंट्स फंक्शन’ और कारदेखो ग्रुप के हेड-इन्वेस्टर रिलेशंस, गौरव अरोड़ा ने वर्किंग कैपिटल मैनेजमेंट पर सत्र लिया. कारदेखो ग्रुप की एक्जीक्यूटिव वाइस प्रेसिडेंट (मार्केटिंग) चारू कृष्नानी ने बिल्डिंग एन इफेक्टिव एसईओ स्ट्रेटजी, बिल्डिंग ऑफलाइन डिस्ट्रीब्यूशन नेटवर्क, बिल्डिंग कम्युनिटी ऑन एप आदि विषयों पर सत्र लिए. इसके अलावा बिल्डिंग ब्रांड्स ऑन इंस्टा, कस्टमर सपोर्ट टूल्स एंड ऑटोमेशन, एसईओ टूल किट डेमो और इंफ्लुएंसर मार्केटिंग आदि पर भी सत्र आयोजित किए गए.
आयोजन के बारे में अपने विचार साझा करते हुए कारदेखो ग्रुप के सीईओ और को-फाउंडर अमित जैन ने कहा, "भारतीय स्टार्टअप ईकोसिस्टम ने पिछले कुछ वर्षों में तीव्र वृद्धि देखी है. वर्ष 2022 में भारत स्टार्टअप्स के लिए दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा ईकोसिस्टम बनकर उभरा है. मेरा यह दृढ़ विश्वास है कि केवल स्टार्टअप्स में निवेश करना उनकी ग्रोथ को बढ़ावा देने के लिए पर्याप्त नहीं है. इसे हासिल करने के लिए स्टार्टअप्स को उचित संसाधनों और ज्ञान से सींचना होता है. स्टार्टअप्स को सपोर्ट करने से न केवल रोजगार के अवसर पैदा होते हैं, बल्कि देश की अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देने में भी मदद मिलती है. हमारी पहली एलिवेट समिट 23 हमारे लिए एक बेहतरीन अवसर था कि हम कंपनियों को अनुकूल माहौल उपलब्ध करवाकर संसाधनों के प्रभावी उपयोग के लिए उनका मार्गदर्शन करें."
इस समिट ने बिजनेस लीडर्स की अगली लहर पैदा करने के लिए उपयुक्त अवसर मुहैया करवाया है जो देश की अर्थव्यवस्था को टेक्नोलॉजी और इनोवेशन के जरिए नई ऊंचाई पर ले जाएंगे. हम इस समिट के अगले बेहतरीन संस्करणों की प्रतीक्षा कर रहे हैं.